जयपुर का तापमान हुआ ठंडा ! इन जिलों में भारी वर्षा का अलर्ट जारी, देखें मौसम का हाल
Rajasthan Weather: राजस्थान में मानसून की बारिश का दौर धीमा जरूर हो गया है लेकिन थमा नहीं है। शनिवार को कोटा में जहां मूसलाधार बारिश हुई, वहीं राजधानी जयपुर में छितराई हुई बारिश का दौर चलता रहा। बारिश के कारण पूरे प्रदेश का तापमान 40 डिग्री से नीचे आया हुआ है। मौसम विभाग ने आज फिर पूर्वी राजस्थान के दो जिलों में भारी बारिश होने की चेतावनी दी है। इनमें भरतपुर और धौलपुर जिले शामिल हैं। इनके अलावा 22 जिलों में हल्की बारिश का अलर्ट जारी किया गया है।
मौसम विभाग के अनुसार, मानसून की ट्रफ लाइन राज्य के उत्तरी भागों से होकर गुजर रही है। रविवार को पूर्वी राजस्थान के भरतपुर और धौलपुर में भारी बारिश होने के आसार हैं। इसके साथ ही पूर्वी और पश्चिमी राजस्थान के 22 अन्य जिलों में भी बारिश की संभावना बनी हुई है। प्रदेश में 15 जुलाई से फिर बारिश की गतिविधियां बढ़ेंगी और इस दौरान कुछ इलाकों में भारी बारिश हो सकती है।
शनिवार को प्रदेश में सर्वाधिक तापमान पश्चिमी राजस्थान के बाड़मेर और जैसलमेर में दर्ज किया गया। दोनों स्थानों पर तापमान 39.4 डिग्री सेल्सियस रहा। अन्य प्रमुख शहरों का तापमान निम्नलिखित है|
शहर तापमान (°C)
जोधपुर 38.6
जालोर 38.5
बीकानेर 37.9
भीलवाड़ा 36.6
श्रीगंगानगर 35.3
चूरू 35.0
चित्तौड़गढ 34.8
अंता 34.6
डूंगरपुर 34.3
जयपुर 33.2
कोटा जिले में अच्छी बारिश हुई और जयपुर में दिन में रुक-रुककर बारिश का दौर चलता रहा। इससे पहले शुक्रवार रात को बारिश ने अनूपगढ़ जिले की घड़साना मंडी में जमकर कहर बरपाया। वहां हुई मूसलाधार बारिश के कारण पूरी घड़साना मंडी पानी-पानी हो गई। तेज बारिश के कारण घरों और दुकानों में पानी भर गया। कई इलाके जलमग्न हो गए और लोग दिनभर पानी को घरों से बाहर निकालने की मशक्कत करते रहे। जयपुर में दिन का तापमान 33.2 डिग्री सेल्सियस पर आ गया।
जयपुर और कोटा में बारिश के बाद तापमान में गिरावट दर्ज की गई है, जिससे लोगों को गर्मी से राहत मिली है। हालांकि, घड़साना मंडी में हुई भारी बारिश के कारण उत्पन्न स्थिति को सामान्य करने में समय लगेगा।
मौसम विभाग की चेतावनी के अनुसार, आगामी दिनों में भी प्रदेश में बारिश की गतिविधियां जारी रहेंगी, जिससे तापमान में और भी गिरावट आ सकती है। इसके साथ ही, प्रशासन द्वारा जलभराव से निपटने के लिए उपाय किए जा रहे हैं ताकि लोगों को अधिक समस्याओं का सामना न करना पड़े।