Success Story: इस नेत्रहीन शख्स ने UPSC में हासिल की 7वीं रैंक, मां ने की थी खास मदद
IAS Samyak Jain Success Story : UPSC की परीक्षा देश में सबसे कठिन मानी जाती है। UPSC इस परीक्षा को तीन भागों में लेता है। पहली और दूसरी परीक्षा लिखित की होती है। तीसरी परीक्षा इंटरव्यू लिया जाता है।
बहुत कम लोग होते हाँ जो इस परीक्षा को पास करके IAS या IPS अधिकारी बनते है। आज हम आपको एक ऐसे ही IAS अधिकारी के बारे में बता रहे है, जो नेत्रहीन होने के बाद भी इस परीक्षा में देशभर में 7वीं रैंक को हासिल किया। हम बात कर रहे है IAS सम्यक जैन की।
मां ने लिखा था पेपर
IAS सम्यक जैन दिल्ली के रहने वाले है। सम्यक ने अपने दूसरे प्रयास में इस परीक्षा को पास कर लिया। परीक्षा को पास करने में सबसे ज्यादा सम्यक की मां ने उनकी मदद की।
बता दें कि सम्यक जैन नेत्रहीन है। सम्यक की मां ने उनका पेपर लिखा। बता दें कि सम्यक अपनी मां को बताते रहे और वे उनका पेपर लिखती रही। सम्यक ने बताया कि मुझे नहीं पता था कि मेरी इतनी हाई रैंकिंग आएगी।
UPSC का रिजल्ट घोषित होने के बाद सम्यक ने कहा कि "मैं वास्तव में अपने माता-पिता का आभारी हूं, खासकर मेरी मां का जो इस यात्रा के दौरान मेरे साथ थीं।"
IIMC से किया जर्नलिज्म
IAS सम्यक जैन अपनी पढ़ाई दिल्ली के हाई स्कूल से की। उसके बाद इंग्लिश में बीए की डिग्री हासिल की। साथ ही सम्यक ने भारतीय जनसंचार संस्थान (IIMC) से इंग्लिश जर्नलिज्म में पोस्ट ग्रेजुएशन डिप्लोमा किया।
उसके बाद जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) से अंतर्राष्ट्रीय संबंधों में अपनी मास्टर डिग्री की।
धीरे-धीरे खो दी आंखों की रोशनी
IAS सम्यक जैन के माता-पिता दोनों ही एयर इंडिया में काम करते है। सम्यक के पिता पेरिस में तैनात है। सम्यक की मां उनके साथ रहती है। सम्यक के माता-पिता औऱ उनके दोस्त उन्हें बहुत सपोर्ट करते है।
20 साल की उम्र में सम्यक की आंखों की रोशनी धीरे-धीरे कम होने लग गई। लास्ट में सम्यक ने देखने की पूरी क्षमता को खो दिया। नेत्रहीन होने के बाद भी सम्यक ने हार नहीं मानी और UPSC परीक्षा की तैयारी शुरू कर दी।
प्रीलिम्स परीक्षा में सम्यक की मां ने उनका पेपर लिखा। उसके बाद मेंस परीक्षा में उके दोस्त ने उनका टेस्ट पेपर लिखा।