Good News: गुरुग्राम-फरीदाबाद वालों के कट गए काच्चे, दिल्ली एयरपोर्ट पहुंचना होगा आसान... इस रूट से बिलकुल हो जायगी दुरी
NCR में लोगों को बेहतर परिवहन सुविधा प्रदान करने के लिए मेट्रो कनेक्टिविटी को बढ़ावा दिया जा रहा है।
Jul 10, 2024, 10:08 IST
Haryana News: एनसीआर में लोगों को बेहतर परिवहन सुविधा प्रदान करने के लिए मेट्रो कनेक्टिविटी को बढ़ावा दिया जा रहा है। इसी वजह से दक्षिण दिल्ली के तुगलकाबाद को मेट्रो हब के रूप में विकसित किया जा रहा है। मेट्रो के चौथे चरण के तहत गोल्डन लाइन तुगलकाबाद-एयरोसिटी के निर्माणाधीन भूमिगत मेट्रो स्टेशन को मौजूदा वायलेट लाइन के एलिवेटेड स्टेशन से जोड़ा जाएगा।
आईजीआई हवाई अड्डे तक पहुंचना आसान हो जाएगा
दिल्ली मेट्रो रेल निगम (डीएमआरसी) के इस कदम से दक्षिण दिल्ली, फरीदाबाद और गुरुग्राम से आईजीआई हवाई अड्डे तक पहुंचना आसान हो जाएगा। यात्रियों की सुविधा के लिए तुगलकाबाद, छतरपुर, साकेत जी ब्लॉक और एरोसिटी में इंटरचेंज स्टेशन होंगे। यह दिल्ली मेट्रो की पहली इंटरचेंज सुविधा होगी, जिसमें भूमिगत पार्किंग की सुविधा होगी।
महिपालपुर, वसंत कुंज, छतरपुर, इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय, मैदान गढ़ी, नेबसराय, साकेत, खानपुर, संगम विहार और तुगलकाबाद के घनी आबादी वाले इलाकों में रहने वाले लोगों को भी मेट्रो की सुविधा मिलेगी।
आईजीआई हवाई अड्डे तक पहुंचना आसान हो जाएगा
दिल्ली मेट्रो रेल निगम (डीएमआरसी) के इस कदम से दक्षिण दिल्ली, फरीदाबाद और गुरुग्राम से आईजीआई हवाई अड्डे तक पहुंचना आसान हो जाएगा। यात्रियों की सुविधा के लिए तुगलकाबाद, छतरपुर, साकेत जी ब्लॉक और एरोसिटी में इंटरचेंज स्टेशन होंगे। यह दिल्ली मेट्रो की पहली इंटरचेंज सुविधा होगी, जिसमें भूमिगत पार्किंग की सुविधा होगी।
महिपालपुर, वसंत कुंज, छतरपुर, इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय, मैदान गढ़ी, नेबसराय, साकेत, खानपुर, संगम विहार और तुगलकाबाद के घनी आबादी वाले इलाकों में रहने वाले लोगों को भी मेट्रो की सुविधा मिलेगी।
इस मेट्रो कॉरिडोर का सीधा लाभ मिलेगा
महिपालपुर-महरौली रोड, महरौली-बदरपुर रोड और इग्नू रोड के यात्रियों को भी इस मेट्रो कॉरिडोर का सीधा लाभ मिलेगा। इसके अलावा, दक्षिण दिल्ली और महरौली-बदरपुर रोड से लगे घनी आबादी वाले क्षेत्रों के लोगों को आईजीआई हवाई अड्डे तक सीधी पहुंच प्राप्त होगी। वर्तमान में, वायलेट लाइन के यात्रियों को केंद्रीय सचिवालय में उतरना पड़ता है और एयरपोर्ट एक्सप्रेस लाइन से जाना पड़ता है। इसमें करीब डेढ़ घंटे का समय लगता है। डी. एम. आर. सी. के अनुसार, इस गलियारे का निर्माण 2025 तक पूरा हो जाएगा।