आईटीआई पासआउट छात्रों की हो गई बल्ले-बल्ले, सरकार ने आईटीआई पासआउट को अग्निवीर भर्ती में दी बड़ी छूट
देश के अंदर आईटीआई पासआउट सरकार ने अग्नि वीर भर्ती में बड़ी छूट देने की घोषणा की है। मिशन आईटीआई एडमिशन की कड़ी में आईटीआई से पास आउट होने वाले प्रशिक्षुओं के लिए अच्छी खबर है। आईटीआई से पास आउट प्रशिक्षु आसानी से अग्निवीर भी बन सकते हैं। इसके लिए सरकार ने अलग से व्यवस्था की हुई है। 12वीं के बाद दो वर्षीय आईटीआई कोर्स करने पर अग्निवीर भर्ती में 40 अंक और 12वीं के बाद एक वर्षीय कोर्स करने पर 30 अंक दिए जाने का गत वर्ष सरकार ने नियम बनाया था।
जबकि 10वीं के बाद दो वर्षीय आईटीआई कोर्स करने के बाद अग्निवीर भर्ती में 20 अंक देने का प्रावधान किया गया है। लिहाजा सरकार की सोच थी कि इससे आवेदन में भी इजाफा होगा क्योंकि आईटीआई में कोर्स कर चुके प्रशिक्षुओं को अग्निवीर बनने के लिए दूसरे युवाओं की अपेक्षा पहले ही 40 अंकों तक की वरीयता मिलेगी और मेरिट में अधिक अंक प्राप्त होने से आसानी से अग्निवीर भर्ती होकर देश की सेवा कर सकेंगे।
सरकार ने दी अग्निवीर भर्ती में 40 अंकों की वरीयता
अंबाला आईटीआई के नोडल अधिकारी भूपेंद्र सिंह ने बताया कि छात्र आनलाइन आवेदन 21 जून तक कर सकेंगे। आईटीआई के प्रशिक्षुओं को सरकार ने अग्निवीर में वरीयता दी हुई है। अधिकतम 40 अंक की वरीयता मिलने से आईटीआई से पास आउट प्रशिक्षु आसानी से अग्निवीर बन सकेंगे। गर्मी के चलते नए पंजीकरण करने वालों की संख्या कुछ कम जरूर हुई है लेकिन अभी 3 दिन शेष है। उम्मीद है करीब 60 हजार युवा इस बार पंजीकरण 21 जून तक करवा देंगे जोकि पिछली बार से काफी ज्यादा है।
50 हजार से ज्यादा युवा कर चुके हैं आवेदन
हरियाणा प्रदेश में इस बार अभी तक प्रदेशभर की 195 राजकीय और 184 आईटीआई में कुल करीब 50 हजार से 700 ज्यादा युवा दाखिले के लिए आनलाइन पंजीकरण करवा चुके हैं। अंबाला शहर की राजकीय महिला आईटीआई में जहां 544 सीटों पर अभी तक करीब 315 आवेदन ही आए हैं वहीं शहर की राजकीय आईटी आई में करीब 4970 युवा पंजीकरण करवा चुके हैं। यहां कुल 1228 सीटों पर दाखिले होने हैं। शहर की राजकीय आईटीआई आनलाइन पंजीकरण के मामले में प्रदेश में छठे स्थान पर बनी हुई है। प्रदेशभर में इलेक्ट्रिशियन ट्रेड में अभी तक सबसे ज्यादा करीब 45570 हजार, कोपा में करीब 20 हजार 778 और वायरमैन ट्रेड में 11 हजार 650 आवेदन पहुंच चुके थे। इन्हीं तीन ट्रेड में सबसे ज्यादा अधिक आवेदन आए हैं। एक युवा पंजीकरण के बाद 14 ट्रेड में दाखिले के लिए आवेदन कर सकता है इसीलिए आवेदनों की संख्या कुल पंजीकरण से 14 गुणा अधिक हो सकती है।
यह है अग्निपथ योजना
दरअसल भारतीय सेना में अल्पकालीन नियुक्ति के लिए 14 जून 2022 को भारत सरकार ने यह योजना शुरू की थी। चयनित पुरुष उम्मीदवार को बतौर अग्निवीर 4 साल की अवधि के लिए भारतीय सेना के तीनों प्रारूपों थल सेना, वायु सेना व जल सेना में सेवा प्रदान करने का अवसर दिया जाएगा। 4 साल की कार्य अवधि में अग्निवीर को पहले वर्ष 30 तो दूसरे वर्ष 33 हजार, तीसरे साल 36 हजार 500 व चौथे साल 40 हजार रुपये मासिक वेतन मिलेगा। भर्ती के लिए न्यूनतम आयु सीमा 17 साल 6 महीने और अधिकतम 21 साल निर्धारित की गई है। हालांकि अब कार्यकाल 4 वर्ष की बजाए सात वर्ष का करने पर भी विचार चल रहा है।