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हरियाणा वासियों के लिए बड़ी खुशी वाली खबर ! सुमित अंतिल ने पेरिस पैरा ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीतकर रचा इतिहास

सुमित अंतिल की यह जीत न केवल उनके संघर्ष और मेहनत का परिणाम है, बल्कि पूरे देश के लिए गर्व का विषय है। पेरिस पैरा ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीतकर सुमित ने अपने नाम को इतिहास में दर्ज कर लिया है और आने वाली पीढ़ियों के लिए एक प्रेरणा बन गए हैं।
 

Haryana para athlete Sumit Antil: सुमित अंतिल की यह जीत न केवल उनके संघर्ष और मेहनत का परिणाम है, बल्कि पूरे देश के लिए गर्व का विषय है। पेरिस पैरा ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीतकर सुमित ने अपने नाम को इतिहास में दर्ज कर लिया है और आने वाली पीढ़ियों के लिए एक प्रेरणा बन गए हैं।

हरियाणा के पैरा एथलीट सुमित अंतिल ने पेरिस पैरा ओलंपिक में शानदार प्रदर्शन करते हुए देश के लिए गोल्ड मेडल जीता है। सोनीपत के गांव खेवड़ा के रहने वाले सुमित ने जेवलिन थ्रो के एफ64 इवेंट में यह अद्भुत सफलता हासिल की है। खास बात यह है कि यह उनका लगातार दूसरा गोल्ड मेडल है, जो भारतीय खेल इतिहास में एक नया अध्याय जोड़ता है।

सुमित का सफर आसान नहीं रहा। मात्र 16 साल की उम्र में एक दुर्घटना में अपना एक पैर खो देने के बावजूद, उन्होंने हार नहीं मानी। पहले वे पहलवान बनने का सपना देख रहे थे, लेकिन इस हादसे ने उनकी दिशा बदल दी। उन्होंने पैरा एथलेटिक्स में अपनी पहचान बनाई और जेवलिन थ्रो में अपने दमदार प्रदर्शन से देश का नाम रोशन किया।

सुमित ने इससे पहले टोक्यो ओलंपिक 2020 में भी गोल्ड मेडल जीता था। उनके इस अभूतपूर्व प्रदर्शन ने उन्हें विश्व स्तर पर एक महान पैरा एथलीट बना दिया। पेरिस में दूसरी बार गोल्ड मेडल जीतने से उन्होंने साबित कर दिया कि मेहनत और समर्पण से कोई भी लक्ष्य हासिल किया जा सकता है।

सुमित की इस सफलता पर उनके गांव में खुशी का माहौल है। उनकी मां निर्मला देवी ने बताया कि सुमित ने घर से जाते समय गोल्ड मेडल जीतने का वादा किया था और उन्होंने यह वादा पूरा किया। सुमित के इस प्रदर्शन पर उनकी पत्नी शीतल ने भी गर्व जताया और कहा कि सुमित ने पेरिस जाने से पहले ही गोल्ड मेडल जीतने का संकल्प लिया था।