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बिजली निगम कर्मचारी लगा रहे है घर घर चक्कर, ले रहे एक-एक जानकारी; ये लोग रहे...

निगम ने इसे शहरी क्षेत्रों से शुरू किया है। शहरी क्षेत्रों में 2.27 लाख उपभोक्ताओं तक पहुंचने का लक्ष्य है। इसके लिए बिजली निगम का एक कर्मचारी मीटर रीडर के साथ जाएगा
 

indaih1,बिजली की खबर-बिजली उपभोक्ताओं का हर रिकॉर्ड अब बिजली निगम के गूगल ऐप पर रिकॉर्ड किया जाएगा। उपभोक्ता द्वारा हर महीने कितनी बिजली का उपयोग किया जा रहा है और उसे कितनी बिजली की आवश्यकता है। उपभोक्ता का मीटर कहाँ लगाया गया है और क्या वह बाईपास कर रहा है। सभी रिकॉर्ड निगम के ऐप पर दर्ज किए जाएंगे।

निगम ने इसे शहरी क्षेत्रों से शुरू किया है। शहरी क्षेत्रों में 2.27 लाख उपभोक्ताओं तक पहुंचने का लक्ष्य है। इसके लिए बिजली निगम का एक कर्मचारी मीटर रीडर के साथ जाएगा, जो गूगल ऐप पर रिकॉर्ड दर्ज करेगा। रिकॉर्ड पंजीकृत होते ही संबंधित क्षेत्र के प्रशासनिक इंजीनियरों को सूचित किया जाएगा।

इसके बाद अगर मीटर रीडर घर जाए बिना बिजली का बिल बनाता है तो तुरंत प्रशासनिक इंजीनियरों को सूचित किया जाएगा। इससे निगम के राजस्व पर कोई असर नहीं पड़ेगा। निगम को शिकायतें मिल रही हैं कि मीटर रीडर उपभोक्ताओं के घरों में गए बिना मनमाने ढंग से बिजली के बिल जारी कर रहे हैं। जिनका उपभोग व्यवस्था के आधार पर अधिक है, वे कम बिल बना रहे हैं।

शुरुआती जांच में बिजली कर्मचारियों को काफी परेशानी हो रही है। एक सप्ताह की जांच में 6367 उपभोक्ताओं के घरों की जांच की गई है। इनमें से 61 चीनी मीटर उपयोग में पाए गए हैं। जबकि 14 मीटर खराब पाए गए हैं। चीन मीटर की भी जाँच नहीं की जा रही है।

बिजली निगम के अधीक्षण अभियंता लोकेंद्र बहादुर सिंह ने कहा कि उपभोक्ताओं का हर रिकॉर्ड बिजली निगम के गूगल ऐप पर दर्ज किया जा रहा है। शुरुआत में कई खामियां पाई गई हैं, उन्हें ठीक किया जा रहा है।