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हरियाणा में फोरेंसिक विज्ञान में लेब परीक्षण के लिए बनेगा उत्कृष्टता केंद्र।

हरियाणा में फोरेंसिक विज्ञान में लेब परीक्षण के लिए बनेगा उत्कृष्टता केंद्र।
 

हरियाणा में अपराध मामलों के लिए फोरेंसिक विज्ञान में प्रशिक्षण और प्रयोगशाला परीक्षण सुविधाओं में उत्कृष्ट केंद्र की स्थापना के लिए हरियाणा सरकार तथा राष्ट्रीय फोरेंसिक विज्ञान विश्वविद्यालय गांधीनगर गुजरात के बीच समझौता एम ओ यू पर हस्ताक्षर किए गए।

इस अवसर पर गृह मंत्री अमित शाह, केंद्रीय ऊर्जा, आवास एवं शहरी मामलों के मंत्री मनोहर लाल, हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह और हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष ज्ञान चंद गुप्ता उपस्थित रहे। गृह मंत्री की अध्यक्षता में सूरजकुंड में आयोजित चिंतन शिविर में लिए गए निर्णय के तहत यह समझौता हुआ है। इशका उद्देश्य फारेंसिक और अभियोजन प्रशिक्षण, अनुसंधान और फारेंसिक नमूनों के परीक्षण के क्षेत्र में सहयोगात्मक गतिविधियों के विकास को सुगम और मजबूत बनाना है। समझौते  के तहत फारेंसिक विज्ञान में प्रशिक्षण और प्रयोगशाला परीक्षण सुविधाओं में मजबूत, अत्याधुनिक, उत्कृष्टता केंद्र स्थापित किया जाएगा। एनएफएसयू अनुसंधान के साथ फारेंसिक नमूनों के परीक्षण का मार्गदर्शन करेगा, विशेषज्ञ ज्ञान भी प्रदान करेगा।

उल्लेखनीय है कि उत्कृष्टता केंद्र के बनने से हरियाणा में आपराधिक न्याय प्रणाली और मजबूत होगी। यह कदम हरियाणा राज्य को ''चिह्नित अपराध" योजना के तहत परिकल्पित आदर्शों को प्राप्त करने में और मदद करेगा, जिसके तहत राज्य सरकार का लक्ष्य गंभीर और जघन्य अपराधों की पहचान करना, विशेष रूप से छह या अधिक वर्षों के कारावास वाले अपराधों के लिए कार्रवाई योग्य फारेंसिक साक्ष्य एकत्र करना और ऐसे मामलों के लिए परीक्षण सुनिश्चित करना है। हरियाणा सरकार पहले ही ड्रग्स और साइकोट्रोपिक पदार्थों (एनडीपीएस अधिनियम के तहत) के परीक्षण के लिए एनएफएसयू संग समझौता कर रखी है।

यह समझौता हरियाणा सरकार और राष्ट्रीय फोरेंसिक विज्ञान विश्वविद्यालय गांधीनगर के बीच हुआ