हरियाणा प्रदेश के जींद जिले के कई गांव में एक साथ स्वास्थ्यकर्मियों ने चलाया फीवर मास सर्वे
JIND NEWS:प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र दरियावाला के तहत झांझ खुर्द, ईक्कस व दरियावाला गांव में स्वास्थ्य सुपरवाइजर राजेश कुमार के नेतृत्व में सुशील शर्मा, दिनेश, रामदयाल, ओमप्रकाश शर्मा, पवन, इंदु शर्मा, सुदेश, रीना, राजवंती, श्यामो देवी व कमलेश देवी स्वास्थ्यकर्मियों की टीम द्वारा रैपिड फीवर मास सर्वे किया गया।
इस दौरान स्वास्थ्यकर्मियों की टीम द्वारा बुखार पीडि़त की रक्त पट्टिका बनाई गई और घरों के टंकी, कूलर, होदी, ड्रम, फ्रिज के पीछे लगी वेस्ट ट्रे, छतों पर पड़े कबाड़ आदि में लार्वा की जांच की गई व मलेरिया से बचाव बारे पंपलेट भी बांटे गए। राजेश कुमार ने कहा कि सर्वे के दौरान नुक्कड़ सभाएं करके आम जनता को स्वास्थ्य विभाग द्वारा चलाए जा रहे कार्यक्रमों की जानकारी दे और मलेरिया से बचाव बारे जागरूक करें।
स्वास्थ्य सुपरवाइजर राजेश कुमार ने बताया कि मलेरिया बुखार संक्रमित मादा एनाफलिज मच्छर के काटने से होता है जोकि पानी में अपना जीवनचक्र पूरा करता है। मलेरिया बुखार के लक्षण बताते हुए कहा कि इसमे कंपकपी के साथ बुखार आता है और पसीना आकर बुखार उतर जाता है। इसके अलावा सिर दर्द, उल्टी व दस्त, चक्कर आना, जी मचलना व पूरे शरीर मे थकावट होती है।
उन्होंने कहा कि अपने आसपास पानी न खड़ा होने दें, अगर पानी खड़ा है तो उसमें काला तेल डाल दें।
कूलर का पानी सप्ताह में एक बार अवश्य बदल दें, मच्छरदानी लगाकर सोएं और ध्यान रखें कि उस पर मच्छर मारने वाली दवा लगी हो व उसमें कोई छेद न हो और वह कहीं से फटी न हो तथा वह अच्छी तरह लगी हो ताकि मच्छर अंदर न आएं, घर के अंदर मच्छर मारनेवाली दवा छिड़कें, घर के दरवाजों और खिड़कियों पर जाली लगाएं, शरीर पूरी तरह ढका हो, पानी के बर्तनों को ढक कर रखें।
इस दौरान सुशील शर्मा, दिनेश, रामदयाल, पवन, ओमप्रकाश शर्मा, रीना, राजवंती, सुदेश सहित अनेक स्वास्थ्यकर्मी मौजूद रहे।