Jind News: ग्राम पंचायत ढिगाना ने किया विधवा महिलाओं का सम्मान
Jind News: ग्राम पंचायत ढिगाना द्वारा गांव की उन महिलाओं को सम्मानित किया गया जिनके सिर से उनके पति का साया उठ चुका था। इसके साथ ही सरपंच विनोद सिंगरोहा ने विधवा शब्द की नई परिभाषा का गठन करते हुए एक नई मुहिम की शुरूआत की। सरपंच विनोद कुमार ने कहा कि विधवा शब्द स्त्री जाति के लिए एक कलंक के समान है। यह स्त्री को असहाय बनाता है, स्त्री को कमजोर दर्शाता है।
इसलिए आज के बाद कोई भी महिला विधवा तब नहीं होगी, जब उसके पति की मौत होगी बल्कि विधवा वो महिला कहलाएगी जिस महिला का कोई भाई नहीं होगा। फिर उसके बाद कभी कोई महिला विधवा नहीं होगी। अगर कोई मां अपनी बेटी के लिए भाई पैदा नहीं कर पाई तो ये समाज उस बहन के लिए, उस बेटी के लिए भाई जरुर पैदा करेगा।
पति के मौत के बाद एक स्त्री के साथ जो दुर्व्यवहार किया जाता है वो बड़ा शर्मनाक. - सरपंच
सरपंच ने कहा कि पति के मौत के बाद एक स्त्री के साथ जो दुर्व्यवहार किया जाता है वो बड़ा शर्मनाक है। स्त्री के सारे श्रंगार उतरवा लिए जाते हैं। उसे शादी विवाह जैसे कार्यक्रमों में अशुभ बताकर उन सारे रस्मों रिवाजों से दूर कर दिया जाता है जिसकी वो हकदार है। उसके साथ इस तरह का दुर्व्यवहार किया जाता है जैसे उसके पति को उसी ने मारा हो।
पति की मौत के बाद स्त्री का जीवन एक संन्यासी की तरह हो जाता है, होना तो ये चाहिए कि एक संन्यासी का पहले से ज्यादा सम्मान होना चाहिए। मगर उसके साथ समाज का ऐसा व्यवहार उसे जीने का अधिकार भी छीन लेता है। सरपंच ने बताया कि किसी पुरुष की जब पत्नी गुजर जाती है तो उसके साथ ऐसा दुर्व्यवहार क्यों नहीं किया जाता। समाज से ऐसी कुप्रथाओं का अंत होना चाहिए।