नायब सैनी सरकार प्रदेश की 433 अवैध कालोनियों करेगी नियमित,1जुलाई से पहले होंगी वैध
हरियाणा प्रदेश में शहरी क्षेत्र में नायक सैनी सरकार 433 अवैध कॉलोनियों को नियमित करने जा रही है। इन अवैध कॉलोनी में रह रहे लोगों को 1 जुलाई से पहले सरकार द्वारा मालिकाना हक दे दिया जाएगा। मुख्यमंत्री नायब सैनी ने अवैध कॉलोनी में रह रहे लोगों को बड़ा तोहफा दिया है। प्रदेश के शहरी क्षेत्र में ऐसी 433 कालोनियां जो अभी तक अवैध है।
ज्ञात हो कि प्रदेश की 741 अनियमित कॉलोनी को सरकार द्वारा पहले ही नियमित किया जा चुका है। अब बची हुई 433 अनियमित कॉलोनीयों को सरकार ने 30 जून से पहले-पहले नियमित करने के आदेश जारी किए हैं। सरकार द्वारा वैद्य किया जाएगा। प्रदेश के शहरी क्षेत्रों में कृषि भूमि की खरीद व भूमि का कोई हिस्सा बेचने के लिए नगर परिषद एवं नगर पालिकाओं से किसी भी एनडीसी की आवश्यकता नहीं है बल्कि भूमि मालिक सीधे तौर पर अपनी रजिस्ट्री करवा सकेंगे।
ऐसी संपत्तियों पर किसी भी तरह का प्रॉपर्टी टैक्स व विकास शुल्क लागू नहीं होगा। राज्य में इस तरह की कुल 252000 संपत्तियां हैं। हरियाणा के शहरी स्थानीय निकाय राज्य मंत्री सुभाष सुधा चंडीगढ़ में पत्रकारों को संबोधित कर रहे थे। सुधा ने कहा कि शहरी क्षेत्रों में कॉलोनियों में खाली प्लॉट को बेचने की अनुमति होगी।
इसके लिए प्रार्थी को प्रॉपर्टी टैक्स व अन्य बकाया शुल्क जमा करने के बाद में नो ड्यूज सर्टिफिकेट जारी कर दिया जाएगा। जिसके आधार पर वो अपनी संपत्ति को बेच सकेंगे। इससे 430000 संपत्तियों को लाभ मिलेगा। जिस भी संपत्ति मालिक ने लाल होरा के अंदर स्थित अपनी संपत्ति को स्वयं प्रमाणित कर दिया है, उसे अपनी संपत्ति बेचने की अनुमति होगी। इस तरह की 685000 संपत्तियों को लाभ मिलेगा।
शहरी क्षेत्र की 741 कॉलोनीयों को किया जा चुका है नियमित
हरियाणा के शहरी क्षेत्रों में पहले ही 741 अस्वीकृत कॉलोनियों को नियमित किया जा चुका है। जिसकी सभी 171368 संपतियों को बेचने का अधिक मालिकों को सौंप दिया है। इसके अतिरिक बची हुई 433 अनियमित कॉलोनियों को नियमित करने का कार्य 30 जून तक पूरा कर दिया जाएगा। इसके अतिरिक 705 छोटे क्षेत्रों (पैवेस) को भी नियमित किया जा चुका है।
ऐसे बचे हुए लगभग 1200 क्षेत्रों (पैच) जो सरकारी भूमि पर, वन बेजे में या ग्रीन बेल्ट और रोड की भूमि पर होंगे, उन्हें छोड़कर बाकी को 30 जून तक अधिकृत कर दिया जाएगा। इससे कुल 13 लाशा 38 हजार संपतियों को लाभ मिलेगा। राज्य मंत्री ने कहा कि 117705 प्रोपटीस पर आमति लगने की वजह से लोग राशि जब नहीं कर पा रहे थे, उन्हें अब राशि जब करने की सुविधा प्रदान कर दी गई है।
शहरी क्षेत्रे को पर बैठे सुविधा उपलब्ध करने के लिए एसएसवेपी, एवएसईआईडीसी एवं वहसील में किसी भी प्रकार की रजिस्ट्री होते ही सभी तरह की विवरण नगर निकायों के प्रॉपर्टी पोर्टल पर खुद आ जाएंगी। लोगों को अब इसके लिए कार्यालयों के चक्कर काटने या किसी के पास भी जाने की जरूरत नहीं है और यह सुविधा उन्हें घर बैठे मिलेगी।