Haryana Education Department:हरियाणा में बच्चों की नहीं लगेगी दाखिला फीस, शिक्षा विभाग ने किए आदेश जारी
Haryana Education Department:हरियाणा प्रदेश में बच्चों के लिए एक बड़ी खबर निकलकर सामने आई है। प्रदेश में लाखों ऐसे बच्चे हैं जो पढ़ाई तो करना चाहते हैं लेकिन दाखिला फीस देने में सक्षम नहीं है। अब इन बच्चों को शिक्षा विभाग ने बड़ा तोहफा देते हुए दाखिला फीस निशुल्क कर दी है।
आपको बता दें कि शिक्षा विभाग राज्य के मॉडल संस्कृति विद्यालय में विद्यार्थियों को बेहतर सुविधा मुहैया करवाने का हर संभव प्रयास कर रहा है। इस कड़ी में विद्यालय शिक्षा विभाग ने बच्चों के अभिभावकों को राहत देते हुए राजकीय मॉडल संस्कृति विद्यालयों की बाल वाटिका कक्षा में दाखिले के लिए किसी प्रकार की फीस का भुगतान ना करने की छूट दी है।
शिक्षा निदेशालय ने निर्देश जारी करते हुए कहा कि कोई भी स्कूल संचालक किसी बच्चे से बालवाटिका में दाखिले की फीस नहीं लेगा और कोई भी स्कूल संचालक किसी बच्चे का दाखिला लेने से इनकार भी नहीं कर सकता। आपको बता दें कि राजकीय मॉडल संस्कृति विद्यालय स्कूल मुखिया की तरफ से अपने सत्र पर ही बालवाटिका में विद्यार्थियों की संख्या को निर्धारित किया गया है।
जिस स्कूल में बालवाटिका में बच्चों की निश्चित संख्या पूरी हो चुकी है, उनमें नए बच्चों के दाखिले हेतु स्कूल प्रशासन द्वारा आनाकानी की जा रही है। जिसे देखते हुए विद्यालय शिक्षा निदेशालय ने बच्चों के दाखिले हेतु सख्त निर्देश जारी किए हैं। विद्यालय शिक्षा निदेशालय के अधिकारी ने बताया कि यदि कोई स्कूल संचालक नियमों का पालन नहीं करता है या किसी बच्चे को दाखिला देने से इनकार करता है तो उसके खिलाफ नियमानुसार कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
हरियाणा विद्यालय शिक्षा निदेशालय ने बाल वाटिका में निशुल्क दाखिले हेतु सभी जिला शिक्षा अधिकारी, उप जिला शिक्षा अधिकारी जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी व खंड शिक्षा अधिकारियों के नाम पत्र जारी कर निर्देश दे दिए हैं। विद्यालय शिक्षा निदेशालय द्वारा कहा गया है कि शिक्षा अधिकारी अपने क्षेत्राधिकार में आने वाले मॉडल संस्कृत विद्यालयों के संचालकों को इस बारे में सख्त निर्देश दें कि बालवाटिका में दाखिले के लिए किसी भी बच्चे से किसी प्रकार का शुल्क नहीं लिया जाएगा और ना ही किसी बच्चे को दाखिले के लिए मना किया जाएगा।
जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी, सोनिपत जितेंद्र छिकारा ने बताया कि राजकीय मॉडल संस्कृति वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय की बालवाटिकाओं में अब दाखिले के लिए बच्चों से शुल्क नहीं लिया जाएगा।
यह दाखिला प्रक्रिया पूरी तरह से निशुल्क रहेगी। इसके अलावा कोई भी स्कूल संचालक किसी बच्चे को बालवाटीका में दाखिला देने से मना नहीं कर सकता। इसके लिए विद्यालय शिक्षा निदेशालय ने निर्देश जारी कर दिए हैं। जो भी स्कूल संचालक इन नियमों की अवहेलना करेगा उसके खिलाफ नियमानुसार कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
शिक्षा निदेशालय ने स्कूल संचालकों से कहा कि यदि किसी स्कूल में विद्यार्थी संख्या कक्षा कक्ष के अनुसार नहीं है तो वह इसके लिए प्रस्ताव तैयार करके शिक्षा निदेशालय को भिजवाए। इसके अलावा यदि किसी कक्षा में विद्यार्थियों की संख्या अधिक है तो वह स्कूल को दोहरी पारी में भी संचालित करें। ताकि बच्चों की पढ़ाई में किसी प्रकार का व्यवधान ना आए।