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झूमते झूमते कटेगा इस एक्सप्रेसवे पर सफर, इस अगस्त से वाहनों का फर्राटा भरना शुरू 

दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेस-वे का 96% काम पूरा हो चुका है, और इसकी अंतिम तिथि अगस्त 2024 निर्धारित की गई है। इस महत्वपूर्ण परियोजना की समीक्षा बैठक 15-16 जुलाई को प्रस्तावित है, जिसमें भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) द्वारा पूरे देश की परियोजनाओं की समीक्षा की जाएगी।
 

Delhi-Dehradun Expressway: दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेस-वे का 96% काम पूरा हो चुका है, और इसकी अंतिम तिथि अगस्त 2024 निर्धारित की गई है। इस महत्वपूर्ण परियोजना की समीक्षा बैठक 15-16 जुलाई को प्रस्तावित है, जिसमें भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) द्वारा पूरे देश की परियोजनाओं की समीक्षा की जाएगी।

कुल लंबाई: 31.600 किलोमीटर
कुल लागत: ₹2,423 करोड़
पैकेज-एक की लंबाई: 14.750 किलोमीटर (लागत: ₹1,100 करोड़)
पैकेज-दो की लंबाई: 16.850 किलोमीटर (लागत: ₹1,323 करोड़)
पैकेज-एक में 6.398 किलोमीटर, पैकेज-दो में 11.244 किलोमीटर
7 अंडर पास, 2 रेलवे ओवर ब्रिज (आरओबी), 17 मेजर जंक्शन, 37 माइनर जंक्शन
स्लिप सर्विस रोड: 28.39 किलोमीटर

इस एक्सप्रेस-वे का निर्माण दो पैकेजों में किया जा रहा है, जिसमें पैकेज-एक की लागत ₹1,100 करोड़ और पैकेज-दो की लागत ₹1,323 करोड़ है। परियोजना के अंतर्गत छात्रों के लिए कई जगह एफओबी (फुट ओवर ब्रिज) भी बनाए गए हैं। वर्तमान में, 95-96 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है और जगह-जगह फिनिशिंग का काम जारी है।

सितंबर 2024 में एक्सप्रेस-वे को वाहनों के लिए खोलने की तैयारी की जा रही है। एनएचएआई ने निर्माण करने वाली कंपनियों को गुणवत्ता और सुरक्षा के दिशा-निर्देश जारी किए हैं, ताकि परियोजना की समय सीमा का पालन सुनिश्चित किया जा सके।

दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेस-वे के निर्माण के अंतिम चरण में पहुँचने के साथ, अगस्त 2024 तक पूरा होने की उम्मीद है। इस एक्सप्रेस-वे से दिल्ली और देहरादून के बीच यात्रा में समय की महत्वपूर्ण बचत होगी और यातायात व्यवस्था में सुधार होगा।