IAS Success Story: बेटे ने IAS बनकर पूरा किया अपने पिता का सपना, जानें संघर्ष की कहानी
IAS Siddharth Shukla Success Story : हर एक यूपीएससी उम्मीदवार का सिविल सेवा परीक्षा में शामिल होने का एक अलग और विशिष्ट उद्देश्य होता है, चाहे वह बचपन के सपने हों या वित्तीय दायित्व।
आज हम आपको एक ऐसे ही उम्मीदवार के बारे में बात रहे है, जिनके गौरवान्वित पिता, जिन्होंने सिविल सेवक के रूप में ट्रेनिंग ली और काम करना चाहते थे, लेकिन उन्हें कभी इसका अवसर नहीं दिया गया, लेकिन वह यह जानकर बहुत खुश हुए कि उनके बेटे ने यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा 2022 में ऑल इंडिया 18वीं रैंक हासिल की है।
चाहते थे बेटा क्रैक करे UPSC
साल 2002-2003 में अपने असफल प्रयासों के बाद, पिता ने पत्रकारिता की ओर रुख कर लिया और अपने परिवार के साथ उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ से दिल्ली आ गए। हालांकि सब कुछ अच्छा था, लेकिन अधूरी इच्छा उनके दिल में बनी रही, और उन्हें उम्मीद थी कि एक दिन उसके बेटे को इसका एहसास होगा।
कई असफलताओं के बाद बने IAS
आईएएस ऑफिसर सिद्धार्थ शुक्ला के पिता की, जो सिविल सेवा जॉइन करने में असफल रहे थे, लेकिन उनके बेटे ने उनकी यह अधूरी इच्छा पूरी कर दिखाई। हालांकि, इसके लिए सिद्धार्थ को चार अटेंप्ट देने पड़े थे और यह यात्रा उनके लिए भी आसान नहीं थी।
सहायक कमांडेंट (CISF) उम्मीदवार सिद्धार्थ शुक्ला ने असफलताओं से निपटने के अपने दृष्टिकोण के बारे में भी बताया है। वह अपने पहले प्रयास में मेंस परीक्षा में बुरी तरह असफल रहे और अपने दूसरे प्रयास में इंटरव्यू में अच्छे अंक प्राप्त करने में असमर्थ रहे। एक इंटरव्यू में उन्होंने खुलासा किया है कि वह तीसरे प्रयास में भी इंटरव्यू देने में असफल रहे थे।
यहां से हासिल की शिक्षा
मूल रूप से आज़मगढ़ के रहने वाले सिद्धार्थ शुक्ला ने अपनी स्कूली शिक्षा के लिए दिल्ली में रोहिणी के सेंट जेवियर्स में पढ़ाई की। उसके बाद, उन्होंने दिल्ली के खालसा कॉलेज से इतिहास में ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल की और कॉलेज में टॉप पोजिशन भी प्राप्त की।
इसके बाद उन्होंने अपने पिता के सपने को फॉलो करने का फैसला किया और यूपीएससी सीएसई की तैयारी शुरू कर दी।
जानें क्या था ऑप्शनल सब्जेक्ट
सिद्धार्थ शुक्ला की मां, एक पूर्व शिक्षिका थी, जो अब एक गृहिणी हैं। वहीं, उनके पिता, जो एक समाचार पत्र के लिए काम करते हैं, अपने बेटे की सफलता के लिए खुद को भाग्यशाली महसूस करते हैं। सिद्धार्थ ने ऑप्शनल सब्जेक्ट के रूप से इतिहास को चुना और जमकर उसकी तैयारी की।
IAS से पहले बने CISF के सहायक कमांडेंट
जब सिद्धार्थ यूपीएससी में असफल हो रहे थे, तब उन्होंने अन्य विकल्पों पर विचार करने का निर्णय लिया। उन्होंने यूपीपीसीएस में भी भाग लिया। सीडीएस और एसएसबी पास करने के बाद अंततः उन्होंने 2020 में सीएपीएफ परीक्षा ऑल इंडिया 27वीं रैंक के साथ पास की।
इसके बाद उन्होंने ट्रेनिंग शुरू की और उन्हें केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF) का सहायक कमांडेंट नियुक्त किया गया।
फोन से बनाई दूरी
तैयारी के दौरान सिद्धार्थ शुक्ला ने किसी भी सोशल मीडिया के इस्तेमाल से परहेज किया। अपने दोस्तों से बात करते समय वह अपनी मां का फोन इस्तेमाल करते थे। उनके अनुसार, सोशल मीडिया कुछ फायदों के साथ ध्यान भटकाने वाला भी है, इसलिए उम्मीदवारों को इसका इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।