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जींद के छोरों ने कराटे में लहराया परचम, राष्ट्रीय स्तर पर चयन

Jind's students hoist the flag in karate, selected at national level
 

 जींद जिले के छोरों ने राज्य स्तर पर कराटे चैंपियनशिप टीम में परचम लहरा दिया है। ज्ञात हो कि राज्य स्तरीय कराटे प्रतियोगिता 11 मई को कुरुक्षेत्र की जाट धर्मशाला में आयोजित हुई थी। इस प्रतियोगिता में विभिन्न विद्यालय की टीमों ने भाग लिया। जिसमें मोतीलाल नेहरू पब्लिक स्कूल, जींद की टीम का प्रदर्शन बहुत ही सराहनीय रहा ।

इस प्रतियोगिता में 12वी कक्षा का छात्र सोमबीर ने स्वर्ण पदक, आदित्य बूरा ने रजत पदक, निखिल ने रजत पदक, अंकित दलाल ने कांस्य पदक, प्रिंस रेढू ने कांस्य पदक, छठी कक्षा का छात्र ने कांस्य पदक, हिमांशु ने कांस्य पदक और आठवीं कक्षा का छात्र गितेश ने कांस्य पदक जीत कर विद्यालय का नाम रोशन किया है। इससे पहले कराटे प्रतियोगिता जींद में हुई थी ।

उस प्रतियोगिता में भी छात्रों ने बहुत ही अच्छा प्रदर्शन किया था। मोतीलाल नेहरू पब्लिक विद्यालय जींद जिले का एकमात्र प्रशिक्षण संस्थान है  जिसमें लगभग 100 से अधिक छात्रों को प्रशिक्षण दिया जाता है। विद्यालय के छात्र कराटे टीम में लगातार अभ्यास करते रहते है और इस कड़ी मेहनत से छात्रों का राष्ट्रीय स्तर पर चयन हो गया है , जो कि अमृतसर में होने जा रही है ।

छात्रों ने अपनी जीत का श्रेय विद्यालय कराटे कोच विक्की और अपने अभिभावकों को दिया । अब खेल प्रतियोगिता राष्ट्रीय स्तर पर होने जा रही है। जिसमें मोतीलाल नेहरू पब्लिक विद्यालय के छात्र भी उस प्रतियोगिता मे भाग लेंगे । प्रबंध समिति अध्यक्ष संदीप दहिया और विद्यालय प्राचार्य रविंद्र कुमार जी ने विद्यालय में प्रमाण पत्र देकर और मेडल पहनाकर छात्रों को सम्मानित किया और उसके उज्ज्वल' भविष्य की मनोकामना की और कहा कि इस उपलब्धि के साथ होनहार छात्रों ने दूसरे छात्रों को यह सिखाया कि मेहनत, समर्पण और निष्ठा का महत्व क्या है।

वह हमारे छात्रों के लिए एक प्रेरणादायक उद्धरण है। हम उनकी सफलता को मानते हैं और आने वाले समय में उनके और ऐसे उदाहरण की उम्मीद करते हैं ,जो हमारे विद्यालय का नाम और गरिमा बढ़ाने में मदद करेंगे । विद्यालय प्रशासक श्री वीपी शर्मा और हेड कोऑर्डिनेटर सुरेंद्र कुमार जी ने कहा कि खेल खेलने से बच्चों के मस्तिक का विकास होता है और बुद्धि में वृद्धि होती है क्योंकि कहा गया है कि स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ आत्मा का निर्माण होता है । बच्चों का खेल कूद से बहुत ही गहरा नाता होता है । बच्चे खेलकूद में जो गुण सीखते हैं ,उन्हें जिंदगी भर याद रखते हैं। इसलिए सभी बच्चों ने खेलों में बढ़-चढ़कर भाग लेना चाहिए। इस अवसर पर विद्यालय कोच मौजूद रहे।