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सुखदेव सिंह गोगामेड़ी केस में बड़ा खुलासा: अशोक मेघवाल 5 साल से कर रहा था हथियार सप्लाई, उठाता था मोटी रकम 

 
Gogamedi case: पुलिस ने उधम सिंह को चंडीगढ़ से दबोचा और जयपुर लाकर पूछताछ की। जहां उसने अशोक मेघवाल का नाम बताया। इसके बाद एनआईए की टीम ने अशोक को उसके गांव से दबोच लिया।

Indiah1, जयपुर: पिछले दिनों राजस्थान में हुए गोगामेड़ी हत्याकांड के मामले में एनआईए ने जांच शुरू होने पर बड़े अहम सुराख़ हाथ लगे है।  अशोक मेघवाल ने ही गोदारा के इशारे पर हरियाणा से हथियार लाकर गोगामेड़ी हत्याकांड के बदमाशों को दिए थे इसमें झुंझुनू से गिरफ्तार किए गए अशोक मेघवाल से पूछताछ में एनआईए को महत्वपूर्ण बातों का खुलासा हुआ है। 

5 सालों से हथियार सप्लाई करने का काम

अशोक ही वह शख्स हैं, जो गैंगस्टर रोहित गोदारा के इशारों पर ही 5 सालों से हथियार सप्लाई करने का काम कर रहा था। इसके माध्यम से लॉरेंस बिश्नोई गैंग के गुर्गे वारदातों का अंजाम देते थे। जांच में यह भी बात सामने आई कि गोगामेड़ी की हत्या कांड के तार बीकानेर से भी जुड़े हुए हैं।


पूछताछ में सामने आया कि झुंझुनू के झरेली निवासी अशोक मेघवाल गैंगस्टर रोहित गोदारा के इशारे पर काम करता था। वह उसके सीधे संपर्क में था। अशोक पिछले 5 सालों से बदमाशों को हथियार उपलब्ध कराता था। वह अब तक 80 से 90 हथियार बदमाशों को दे चुका है। यह सब गैंगस्टर रोहित गोदारा के इशारे पर करता था। इन्हीं हथियारों से बदमाश वारदातों को अंजाम देते थे। इसके बदले अशोक मेघवाल को हर महीने 40 से 50 हजार रुपये मिलते थे। इस काम में लोकल बदमाश भी उसका साथ देते थे।

उधम सिंह को चंडीगढ़ से दबोचा

जब पुलिस ने उधम सिंह को चंडीगढ़ से दबोचा और जयपुर लाकर पूछताछ की। जहां उसने अशोक मेघवाल का नाम बताया। इसके बाद एनआईए की टीम ने अशोक को उसके गांव से दबोच लिया। जहां से उसके कब्जे से 8 पिस्टल 16 मैगजीन 9 MM के कारतूस भी बरामद किए।

एनआईए की पूछताछ में सामने आया कि अशोक कुमार मेघवाल ने रोहित गोदारा के इशारे पर ही गोगामेड़ी हत्याकांड के बदमाशों को हथियार उपलब्ध कराए थे। इसके लिए अशोक हरियाणा से हथियार लेकर राजस्थान आया। इसके अलावा हत्याकांड का एक आरोपी उधम सिंह को उसने झरेली गांव में एक सप्ताह तक पनाह दी। 


अशोक मेघवाल 2014 में बीकानेर चला गया। यहां उसने चोरी नकबजनी की कई वारदातें की। इस दौरान उसने अपने गांव के कई बदमाशों को बुलाकर बीकानेर में एटीएम लूट की वारदात को अंजाम दिया। इस बीच एक चोरी की घटना में वह जेल चला गया। जहां उसकी पहचान गैंगस्टर वीरेंद्र सिंह से हुई। वीरेंद्र सिंह ने ही अशोक की पहचान रोहित गोदारा से करवाई। इसके बाद में रोहित गोदारा की गैंग को हथियार सप्लाई करने का काम करने लगा।

बता दें कि बीते 5 दिसंबर को जयपुर में सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की दिनदहाड़े हत्या कर दी गई। इस मामले में पुलिस ने दो शूटर नितिन फौजी और रोहित राठौड़ समेत नौ लोगों को गिरफ्तार किया। इसके बाद मामले की जांच एनआईए को सौंप गई। इस मामले की जांच करते हुए बीते बुधवार को एनआईए ने राजस्थान और हरियाणा के 31 स्थानों पर छापेमारी की कार्रवाई की। जहां झुंझुनू के झरेली से अशोक मेघवाल को दबोच लिया।