फर्जी दाखिलों और एमडीएम के सम्बन्ध में अध्यापकों को बुलाने का संघ ने किया विरोध
राजकीय प्राथमिक शिक्षक संघ ने निदेशक हरियाणा सरकार को जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी, जींद के माध्यम से एमडीएम से सम्बन्धित मुद्दे पर ज्ञापन सौंपा। जिला प्रधान जितेन्द्र बैनीवाल ने बताया कि सरकार अखबारों के माध्यम से फर्जी दाखिलों का ढिंढ़ोरा पीटकर शिक्षकों को बेवजह बदनाम कर रही है।
जबकि हकीकत यह है कि 2014 से पहले सभी बच्चों के दाखिले केवल स्कूल रजिस्टर में ही होते थे, बाद में सरकार ने एमआईएस पोर्टल पर दाखिले शुरू किए गए लेकिन इसमें जिन बच्चों का आधार कार्ड नहीं था उनका एसआरएन नहीं हो सका, इस कारण उन छात्रों को बोगस माना गया जबकि वो स्कूलों में दाखिल थे।
पूर्व प्रधान रूपेन्द्र गोयत ने बताया कि आरटीई 2009 के तहत जिस बच्चे का दाखिला एक बार हो गया उसका नाम पूरा साल नहीं काट सकते, चाहे वो स्कूल में महीने में एक बार ही आए और ना ही उसे फेल कर सकते हैं।
महासचिव अश्वनी नैन ने कहा कि सभी को पता है कि जो बच्चा स्कूल में उपस्थित होता है केवल उसी को मध्यान भोजन दिया जाता है और उसी का भोजन बनाया जाता है। अनुपस्थित विद्यार्थियों का भोजन नहीं बनाया जाता, ये बात सरकार और विभाग दोनों को अच्छी तरह पता है फिर भी जानबूझकर झूठ फैलाया जा रहा है।
कोषाध्यक्ष अभिमन्यु रेढू ने बताया कि बैग और स्टेशनरी का समान भी उन्हीं बच्चों को दिया गया था जो स्कूल में उपस्थित होते थे, चाहे वो कुछ दिन आए हों। ये सब सरकार द्वारा शिक्षकों को बदनाम करने और सरकारी स्कूलों को बंद करने के लिए फैलाया जा रहा है, इसको प्राथमिक शिक्षक कभी भी सहन नहीं करेगा और जोरदार तरीके से इसका विरोध करेगा। प्राथमिक शिक्षक संघ मांग करता है कि इस सब में शिक्षकों को शामिल न करके विभाग स्वयं अपने स्तर पर इसका निपटारा करे और शिक्षकों को मानसिक परेशानी से बचाए।
इस मौके पर सभी ब्लॉक प्रधान, सचिव, कोषाध्यक्ष सोमदत्त बेदी, कृष्ण सैनी, राजेश चहल, रामकेश,वेदप्रकाश, जयबीर, विरेंद्र श्योकंद, मनीषा, सोनिया, संतरों सहारण, रीतू, संतोष, अजमेर राठी, सज्जन राठी, अनिल, कर्ण सिंह, रामफल, रविंद्र आदि अध्यापक मौजूद रहे।