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यूपी की इन राज्यों के साथ बढ़ेगी कनेक्टिविटी ! बनेगा एक नया शानदार एक्सप्रेसवे 

उत्तर प्रदेश से लेकर पश्चिम बंगाल तक 519.58 किलोमीटर लंबा गोरखपुर-सिलीगुड़ी एक्सप्रेसवे एक महत्वपूर्ण सड़क परियोजना है, जिसे भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) द्वारा विकसित किया जा रहा है। इस परियोजना का उद्देश्य क्षेत्रीय कनेक्टिविटी को बढ़ाना और विकास को प्रोत्साहित करना है।
 

UP Expressway: उत्तर प्रदेश से लेकर पश्चिम बंगाल तक 519.58 किलोमीटर लंबा गोरखपुर-सिलीगुड़ी एक्सप्रेसवे एक महत्वपूर्ण सड़क परियोजना है, जिसे भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) द्वारा विकसित किया जा रहा है। इस परियोजना का उद्देश्य क्षेत्रीय कनेक्टिविटी को बढ़ाना और विकास को प्रोत्साहित करना है।

लंबाई और लागत

कुल लंबाई: 519.58 किलोमीटर
लागत: लगभग 32,000 करोड़ रुपये

गोरखपुर-सिलीगुड़ी एक्सप्रेसवे की डीपीआर में अब बदलाव की योजना है, खासकर ग्रीनलैंड एरिया के कारण। यह परियोजना देवरिया और कुशीनगर के कुछ हिस्सों को पार करते हुए बढ़ेगी, जिससे इसकी लंबाई बढ़कर करीब 85 किलोमीटर हो जाएगी।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने केंद्रीय मंत्रिमंडल द्वारा उत्तर प्रदेश के लिए विभिन्न सड़क परियोजनाओं की मंजूरी पर प्रसन्नता व्यक्त की। इन परियोजनाओं में 6-लेन आगरा-ग्वालियर नेशनल हाई-स्पीड कॉरिडोर, 4-लेन अयोध्या रिंग रोड और 6-लेन कानपुर रिंग रोड शामिल हैं।

गोरखपुर-सिलीगुड़ी एक्सप्रेसवे एक महत्वपूर्ण परियोजना है, जो उत्तर प्रदेश, बिहार और पश्चिम बंगाल के बीच कनेक्टिविटी को बेहतर बनाने के लिए बनाई जा रही है। इस परियोजना से न केवल यातायात की सुविधा बढ़ेगी, बल्कि यह क्षेत्रीय विकास, औद्योगिक प्रगति, और रोजगार सृजन के लिए भी महत्वपूर्ण साबित होगी।