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अपने पति का पहले एक्सीडेंट करवाया बच गया तो घर में ही मरवा दी गोलियां ,30 महीने बाद हुआ खुलासा। 
 

हरियाणा के पानीपत में 30 महीने पहले हुए विनोद भराड़ा हत्याकांड इन दिनों सुर्खियों किया में है।
 
 

इस केस में पहले सिर्फ एक ही आरोपी माना जा रहा था। लेकिन ऑस्ट्रेलिया में बैठे विनोद के भाई प्रमोद द्वारा पानीपत एसपी को व्हाट्सएप पर भेजे गए मैसेज से इस केस में कई बड़े खुलासे हुए हैं।

पुलिस ने इसमें विनोद की पत्नी नीधि और उसके प्रेमी जिम ट्रेनर सुमित को अब गिरफ्तार किया है। जिन्होंने खुलासा किया है कि वह ही इस हत्याकांड के मास्टरमाइंड है। पुलिस ने दोनों के खिलाफ कई अहम सबूत भी जुटाए हैं।

सीसीटीवी कैमरे में साफ तौर पर दिखाई दे रहा है विनोद के पिता सुरेंद्र के घर से जाने के ठीक एक मिनट बाद शूटर देव सुनार निवासी पंजाब तेज कदमों से चलता हुआ गली में आया। यहां सीधे वह घर में घुसा। घर में घुसते ही उसने कदमों की आहट को भी थाम लिया। इसके बाद वह घर के भीतर दाखिल हुआ और बहुत आराम से बिना आवाज किए दरवाजे को बंद कर दिया।

इसके बाद वह बहुत-बहुत धीरे-धीरे चलता हुआ कुछ कदम आगे आया। जहां किचन में काम कर रही निधि को उसने हाथ जोड़ कर नमस्ते की। इसके बाद उसने हाथों से ही इशारा किया। जिससे प्रतीत हो रहा है कि वह निधि को कह रहा है कि मैं आ गया हूं, सब ठीक है न। विनोद के पास कोई बैठा तो नहीं है।

इसके बाद वह निधि से 5 सेकेंड में विनोद के कमरे में ही बैठे होने का कन्फर्म करता है।

चिल्लाती हुई बाहर गई निधि, फिर भीतर ही नहीं आई पुष्टि होने के बाद वह सीधा विनोद के कमरे में दाखिल हो जाता है। जैसे ही वह अंदर जाता है, निधि तुरंत किचन से देव के वारदात करने के बारे में पता होने के तरीके से बाहर आती है। पीछे-पीछे उसकी बेटी भी आती है।

निधि सीधे कमरे की ओर झांकती है और चिल्लाती हुई दरवाजा खोलकर बाहर भाग जाती है। जबकि उस वक्त उसने गोली नहीं मारी थी। वह बाहर भागने की बजाय कमरे के भीतर जाकर संघर्ष कर सकती थी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।

निधि के घर से बाहर जाने के बाद बाहर से तुरंत स्थानीय लोग घर के भीतर दाखिल हुए। जिन्होंने दरवाजे के बाहर खड़े होकर बदमाश को वॉर्निंग दी। इस वक्त तक देव गोलियां मार चुका था। लोगों ने संघर्ष कर बदमाश को काबू किया, लेकिन घर से निकलने के बाद निधि वापस भीतर ही नहीं आई। वह बाहर ही स्थानीय महिलाओं के बीच रोने का नाटक करने लगी।

घर के बाहर किया था एक्सीडेंट, भीतर मारी गोलियां 5 अक्टूबर 2021 की शाम पानीपत की परमहंस कुटिया के गेट पर बैठे विनोद भराड़ा को पंजाब नंबर की गाड़ी ने टक्कर मार दी। हादसे में विनोद की दोनों टांगे टूट गईं। चाचा ने थाने में आरोपी गाड़ी चालक के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई। पुलिस ने बठिंडा निवासी देव सुनार उर्फ दीपक को गिरफ्तार कर लिया।

घटना के 15 दिन बाद देव सुनार ने समझौता करने की कोशिश की। विनोद ने सुलह करने से इनकार कर दिया। देव सुनार अंजाम भुगतने की धमकी देकर चला गया। 15 दिसंबर 2021 को देव सुनार देसी पिस्तौल लेकर सुमित के घर में घुस गया।

विनोद की पत्नी के शोर मचाने पर पड़ोसी घर पर पहुंचे। उन्होंने दरवाजे से झांककर देखा कि देव सुनार ने विनोद की दो गोलियां मारकर हत्या कर दी। पड़ोसियों ने आरोपी देव सुनार को पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया।


सुमित की मृतक विनोद बराड़ा की पत्नी निधि से बातचीत के सबूत मिले। पुलिस ने 7 जून को आरोपी सुमित उर्फ बंटू निवासी गोहाना को सेक्टर 11/12 की मार्केट से हिरासत में लेकर पूछताछ की। सख्ती से की गई पूछताछ में सुमित ने हकीकत बता दी।

पुलिस के मुताबिक सुमित के प्रेम में डूबी निधि ने पति की संपत्ति हड़पने के लिए हत्या की साजिश रची थी। इसी साजिश के तहत पहले उन्होंने देव को 10 लाख की सुपारी देकर उसका एक्सीडेंट करवाया था। जिसमें वह नहीं मरा, तो इसके बाद उसे गोलियां मरवाई गईं। पति की मौत के बाद निधि अपने प्रेमी सुमित के साथ मनाली घूमने गई थी।