{"vars":{"id": "100198:4399"}}

Success Story: बचपन में अखबार बेचकर की पढ़ाई, फिर बड़े होकर UPSC की परीक्षा में किया टॉप 

 

IFS P Balamurugan Success Story : हर साल लाखों उम्मीदवार UPSC की परीक्षा देते है। इस परीक्षा को पास करने के लिए दिन-रात कड़ी मेहनत करनी पड़ती है। ऐसे ही एक अफसर के बारे में बता रहे है जिन्होंने अपने जीवन में बहुत संघर्ष किया।

हम बात कर रहे है IFS  पी.बालामुरुगन(IFS P Balamurugan) की। पी.बालामुरुगन चेन्नई के रहने वाले है और उनका जन्म भी चेन्नई के कीलकटलाई में हुआ। पी.बालामुरुगन के आठ भाई-बहन है।

बालामुरुगन की मां घर में अकेली कमाई करती थी। बालामुरुगन ने बचपन से ही आर्थिक परेशानियों और कठिनाईयों का सामना किया है। बालामुरुगन को पढ़ने का बहुत शौक था।

इसलिए अपनी पढ़ाई के लिए बालामुरुगन ने 9 साल की उम्र में अखबार बेचना शुरू कर दिया। अध्यापकों ने  बालामुरुगन की लगन को देखते हुए उन्हें सामान दिया ताकि वो अपनी आगे की पढ़ाई पूरी कर सके।

बालामुरुगन  मद्रास इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी से इलेक्ट्रॉनिक्स और कम्यूनिकेशन इंजीनियरिंग में डिग्री हासिल की। बालामुरुगन को कैंपस प्लेसमेंट की मदद से टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) में नौकरी मिल गई। उ

सके बाद बालामुरुगन अपनी पढ़ाई जारी रखी और UPSC की तैयारी शुरू कर दी। बालामुरुगन तीन बार इस परीक्षा में असफल रहे। लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी और चौथी बार UPSC की परीक्षा दी और बालामुरुगन IFS ऑफिसर बन गए।