आयुष्मान कार्ड धारकों के लिए बुरी खबर, अब इस योजना का नहीं मिलेगा लाभ
आयुष्मान कार्ड धारकों के लिए बुरी खबर, अब इस योजना का नहीं मिलेगा लाभ
निजी अस्पताल अब आयुष्मान भारत और चिरायु योजना के तहत मरीजों का इलाज नहीं करेंगे। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) ने हरियाणा सरकार को ज्ञापन देकर शनिवार को यह ऐलान कर दिया है।
इस ज्ञापन में शनिवार से ही इलाज बंद करने की बात कही गई है।
आईएम ने उक्त मरीजों का इलाज करने के बाद सरकार की तरफ से पैसों का भुगतान नही करने का आरोप लगाया है। गौरतलब है कि निजी अस्पतालों के बकाया बिलों की राशि का भुगतान नहीं करने पर आईएमए ने पिछले महीने ही सरकार को इलाज बंद करने का अल्टीमेटम दिया था।
आईएमए का आरोप है कि बगैर किसी ठोस कारण के बिलों में मनमानी कटौती कर दी जाती है। पूछने पर कई महीनों बाद भी कोई जवाब नहीं मिलता। भारत सरकार ने नवंबर 2021 में अस्पतालों में विभिन्न पैकेज की कीमतों में बढ़ोतरी कर दी थी, लेकिन हरियाणा सरकार ने अब तक भी इसे लागू नहीं किया है।
आईएमए हरियाणा के प्रधान डॉ. अजय महाजन और आयुष्मान कमेटी के चेयरमैन डॉ. सुरेश अरोड़ा ने कहा कि हरियाणा के डॉक्टरों का प्रतिनिधिमंडल आयुष्मान से जुड़ी दिक्कतों को लेकर संबंधित अधिकारियों से मिल चुका है। मुख्यमंत्री से कई बार बात हुई है। मुख्यमंत्री के आदेश के बाद भी काफी समय बीत जाने पर भी संबंधित अधिकारी कोई सकारात्मक कार्रवाई नहीं करते हैं।
तीन करोड़ रुपये के बिलों का भुगतान बकाया
आईएमए ने दावा किया है कि सरकार के साथ हुए समझौते के मुताबिक, उपरोक्त योजना के तहत मरीजों का इलाज करने के 15 दिन बाद निजी अस्पतालों को बिलों का भुगतान करना होता है, लेकिन तीन साल तक भुगतान नहीं किया जा रहा है। फरीदाबाद जिले में तीन करोड़ रुपये से ज्यादा बिलों का भुगतान अटका हुआ है। स्वास्थ्य विभाग के अफसरों के साथ बार-बार बैठक करने के बाद भी बिल पास नहीं हो रहे हैं। ऐसे में संबंधित अस्पतालों के सामने पैसों की दिक्कत आ रही है। इसका असर अस्पताल संचालन पर पड़ रहा है। उधर, जिला स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का कहना है कि यह मामला सरकार के स्तर का है। इस बारे में जिला स्तर पर कुछ नहीं कहा जा सकता है।
आईएमए की चिंता
● अप्रूवल देने के बाद भी भुगतान करते समय 50 से 90 फीसदी तक पैसा काट लिया जाता है, जिसका कोई औचित्य नहीं है और ना ही इसके बारे में कोई सुनवाई की जाती है।
पास किए हुए मामलों में बगैर किसी ठोस कारण के कटौती नहीं होनी चाहिए।
31 मार्च तक आयुष्मान कार्डधारकों का नहीं होगा इलाज
हरियाणा प्रदेश में आयुष्मान कार्ड से इलाज करवाने वाले मरीज के लिए बुरी खबर सामने आई है। खबर के अनुसार इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) ने आयुष्मान कार्ड के तहत इलाज करने पर 31 मार्च तक रोक लगा दी है।
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) के नेतृत्व में हरियाणा प्रदेश के सभी अस्पतालों ने मिलकर यह घोषणा की है। इसके तहत अब हरियाणा में आयुष्मान और चिरायु कार्ड के तहत इलाज 31 मार्च तक स्थगित करने का निर्णय लिया है। अस्पतालों द्वारा की गई यह घोषणा आयुष्मान कार्डधारको के लिए एक चिंता का विषय बन गई है। क्योंकि हरियाणा प्रदेश में लाखों की संख्या में लोग आयुष्मान कार्ड के साथ अपना इलाज करवाने अस्पताल पहुंचते थे।
आपको बता दें कि इंडियन मेडिकल एसोसिएशन द्वारा लिया गया यह निर्णय मरीजों की सुरक्षा सुरक्षित को सुरक्षित रखने हेतु बताया जा रहा है। आईएमए के अनुसार वर्तमान परिस्थितियों में मरीज का सुरक्षित इलाज संभव नहीं है। इसको लेकर आईएमए हाउस में इंडियन मेडिकल संगठन की मीटिंग में यह फैसला लिया गया।
इस दौरान आईएमए प्रधान डॉ. रविंद्र हुड्डा, सचिव डॉ. अर्जुन नरुला के साथ अस्पताल आयुष्मान पैनल के संचालकों की बैठक हुई। इस बैठक में चर्चा के बाद यह निष्कर्ष निकाला गया कि चिरायु योजना और एक्सटेंडेड आयुष्मान योजना को लागू करने का फिलहाल कोई औचित्य नहीं है। इसके साथ-साथ डॉ रविंद्र हुड्डा ने बताया कि चिरायु-आयुष्मान कार्ड वाले मरीजों का 31 मार्च तक इलाज स्थगित किया जा रहा है। आईएमए के आदेशों का सभी अस्पताल पालन मिलकर पालन करेंगे और 31 मार्च तक किसी भी आयुष्मान कार्ड धारक का इलाज नहीं करेंगे।
इसके साथ-साथ इस मीटिंग में फैसला लिया गया कि अगर इसको लेकर सरकार द्वारा किसी अस्पताल पर कार्रवाई की जाती है तो सभी अस्पताल पैनल छोड़ने को तैयार रहें। वही जो आयुष्मान कार्ड उधर गंभीर रोग से पीड़ित है ऐसे गंभीर मरीजों को सरकारी अस्पताल में रेफर किया जाएगा। इस बैठक में डॉ. अरविंद दहिया, डॉ. आशीष गोयल, डॉ. भगत, डॉ. करन सिवाच, डॉ. रितु, डॉ. मुकेश राठी आदि मौजूद रहे।