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जींद का बेटा-जम्मू कश्मीर में हुआ शहीद, अपने बेटे के जन्म से पहले ही कह गए दुनिया को अलविदा
 

जींद का बेटा-जम्मू कश्मीर में हुआ शहीद, अपने बेटे के जन्म से पहले ही कह गए दुनिया को अलविदा
 
 

जम्मू-कश्मीर के कुलगाम में आतंकियों से मुठभेड़ में हरियाणा के जवान प्रदीप नैन शहीद हो गए। 27 वर्षीय प्रदीप जॉद जिले में नरवाना के जाजनवाला गांव के रहने वाले थे। कुलगाम के मोडरगाम में मुठभेड़ के दौरान उनकी शहादत हुई। आज रात उनका पार्थिव शरीर हिसार कैंट पहुंचेगा।

कल सुबह पैतृक गांव में उनका पार्थिव शरीर लाया जाएगा। इसके बाद अंतिम संस्कार किया जाएगा। प्रदीप 9 साल पहले सेना में भर्ती हुए थे। इसके बाद उनकी काबिलियत देखकर उन्हें पैरा कमांडो बनाया गया। वह परिवार के इकलौते बेटे थे। कुछ समय बाद वह पिता बनने वाले थे। प्रदीप के अलावा एक और जवान शहीद हुए हैं।

आशंका जताई जा रही है कि आतंकी अमरनाथ यात्रा को निशाना बनाने की साजिश रच रहे थे। सेना ने शनिवार देर शाम गांव के सरपंच को शहादत की सूचना दी थी। इसके बाद सरपंच ने परिवार को बेटे के शहीद होने के बारे में बताया। इस सूचना के बाद शहीद की गर्भवती पत्नी की तबीयत खराब है। उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

शहीद की मां और बहन का रो रोकर बुरा हाल है। प्रदीप की मां की आंखों से आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। उनके मुंह से सिर्फ बेटे के बारे में ही शब्द निकल रहे हैं। मां कह रही कि बेटा तू हमें क्यों छोड़कर चला गया, तेरे बिना हम कैसे जिएंगे। परिजनों का कहना है कि प्रदीप बेहद सीधा-सादा और हंसमुख लड़का था। शहीद की बहन विलाप करती हुई।

बचपन से था सेना में जाने का शौक

पड़ोसी गांव के रिटायर्ड सूबेदार जय भगवान ने बताया कि गांव के सरपंच के पास सेना से फोन आया था, उन्होंने बताया कि आपके गांव का बेटा प्रदीप नैन आतंकियों से मुठभेड़ में शहीद हो गया है। परिजनों की प्रदीप से आखिरी बार दो-तीन दिन पहले ही बात हुई थी। प्रदीप ने कहा था कि वह जल्द ही छुट्टी लेकर घर आएगा। प्रदीप नैन 2015 में जाट रेजिमेंट में भर्ती हुए थे। इसके बाद वह पैरा कमांडो में चले गए। उन्हें बचपन से ही सेना में जाने का शौक था। घर की दीवार पर शहीद प्रदीप की तस्वीरें लगी हुई हैं।


पत्नी गर्भवती, छुट्टी लेकर आने वाला था


चाचा ने बताया कि शहीद प्रदीप की पत्नी गर्भवती हैं। प्रदीप कहते थे कि वह अपने पहले बच्चे के जन्म से पहले छुट्टी लेकर घर आ जाएंगे, लेकिन नियति को कुछ और ही मंजूर था। प्रदीप अब तिरंगे में लिपटकर घर आएंगे। लोग कह रहे हैं, एक तो नन्हीं जान जो इस दुनिया में नहीं आई, दूसरे उसकी पत्नी, जिसकी पूरी जिंदगी बाकी है, वह किसके सहारे जिएगी। पड़ोसी गांव के रिटायर्ड सूबेदार जय भगवान परिवार के बारे में जानकारी देते हुए।


परिवार के इकलौते बेटे थे प्रदीप


शहीद प्रदीप नैन के चाचा पूर्व ब्लॉक समिति चेयरमैन प्रतिनिधि सुशील नैन ने बताया कि प्रदीप 2015 में सेना में भर्ती हुए थे। सेना में अपनी काबिलियत के आधार पर उसका चयन पैरा मिलिट्री कमांडो में हुआ।

सीएम सैनी ने जताया शोक


हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने प्रदीप नैन की शहादत पर शोक जताया है। CM ने सोशल मीडिया पर प्रदीप नैन की फोटो शेयर कर परिवार को सांत्वना दी और उनके बलिदान को अतुलनीय बताया। उन्होंने कहा कि पूरा प्रदेश और सरकार शोकाकुल परिवार
के साथ है।