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Haryana News: हरियाणा में अब मिल रही है 5816 गांव में घंटे लाइट, पूर्व सीएम खट्टर ने बताई उपलब्धियां  

28 हजार करोड़ रुपये का कर्ज अपने हाथ में ले लिया। उन्होंने गांवों में 24 घंटे बिजली आपूर्ति के लिए 'म्हारा गांव-जगमग गांव' योजना का भी शुभारंभ किया। 2014 में जब भाजपा सत्ता में आई थी, तब राज्य के 105 गांवों में 24 घंटे आपूर्ति की सुविधा थी। इस योजना के बाद अब राज्य के 5816 गांवों के लोगों को 24 घंटे बिजली मिल रही है।
 

Haryana News: हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर और राज्य के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) शत्रुघ्न कपूर ने राज्य के बिजली निगमों को कर्ज और नुकसान से उबारने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। लंबे समय तक बिजली कंपनियों के सीएमडी रहे शत्रुघ्न कपूर ने अपनी किताब 'वायर्ड फॉर सक्सेस' में बिजली कंपनियों के सुधार और सफलता की कहानी लिखी है। इस पुस्तक का विमोचन केंद्रीय विद्युत और शहरी विकास मंत्री मनोहर लाल खट्टर ने नई दिल्ली में महाराष्ट्र भवन में किया।

लगभग साढ़े नौ साल तक हरियाणा के मुख्यमंत्री रहे मनोहर लाल ने अपने पहले कार्यकाल में बिजली विभाग अपने पास रखा था। उस समय, उन्होंने आईपीएस शत्रुघ्न कपूर को सीएमडी और बिजली कंपनियों के अध्यक्ष के रूप में नियुक्त करके एक नया प्रयोग किया। बिजली निगमों के नुकसान और ऋण को कम करने के लिए, मनोहर सरकार ने पहले कार्यकाल में ही केंद्र सरकार की 'उदय' योजना को अपनाने का फैसला किया।

इसके तहत सरकार ने बिजली निगमों का करीब 28 हजार करोड़ रुपये का कर्ज अपने हाथ में ले लिया। उन्होंने गांवों में 24 घंटे बिजली आपूर्ति के लिए 'म्हारा गांव-जगमग गांव' योजना का भी शुभारंभ किया। 2014 में जब भाजपा सत्ता में आई थी, तब राज्य के 105 गांवों में 24 घंटे आपूर्ति की सुविधा थी। इस योजना के बाद अब राज्य के 5816 गांवों के लोगों को 24 घंटे बिजली मिल रही है। इस योजना के माध्यम से निगम लगभग 7 हजार करोड़ रुपये के बकाया बिलों की वसूली भी कर पाए हैं।

इस अवसर पर दिल्ली उच्च न्यायालय के न्यायमूर्ति डी. के. शर्मा भी उपस्थित थे। इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री ने कहा कि यह पुस्तक समाज के सभी वर्गों और अन्य राज्यों के बिजली वितरण निगमों को भी बड़े पैमाने पर लाभान्वित करेगी। अपने अनुभवों को साझा करते हुए, मनोहर लाल ने कहा, "जब मैंने 2014 में मुख्यमंत्री के रूप में पदभार संभाला, तो हरियाणा में बिजली कंपनियों की स्थिति बहुत दयनीय थी। पुराने बिजली बिल का भुगतान करने की कोई योजना नहीं थी। ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली के बिलों का भुगतान न करना लगभग एक प्रथा बन गई थी, लेकिन हमने इस प्रणाली को बदल दिया।

उन्होंने बताया कि हरियाणा में बिजली कंपनियों को घाटे से उबारने और मुनाफे में लाने के लिए 2016 में उदय योजना के तहत व्यापक सुधार के कदम उठाए गए। इस दिशा में राज्य के वरिष्ठ अधिकारी शत्रुजीत कपूर को अहम जिम्मेदारी सौंपी गई। उनके कुशल नेतृत्व में हरियाणा की दोनों बिजली कंपनियों ने निर्धारित लक्ष्य से दो वर्ष पहले ही लाभ अर्जित कर लिया।

मनोहर लाल ने कहा कि ‘वायर्ड फॉर सक्सेस’ पुस्तक हरियाणा बिजली वितरण कंपनियों की अभूतपूर्व कहानी पर आधारित है। उन्होंने मंच से श्रीमद्भगवतगीता के श्लोक का उच्चारण करते हुए कहा ‘कर्मण्येवाधिकारस्ते मां फलेशु कदाचन’ यानी हमारा अधिकार केवल कर्म करने का है, फल की चिंता करना हमारा काम नहीं है। हमारे कर्मों ने ही हरियाणा को बिजली सुधार के क्षेत्र में अग्रणी बनाया है।

प्रशिक्षण केंद्रों में पढ़ाई जाएगी पुस्तक

इस मौके पर केंद्रीय मंत्री ने केंद्रीय उपक्रमों तथा प्रशिक्षण संस्थानों से आग्रह किया कि वे हरियाणा के इन सफल प्रयोगों का अध्ययन करें और इस पुस्तक में दी गई बेस्ट प्रेक्टिसेज को सार्वजनिक तथा केंद्र सरकार के प्रशिक्षण केंद्रों में पढ़ाया जाए ताकि भविष्य में उन्हें इनका लाभ मिल सके। उन्होंने पुस्तक के प्रकाशक को सुझाव दिया कि इसका अनुवाद हिंदी व अन्य भाषाओं में भी किया जाए ताकि हर कोई इसका लाभ उठा सके।

बदल गया वर्क कल्चर : कपूर

पुलिस महानिदेशक शत्रुजीत कपूर ने कहा कि केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल के नेतृत्व में हरियाणा बिजली निगमों को न केवल सफलता की नई ऊंचाइयां मिली बल्कि लाइन लॉस में रिकॉर्ड कमी दर्ज की। इसके परिणामस्वरूप दोनों वितरण कंपनियां – दक्षिण व उत्तर हरियाणा बिजली वितरण निगम मुनाफे में आईं। कपूर 2016 में बिजली निगमों के सीएमडी नियुक्त हुए थे। उनका कहना है कि इस कामयाबी को हासिल करने के लिए वर्क कल्चर को बदला गया। मैरिट बेस्ड ट्रांसफर पॉलिसी बनाई और उसे सख्ती से लागू किया। बिजली चोरी को रोकने के लिए एक नई एसओपी बनाई और उसे प्रभावी तरीके से लागू कर बिजली चोरी रोकने में बड़ी सफलता हासिल की।