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यूपी के साथ जिलों को जोड़ेगा, दोनों ओर 25,000 पौधे लगेंगे, और तो और बिजली भी बनाएगा, बड़ा ही खास होगा उत्तरप्रदेश का यह नया एक्सप्रेसवे 

उत्तर प्रदेश में योगी सरकार के नेतृत्व में इंफ्रास्ट्रक्चर में तेजी से सुधार हो रहा है। इस कड़ी में बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे को विशेष ध्यान दिया जा रहा है। यह 296 किलोमीटर लंबा एक्सप्रेसवे उत्तर प्रदेश के 7 जिलों को जोड़ता है. 
 

Bundelkhand Expressway: उत्तर प्रदेश में योगी सरकार के नेतृत्व में इंफ्रास्ट्रक्चर में तेजी से सुधार हो रहा है। इस कड़ी में बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे को विशेष ध्यान दिया जा रहा है। यह 296 किलोमीटर लंबा एक्सप्रेसवे उत्तर प्रदेश के 7 जिलों को जोड़ता है:

इटावा
औरेया
जालौन
हमीरपुर
महोबा
बांदा
चित्रकूट

पर्यावरण संरक्षण और सौर ऊर्जा उत्पादन

बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे के दोनों ओर 25,000 पौधे लगाए जाएंगे, जिनमें पीपल, बरगद, गूलर और नीम शामिल हैं। इसके अलावा, 1,700 हेक्टेयर जमीन पर प्रदेश का सबसे लंबा सोलर पार्क विकसित किया जाएगा, जिससे 450 किलोवाट ऊर्जा का उत्पादन होगा।

आधुनिक यातायात प्रबंधन प्रणाली

जून 2023 में, सरकार ने बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे को आधुनिक यातायात प्रबंधन प्रणाली (एटीएमएस) से लैस करने की प्रक्रिया शुरू की। इससे ट्रैफिक कंट्रोल और मैनेजमेंट प्रोसेस में सुधार होगा।

यात्रा का समय कम हुआ

दिल्ली से चित्रकूट पहुंचने का समय अब 10 घंटे से घटकर केवल 6 घंटे हो गया है, जो बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे की सबसे बड़ी उपलब्धियों में से एक है।

सरकार की योजनाएं और लाभ

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 2028 तक सभी कार्यों को पूरा करने का लक्ष्य दिया है। सोलर पार्क और पौधारोपण से पर्यावरण संरक्षण और बिजली उत्पादन दोनों लक्ष्यों को प्राप्त किया जाएगा।

बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे उत्तर प्रदेश के विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इसके निर्माण और सुविधाओं से न केवल यात्रा का समय कम हुआ है बल्कि पर्यावरण संरक्षण और सौर ऊर्जा उत्पादन में भी बड़ी भूमिका निभाई जा रही है।