{"vars":{"id": "100198:4399"}}

Haryana News: फर्जी वेबसाइट बनाकर लोगो को लगा गए लाखों का चुना, कई राज्यों में फैले तार, तीन को दबोचा 

Sirsa News क्रिप्टोकरेंसी की फर्जी वेबसाइट बनाकर तीन राज्यों में धोखाधड़ी करने वाले गिरोह को किया गया गिरफ्तार
 

indiah1, सिरसा। साइबर क्राइम पुलिस की एक विशेष टीम ने एक अंतर-राज्यीय गिरोह के तीन सदस्यों को गिरफ्तार किया है, जिन्होंने एक नकली क्रिप्टोक्यूरेंसी वेबसाइट बनाई और अपने स्वयं के क्रिप्टोकॉइन बनाए और उच्च लाभ के बहाने उन्हें धोखा दिया। पुलिस ने आरोपी को कोर्ट में पेश किया। अदालत ने उसे चार दिन के पुलिस रिमांड पर भेज दिया है। गिरोह के सदस्य हरियाणा, पंजाब और हिमाचल प्रदेश में सक्रिय थे।


सिरसा जिले में क्रिप्टोकरेंसी के नाम पर धोखाधड़ी की कई घटनाएं हुई हैं। सिरसा निवासी स्वप्नदीप ने 20 सितंबर, 2023 को साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन में लगभग 7,75,000 रुपये की धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया था। इस मामले की जांच के दौरान पुलिस इन अंतरराज्यीय ठगों तक पहुंची। अब उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है।

पुलिस महानिरीक्षक जसबीर सिंह ने कहा कि तीनों आरोपी हिमाचल प्रदेश के रहने वाले हैं। उनकी पहचान ऊना जिले के गांव रेवार निवासी अभिषेक, मंडी जिले के गांव कौंसाला निवासी सुखदेव और उसी जिले के गांव छावती निवासी हेमराज के रूप में हुई है। तीनों आरोपियों के खिलाफ हिमाचल प्रदेश के पालमपुर पुलिस स्टेशन और पंजाब के डेरा बस्सी पुलिस स्टेशन में साइबर धोखाधड़ी के मामले दर्ज हैं। पुलिस के अनुसार, जांच के दौरान तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया। किस राज्य में उनका ठिकाना और इस गिरोह में कितने लोग शामिल हैं, इसका पता लगाया जाएगा।


इस तरह सामने आई घटना

साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन के प्रभारी इंस्पेक्टर महावीर सिंह ने कहा कि तीनों आरोपियों ने सिरसा जिले के 40 से 50 लोगों को अलग-अलग तरीके से ऑनलाइन धोखा दिया है। उसके खिलाफ कई एफआईआर दर्ज हैं। ये लोग नकली क्रिप्टोक्यूरेंसी सिक्का वेबसाइट बनाकर लोगों को बड़े मुनाफे के लिए लुभाते थे। इस लालच में लोग पैसे जमा करते थे और आरोपी पैसे लूटते थे। ये ज्यादातर पंजाब, हरियाणा और हिमाचल प्रदेश में पाए जाते हैं।
मेरठ का मुख्य सरगना, वर्तमान में पकड़ से बाहर

पुलिस के अनुसार, धोखाधड़ी में पांच लोग शामिल थे। पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि दो अभी भी फरार हैं। नकली वेबसाइट बनाने का मुख्य सरगना मेरठ का मोनिल गर्ग है। पुलिस टीम हिमाचल के मोनिल और सुभाष की भी तलाश कर रही है। मोनिल गर्ग को गिरोह का सरगना कहा जाता है। आरोपी अभिषेक शर्मा, एक बीटेक पास, उनकी वेबसाइट चलाता था।