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राजकीय प्राथमिक शिक्षक संघ ने मांगों को लेकर मुख्यमंत्री के नाम भेजा ज्ञापन

राजकीय प्राथमिक शिक्षक संघ ने मांगों को लेकर मुख्यमंत्री के नाम भेजा ज्ञापन
 

राजकीय प्राथमिक शिक्षक संघ की अलेवा इकाई द्वारा खंड शिक्षा अधिकारी अलेवा (नगूरां) के माध्यम से मुख्यमंत्री के नाम के ज्ञापन भेज कर छात्र-शिक्षकों के ज्वलंत मुद्दों की ओर ध्यानाकर्षण करवाया। शिक्षक संघ के जिला चेयरमैन अजब सिंह गोयत ने बताया कि सरकार की अनदेखी के कारण प्राथमिक शिक्षकों के मुद्दे एक-एक कर अत्यधिक हो गए हैं इनमें मुख्य रूप से लंबे समय से प्राथमिक शिक्षकों का ट्रांसफर ड्राइव में चलना, शिक्षकों की रुकी पदोन्नति, 2012 से पूर्व भर्ती हुए शिक्षकों पर जबरदस्ती सर्विस रूल 2012 थोपना जबकि आपकी सेवा में साफ-साफ लिखा होता है कि जिन नियमों के तहत आप सेवाओं में आए हैं, आपकी सेवा के दौरान वही नियम चलेंगे।

स्कूल मर्जिंग, छात्र-शिक्षक अनुपात, गैर शैक्षणिक कार्य, विद्यालय में दाखिला प्रक्रिया जटिल होना, नई पेंशन नीति कर्मचारियों के लिए जी का जंजाल बनी हुई है। जिससे लगातार उन्हें अपने भविष्य की चिंता बनी रहती है। इस चिंता मुक्त होने के लिए लगातार कर्मचारी पुरानी पेंशन की मांग कर रहे हैं।

जिला प्रधान जितेंद्र बेनीवाल ने बताया कि एक तरफ तो सरकार सबका साथ सबका विकास सब-कुछ बढ़िया सब की बात कर रही है लेकिन दूसरी तरफ सरकार की कार्यशैली से असमानता बढ़ती जा रही है। बेनीवाल ने हिसार की ईमानदार शिक्षा अधिकारी के खिलाफ बिना जांच किए एकतरफा कार्रवाई का फैसला दर्शाता है कि सरकार हर किसी को अनदेखा करके चल रही है। निजी स्कूलों और सार्वजनिक स्कूल में दाखिला प्रक्रिया में अंतर साफ-साफ दर्शा रहा है कि सरकार बच्चों को निजी स्कूलों की तरफ से धकेलना चाहती है। 


छात्र-शिक्षकों के पेंडिंग मुद्दे सुलझाए जाएं अन्यथा शिक्षक संघ करेगा बड़ा संघर्ष


उन्होंने कहा कि इस तरह की कार्यशैली की राजकीय प्राथमिक शिक्षक संघ घोर निंदा करता है व सरकार से मांग करता है कि अतिशीघ्र राजकीय प्राथमिक शिक्षक संघ के प्रतिनिधिमंडल के साथ बैठक कर बातचीत के माध्यम से छात्र-शिक्षकों के पेंडिंग मुद्दे सुलझाए जाएं अन्यथा शिक्षक संघ उनके लिए बड़े से बड़े संघर्ष के करने से भी पीछे नहीं उठेगा।

इस अवसर पर परमजीत सिंह, सतीश कुमार, विनोद, कृष्ण, संजय, नीलम, सुमित्रा, पवन, संदीप आदि शिक्षक प्रतिनिधि मुख्य रूप से उपस्थित रहे।