सिरसा की बेटी ने किया कमाल, सोशल मीडिया से दूरी बनाकर हासिल की यूपीएससी की परीक्षा में 221वीं रैंक
UPSC topper Komal Garg:हरियाणा प्रदेश के सिरसा जिले की बेटी ने सोशल मीडिया से दूरी बनाकर दिन-रात मेहनत कर यूपीएससी की परीक्षा में 221वीं रैंक हासिल की है। सिरसा जिले की रहने वाली कोमल गर्ग ने बताया कि आज के दौर में सोशल मीडिया हम पर हावी होती जा रही है।
सोशल मीडिया के जितने फायदे हैं, उतने नुकसान भी हैं। मैंने यूपीएससी की तैयारी करने हेतु सबसे पहले सोशल मीडिया से दूरी बनाने का फैसला लिया।
इसी का परिणाम है कि आज मैंने यूपीएससी द्वारा आयोजित इस परीक्षा में देश में 221वां स्थान प्राप्त किया है।
आपको बता दें कि संघ लोक सेवा आयोग संपूर्ण देश के युवाओं हेतु प्रतिवर्ष सिविल सेवा परीक्षा का आयोजन करता है। इस परीक्षा में देश के लाखों युवा भाग लेते हैं।
इस परीक्षा को पास करने का सपना संजोए देश के लाखों युवा दिन-रात मेहनत करते हैं। लेकिन यूपीएससी की परीक्षा पास कर सफलता के शिखर तक पहुंचने के लिए बच्चों को कड़ी मेहनत के साथ अपने जीवन में कई त्याग भी करने पड़ते हैं।
इसी का उदाहरण बनी है सिरसा जिले के अग्रसेन कॉलोनी में रहने वाली कोमल गर्ग। कोमल गर्ग के पिता संजय गर्ग बताते हैं कि कोमल ने सोशल मीडिया और घरों में होने वाले पारिवारिक कार्यक्रमों से दूरी बनाकर अपना संपूर्ण ज्ञान पढ़ाई पर ध्यान दिया यूपीएससी की परीक्षा में 221वीं रैंक हासिल की। कोमल को यह सफलता तीसरे प्रयास में मिली।
कोमल गर्ग ने अपने विचार सांझा करते हुए कहा कि देश के हर एक युवा का यह सपना होता है कि वह प्रशासनिक क्षेत्र में पद ग्रहण कर देश की सेवा करें। उन्होंने बताया कि वह आईएएस ऑफिसर अशोक खेमका द्वारा भ्रष्टाचार किए गए कार्यों से प्रभावित थी और उन्हीं की तरह प्रशासनिक सेवा में अफसर बनकर देश की सेवा करनी चाहती थी। इसके लिए उन्होंने दिन-रात मेहनत के साथ-साथ सोशल मीडिया और पारिवारिक कार्यक्रमों से दूरी भी बना ली।
आईएएस अफसर अशोक खेमका से प्रेरणा लेकर दी यूपीएससी की परीक्षा
सिरसा की बेटी कोमल ने बताया कि वह अक्सर आईएएस अफसर अशोक खेमका द्वारा समाज के लिए किए जाने वाले अच्छे कार्यों के बारे में अखबार में पढ़ती रहती थी।
अशोक खेमका की कार्यप्रणाली से प्रभावित होकर ही उन्होंने यूपीएससी की परीक्षा देने हेतु तैयारी करने शुरू की। उन्होंने बताया कि आईएएस अफसर अशोक खेमका की प्रतिदिन छापने वाली अखबारों में खबरे से मुझे भी आईएएस बनने की प्रेरणा मिली। उन्होंने कहा कि मेरी सफलता के पीछे मेरे संपूर्ण परिवार माता-पिता, भाई, बहन के साथ-साथ सहेलियां के मोटिवेशन का भी अहम योगदान है। मेरे पिता अखबार पढ़ने की शौक़ीन हैं।
जिसके चलते उनका सामान्य ज्ञान बहुत अच्छा है। जिसका मुझे काफी फायदा मिला। इसी का नतीजा है कि मैं आज यूपीएससी की परीक्षा में सफलता हासिल की है। उन्होंने कहा कि आज देश में भ्रष्टाचार एक बहुत बड़ी समस्या बन चुकी है। मैं कोशिश करूंगी की भ्रष्टाचार को खत्म कर आम लोगों को उनका हक दिलवा सकूं। इसके अलावा में इंपावरमेंट विषय पर भी काम चाहती हूं।
कोमल गर्ग ने अपनी पढ़ाई सिरसा शहर से ही की थी। उन्होंने सिरसा शहर स्थित महाराजा अग्रसेन स्कूल से अपनी 12वीं तक की पढ़ाई पूरी की। कोमल ने स्नातकोत्तर की पढ़ाई इग्नू से की है। कोमल ने यूपीएससी की तैयारी शुरू करने से पहले नेट क्वालिफाइड भी कर लिया था। कोमल बचपन से ही पढ़ाई में अव्वल रही है। कोमल की माता चंचल गर्ग इतिहास में एमए कर चुकी हैं और पिता संजय गर्ग ने बीकॉम की पढ़ाई की है।
कोमल की बड़ी बहन महिमा मुंद्रा वर्तमान में सीए हैं, तो छोटा भाई विवेक गर्ग एमबीबीएस की पढ़ाई कर डॉक्टर बनने की तैयारी कर रहा है।
कोमल गर्ग अपने तीसरे प्रयास में यह सफलता हासिल हूई। इससे उन्होंने दो बार यूपीएससी की परीक्षा दी लेकिन कामयाब नहीं हो सकी। दो बार परीक्षा देने पर सफलता न मिलने के कारण उन्होंने हिम्मत नहीं हारी और कड़ी मेहनत कर अपने तीसरे प्रयास में यूपीएससी की परीक्षा में 221वीं रैंक हासिल कर अपने परिवार का नाम रोशन कर दिया।