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हरियाणा का यह सरकारी स्कूल बना दूसरों के लिए नजीर, इस स्कूल में पढ़ते हैं बड़े-बड़े अधिकारियों और अध्यापकों के बच्चे

This government school of Haryana has become an example for others, children of big officials and teachers study in this school
 


हरियाणा प्रदेश में एक सरकारी स्कूल ऐसा भी है जिसमें बड़े-बड़े अधिकारियों और अध्यापकों के बच्चे पढ़ते हैं। यह स्कूल दूसरों के लिए नजीर बन चुका है। हरियाणा प्रदेश में हजारों की संख्या में सरकारी व निजी स्कूल चल रहे हैं, लेकिन नरवाना के बेलरखां में वर्ष 2007 में बना मॉडल संस्कृति स्कूल दूसरे स्कूलों के लिए नजीर बना हुआ है। इस स्कूल में अलग-अलग 15 लैब चल रही हैं। यह लैब जिला ही नहीं बल्कि प्रदेश के बहुत कम स्कूलों में मिलती है। शिक्षा के क्षेत्र में यह स्कूल बैंगलोर के लर्निंग मैटर प्राइवेट लिमिटेड द्वारा सम्मानित हो चुका है। यह शिक्षा के क्षेत्र में काम करती है। स्कूल को लर्निंग स्टार अकादमी अवार्ड से सम्मानित किया गया।


 यही नहीं अवार्ड के श्रेणी में यह स्कूल मुख्यमंत्री सौंदर्यकरण अवार्ड में एक लाख रुपये की राशि तो दूसरी बार खंड स्तर पर भी यह ईनाम प्राप्त कर चुका है। इस स्कूल से हर बार एनएएएमएस की परीक्षा, सुपर 100, बुनियाद की परीक्षा में विद्यार्थियों का चयन होता है। जिले का यह एकमात्र अंग्रेजी माध्यम क ा सरकारी स्कूल था। इस स्कूल ने सैंकड़ों की संख्या में इंजिनियर समेत अन्य बड़े पदों पर विद्यार्थियों को नियुक्त किया है। खेल के क्षेत्र में इस स्कूल की फुटबाल नर्सरी का लंबे समय से रोब बना हुआ है। स्कूल के दर्जनों विद्यार्थियों ने नैशनल समेत अन्य स्थानों पर हुई प्रतियोगिताओं में मेडल प्राप्त किए हैं। इस स्कूल को जिले के सभी स्कूलों के लिए प्रेरणा स्त्रोत माना जाता है। कोई भी वर्ष ऐसा नहीं होता जिस वर्ष प्रतियोगी परीक्षाओं में इस स्कूल के विद्यार्थियों की कोई बड़ी अचीवमेंट न रही हो। इस स्कूल में दाखिले के लिए हर वर्ष विद्यार्थियों की भीड़ रहती है। पहली से 12वीं तक हर कक्षा में दो सेक्शन बनाए गए हैं। अब विद्यार्थियों की संख्या अधिक होने के कारण स्कूल में कमरों की संख्या कम पडऩे लगी है। फिलहाल स्कूल में लगभग पौने आठ सौ विद्यार्थी हैं। स्कूल के कब व बुलबुल भी राज्य स्तर पर अवार्ड प्राप्त कर चुके हैं तो वहीं लड़कियों की टीम फॉग डांस में राज्य स्तर पर बीते वर्ष भी प्रथम स्थान पर रही।

सतीश गोयल आईआरएस भी इसी स्कूल का विद्यार्थी
 स्कू ल का प्राचार्य बलजीत गोयल खुद इसी स्कूल के विद्यार्थी रहे हैं। इनके अलावा आईआरएस सतीश गोयल भी इसी स्कूल के विद्यार्थी हैं, जो फिलहाल मुंबई में चीफ कमीश्रर इनकम टैक्स हैं। इसके अलावा स्कूल से पढ़े एक दर्जन से अधिक विद्यार्थी अभी कई स्कूलों में प्राचार्य हैं।

 स्कूल की हर गतिविधि में मिल रहा है अवार्ड
 स्कूल में विद्यार्थियों को पढ़ाईही नहीं बल्कि कई तरह की गतिविधियां करवाई जाती है। इसमें खेल, डांस व अन्य प्रतियोगी परीक्षाएं मुख्य हैं। स्कूल की टीम ने हर गतिविधि में राज्य ही नहीं बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर भी अवार्ड प्राप्त किए हैं। स्कूल में दाखिले के लिए विद्यार्थियों और अभिभावकों की प्रथम रुचि रहती है।
बलजीत गोयत प्राचार्य मॉडल संस्कृति स्कूल बेलरखां जींद।