हिसार में फिर रणजीत चौटाला का जमकर विरोध, पुलिस ने किसानों पर भांजी लाठियां
Haryana News: हरियाणा में सभी पार्टियां चुनाव प्रचार में जुट गई हैं। लेकिन पिछले कुछ हफ्तों में भाजपा नेताओं द्वारा विरोध प्रदर्शन की खबरें आई हैं।
Apr 25, 2024, 12:30 IST
Haryana news: लोकसभा चुनाव से पहले हरियाणा में सभी पार्टियां चुनाव प्रचार में जुट गई हैं। लेकिन पिछले कुछ हफ्तों में भाजपा नेताओं द्वारा विरोध प्रदर्शन की खबरें आई हैं। बुधवार को किसानों ने हिसार के न्योली कलां में भाजपा उम्मीदवार रंजीत चौटाला के खिलाफ एक बार फिर विरोध प्रदर्शन किया।
हिसार से भाजपा उम्मीदवार रंजीत सिंह चौटाला हिसार के न्योली कलां गांव में एक समारोह में पहुंचे। कुछ किसानों ने भाजपा के खिलाफ नारे लगाए। किसानों ने भाजपा सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया। उन्होंने 'किसान एकता जिदान "के नारे भी लगाए।
भाजपा ने किसानों से मांगा जवाब
किसानों ने रंजीत सिंह चौटाला से पूछा, "हमारा ट्यूबवेल कनेक्शन काम क्यों नहीं कर रहा है? हमने इसके लिए पैसे भी जमा किए हैं, हमारे पैसे बिजली निगम में जमा हैं, इसके बाद भी चक्कर लगाए जा रहे हैं।जिस पर रंजीत चौटाला ने किसानों को मामले की जांच कराने का आश्वासन दिया।
काफिले की वापसी पर भी लगाए गए नारे
किसान यहीं नहीं रुके, बल्कि उन्होंने किसानों पर लाठीचार्ज पर भी सवाल उठाया। रंजीत ने कोई जवाब नहीं दिया। इसके बाद सरकार के खिलाफ काफी हंगामा हुआ था। इसके बाद भाजपा नेता ने अपने सहयोगियों को माइक दिया और वहां से चले गए। उसी समय, जब रंजीत चौटाला का काफिला लौटने लगा, तो किसानों ने फिर से भाजपा सरकार के मुर्दाबाद के नारे लगाने शुरू कर दिए।
हिसार से भाजपा उम्मीदवार रंजीत सिंह चौटाला हिसार के न्योली कलां गांव में एक समारोह में पहुंचे। कुछ किसानों ने भाजपा के खिलाफ नारे लगाए। किसानों ने भाजपा सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया। उन्होंने 'किसान एकता जिदान "के नारे भी लगाए।
भाजपा ने किसानों से मांगा जवाब
किसानों ने रंजीत सिंह चौटाला से पूछा, "हमारा ट्यूबवेल कनेक्शन काम क्यों नहीं कर रहा है? हमने इसके लिए पैसे भी जमा किए हैं, हमारे पैसे बिजली निगम में जमा हैं, इसके बाद भी चक्कर लगाए जा रहे हैं।जिस पर रंजीत चौटाला ने किसानों को मामले की जांच कराने का आश्वासन दिया।
काफिले की वापसी पर भी लगाए गए नारे
किसान यहीं नहीं रुके, बल्कि उन्होंने किसानों पर लाठीचार्ज पर भी सवाल उठाया। रंजीत ने कोई जवाब नहीं दिया। इसके बाद सरकार के खिलाफ काफी हंगामा हुआ था। इसके बाद भाजपा नेता ने अपने सहयोगियों को माइक दिया और वहां से चले गए। उसी समय, जब रंजीत चौटाला का काफिला लौटने लगा, तो किसानों ने फिर से भाजपा सरकार के मुर्दाबाद के नारे लगाने शुरू कर दिए।