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हरियाणा के इस जिले में नहीं मिल रही सरकारी स्कूलों को बच्चे, कोरोनाकाल के बाद स्कूल लगातार हो रहे बंद

इस बार शिक्षा विभाग को चुनौती होगी की वह बीते वर्ष से ज्यादा बच्चे कर पाएंगे
 

सरकारी स्कूलों में विद्यार्थियों की संख्या बढ़ाने के लिए शिक्षा विभाग द्वारा बीते कई वर्षों से प्रवेश उत्सव के नाम पर केवल दिखावा किया जा रहा है। प्रवेश उत्सव के दौरान स्कूलों में विद्यार्थियों की संख्या बढ़ाना तो दूर कम होने से रोकने में भी शिक्षा विभाग लगातार असफल हो रहा है। इसके विपरित निजी स्कूलों में हर वर्ष विद्यार्थियों की संख्या में इजाफा हो रहा है। बीते वर्ष में सरकारी स्कूलों में केवल 107884 विद्यार्थियों ने ही पहली से बाहरवीं कक्षा तक शिक्षा ग्रहण की।

  वर्ष 2017-18 में सरकारी स्कूलों में विद्यार्थियों की संख्या 121627 थी। इसके बाद वर्ष 2020 तक विद्यार्थियों की संख्या लगातार कम होती गई। जिसके चलते तीन वर्ष में छह हजार विद्यार्थी सरकारी स्कूलों में कम हुए। इसके बाद वर्ष 2020 में कोरोना आने पर सरकारी स्कूलों को विद्यार्थियों के नाम की संजीवनी फिर मिली। जिसमें कोरोना के समय में पहले वर्ष में लगभग 18 हजार विद्यार्थी स्कूलों में बढ़े। इसके बाद वर्ष 2022-23 में इनकी संख्या लगभग साढ़े तीन हजार घट गई। इस घटती संख्या को रोकने के लिए शिक्षा विभाग ने प्रवेश उत्सव के नाम पर गांव के हर घर व शहर के वार्डों में जाकर लोगों को सरकारी स्कूलों में मिलने वाली बेहतर सुविधाओं को आधार बनाकर लोगों से विद्यार्थियों को सरकारी स्कूलों में पढ़ाने की अपील भी की, लेकिन अध्यापक अभिभावकों को विश्वास नहीं दिलवा पाये कि सरकारी स्कूलों में निजी की अपेक्षा बेहतर शिक्षा मिलेगी। इसके चलते वर्ष 2023-24 में एक साथ 23 हजार से ज्यादा विद्यार्थियों ने सरकारी स्कूल को छोडक़र निजी स्कूलों की तरफ रूझान कर लिया। इसके बाद अब वर्ष 2024-25 में शिक्षा विभाग के सामने फिर से स्कूलों में विद्यार्थियों की संख्या को बढ़ाने के लिए प्रयास करेगी। इस बार शिक्षा विभाग को चुनौती होगी की वह बीते वर्ष से ज्यादा बच्चे कर पाएंगे या फिर इनमें से भी विद्यार्थियों की संख्या बीते वर्षों की तरह कम होगी।

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 यह रहे बीते वर्षों के सरकारी स्कूलों में पढऩे वाले विद्यार्थियों की संख्या के आंकड़े

वर्ष विद्यार्थियों की संख्या

2017-18 121627

2018-19 114428

2019-20 110573

2020-21 115717

2021-22 133336

2022-23 130901

2023-24 107884

 शिक्षा विभाग के एसीएस ने दिए निर्देश

शिक्षा के एसीएस ने प्रदेश के सभी जिला शिक्षा अधिकारियों के साथ वीडियो कांफ्रेंस की। इसमें घट रही छात्र संख्या को बढ़ाने के लिए कड़़े निर्देश दिए, ताकि सरकारी स्कूलों पर अभिभावकों का विश्वास बढ़े। उन्होंने जिला शिक्षा अधिकारी को छात्र संख्या बढ़ाकर रिपोर्ट पेश करने के लिए कहा है, ताकि शिक्षा विभाग का हर कर्मचारी इस पर गंभीरता से काम करे और स्कूलों में विद्र्थियों की संख्या को बढ़ा सके। 

 ड्रॉप आउट विद्यार्थियों को करना होगा ट्रैस

 जिन विद्यार्थियों ने स्कूल को छोड़ा है। वह विद्यार्थी अब किस स्कूल में गया है या फिर अपने घर पर है। इन सभी विद्यार्थियों का डाटा भी एकत्रित करने की जिम्मेदारी लगाई गई है। अगर कोई विद्यार्थी किसी कारण से स्कूल छोडक़र अपने घर पर है तो उसको दोबारा से स्कूल में दाखिला दिलवाने के निर्देश दिए। 

इस वर्ष 15 दिन में दस प्रतिशत विद्यार्थी संख्या बढ़ाने का लक्ष्य

सरकारी स्कूलों में घट रही छात्र संख्या को जिला शिक्षा अधिकारी ने गंभीरता से लिया है। जिसके चलते उन्होंने शिक्षा विभाग में कार्यरत सभी कर्मचारियों को हर स्कूल में दो-दो नए विद्यार्थियों को दाखिला दिलवाने की जिम्मेदारी दी है। इसके तहत पहले 15 दिन में दस प्रतिशत छात्र संख्या बढ़ाने का टारगेट दिया है, जबकि इसके बाद फिर से टारगेट देकर छात्र संख्या को अधिक करने का लक्ष्य है।