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उत्तर प्रदेश के विकास को नई ऊंचाइयों पर ले जाने वाली परियोजना ! इतने जिलों की बल्ले बल्ले करवाएगा यह एक्सप्रेसवे 

गोरखपुर-शामली एक्सप्रेसवे उत्तर प्रदेश के इंफ्रास्ट्रक्चर में क्रांतिकारी बदलाव लाने वाला एक महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट है। इस एक्सप्रेसवे के निर्माण से राज्य में न केवल यातायात सुविधाओं में सुधार होगा, बल्कि आर्थिक विकास को भी नया आयाम मिलेगा।
 

Gorakhpur-Shamli Expressway: गोरखपुर-शामली एक्सप्रेसवे उत्तर प्रदेश के इंफ्रास्ट्रक्चर में क्रांतिकारी बदलाव लाने वाला एक महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट है। इस एक्सप्रेसवे के निर्माण से राज्य में न केवल यातायात सुविधाओं में सुधार होगा, बल्कि आर्थिक विकास को भी नया आयाम मिलेगा।

उत्तर प्रदेश में सड़कों का जाल तेजी से फैल रहा है, जिससे राज्य की यातायात क्षमता में बड़ा सुधार हो रहा है। गोरखपुर-शामली एक्सप्रेसवे का निर्माण राज्य के पूर्वी और पश्चिमी हिस्सों को जोड़ने के उद्देश्य से किया जा रहा है। यह 700 किमी लंबा एक्सप्रेसवे, राज्य की सड़कों के नेटवर्क में एक नया और महत्वपूर्ण जोड़ साबित होगा।

इस एक्सप्रेसवे की लागत लगभग 35,000 करोड़ रुपये अनुमानित है, जिसे राज्य और केंद्र सरकार द्वारा संयुक्त रूप से वहन किया जा रहा है। यह निवेश उत्तर प्रदेश की सड़क कनेक्टिविटी को बेहतर बनाने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है, जो राज्य के आर्थिक विकास में योगदान देगा।

गोरखपुर-शामली एक्सप्रेसवे से उत्तर प्रदेश के कई छोटे जिलों को महत्वपूर्ण आर्थिक लाभ होगा। इस एक्सप्रेसवे के निर्माण से स्थानीय व्यापार और पर्यटन को नई गति मिलेगी। छोटे जिले, जो पहले बड़े शहरों से कटे हुए थे, अब लिंक एक्सप्रेसवे और संपर्क ईवे के माध्यम से बड़े शहरों के साथ बेहतर ढंग से जुड़ सकेंगे।

शामली से गोरखपुर तक की यात्रा समय में भी बड़े पैमाने पर कमी आएगी। जहां पहले इस दूरी को तय करने में 15 घंटे लगते थे, अब यह समय आधा हो जाएगा। इस प्रकार, यह एक्सप्रेसवे न केवल लोगों को समय की बचत करेगा, बल्कि यात्रा को भी अधिक सुविधाजनक बनाएगा।

 गोरखपुर-शामली एक्सप्रेसवे की कनेक्टिविटी गंगा एक्सप्रेसवे से होगी, जिससे हरियाणा, पंजाब, और दिल्ली के निवासियों को भी बेहतर यातायात सुविधाएं मिलेंगी। यह कनेक्टिविटी इन क्षेत्रों में आर्थिक और सामाजिक विकास को तेजी से बढ़ावा देगी।

गोरखपुर-शामली एक्सप्रेसवे को एक ग्रीनफील्ड कॉरिडोर के रूप में विकसित किया जा रहा है। इस परियोजना के तहत एक्सप्रेसवे के दोनों ओर हजारों पेड़ और झाड़ियां लगाई जाएंगी, जिससे यह पर्यावरण के अनुकूल विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगा।

गोरखपुर-शामली एक्सप्रेसवे उत्तर प्रदेश के इंफ्रास्ट्रक्चर विकास में एक मील का पत्थर साबित होगा। इस परियोजना से न केवल यातायात सुविधाओं में सुधार होगा, बल्कि राज्य के आर्थिक और सामाजिक विकास को भी बढ़ावा मिलेगा। पर्यावरण के अनुकूल विकास और कनेक्टिविटी के व्यापक प्रभाव के साथ, यह एक्सप्रेसवे उत्तर प्रदेश को एक नई दिशा में ले जाएगा।