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Food of Haryana: ये है हरियाणा के 10 देसी खाने, जिसे देखकर आपके मुंह में आ जाएगा पानी

आज के लाइफस्टाइल में ज्यादातर लोग फ़ैंसी भोजन खाने में लगे है। लेकिन आज हम आपको हरियाणा के कुछ ऐसे खाने के बारे में बताने जा रहे है। इस भोजन के बारे में आपने कई नहीं सुना होगा। 
 

Food of Haryana: "देशों में देश हरियाणा, जित्त दूध-दही का खाना" हरियाणवी लोग दूध-घी से नीचे तो बात ही नहीं करते। हरियाणा  के लोग चावल की तुलना में स्वादिष्ट और पौष्टिक रोटी को ज़्यादा पसंद करते हैं। इसीलिए हरियाणा को ‘द लैंड ऑफ़ रोटीज़’ भी कहा जाता है। 

चलिए जानते हैं हरियाणा के वो कौन कौन सी देसी व्यंजन हैं जिनसे लोग अब भी अंजान हैं-

1- बेसन मसाला रोटी

बेसन मसाला रोटी हरियाणा का फ़ेमस ट्रेडिशनल फ़ूड है। ये बेसन, गेहूं का आटे और घी के साथ बनाई जाने वाली एक ख़ास तरह की डिलिशियस रोटी है।

आटे में हरी मिर्च पाउडर, लाल मिर्च पाउडर, जीरा पाउडर, धनिया पाउडर और अमचूर भी मिलाया जाता है। इस रोटी का सेवन रायता या सब्ज़ी के साथ किया जाता है। बेसन मसाला रोटी का स्वाद बेहद यूनिक होता है।

2- बाजरे की खिचड़ी

बाजरे की खिचड़ी सर्दियों में बनाई जानेवाली हरियाणा की पसंदीदा डिश है। इसे हरियाणा, राजस्थान और उत्तर प्रदेश में भी काफ़ी पसंद किया जाता है। बाजरे की खिचड़ी बेहद स्वादिष्ट होती है। बाजरा गर्म होता है इसलिये इसे सर्दियों में खाया जाता है। बाजरे की खिचडी़ स्वादिष्ट के साथ-साथ बेहद पौष्टिक भी मानी जाती है।

3- कछरी की सब्ज़ी  

हरियाणा में ‘कछरी की सब्ज़ी’ बेहद लोकप्रिय है। कछरी एक तरह का फल और सब्ज़ी दोनों तरह इस्‍तेमाल होता है। ये ककड़ी, मतीरा और खरबूज़े की तरह बालुई मिट्टी में कम पानी में होने वाला फल है। इसकी चटनी भी बनती है जो बाजरे की रोटी के साथ बेहद स्‍वादिष्‍ट लगती है।

4- हरा धनिया छोलिया

‘हरा धनिया छोलिया’ हरियाणा की एक ऑथेंटिक डिश है। इस दौरान छोलिया या हरा चना को अन्य सब्ज़ियों जैसे प्याज, गाजर, और मसालों के साथ मिलाकर पकाया जाता है, इस डिलिशियस सब्ज़ी को चावल या रोटी के साथ खाया जाता है। 

5- बथुआ का रायता  

हरियाणा में बथुवे को ‘रायते’ के रूप में ज़्यादा खाया जाता है। वैसे भी सर्दियों में बथुआ खाना बेहद ही अच्छा माना जाता है। ‘बथुआ का रायता’ बेहद रिफ्रेशिंग और स्वास्थ्य को अतिरिक्त लाभ देने वाला माना जाता है।

बथुआ के पत्ते एंटीऑक्सिडेंट होते हैं और कई विटामिनों से भरपूर होते हैं। इस डिश को तैयार करने के लिए दही में कटे हुए बथुआ, जीरा पाउडर, लाल मिर्च पाउडर और नमक जैसी चीजें मिलाई जाती हैं।

6- बाजरे की रोटी और गुड़  

हरियाणा में आज भी सर्दियों के मौसम में ‘बाजरे की रोटी और गुड़’ बड़े चाव के साथ खाया जाता है। आज भी आप अगर हरियाणा के किसी गांव देहात में पहुंच जाएं तो आपको हर घर में बाजरे की रोटी संग गुड़ खाते हुये लोग मिल जायेंगे। इसके अलावा आप बाजरे की रोटी को दाल और कढ़ी के साथ भी खा सकते हैं।  

7- कच्ची लस्सी 

भारत में आमतौर पर लस्सी दही मिक्स करके बनाई जाती है, लेकिन हरियाणा की ‘कच्ची लस्सी’ को बनाने का तरीका थोड़ा अलग है। ये ख़ास तरह की लस्सी ‘ठंडी छाछ’, ‘रूह अफज़ा’, ‘चीनी’ और ‘आइस क्यूब’ से बनायीं जाती है।  (Desi Food of Haryana)

8- बाजरे और छाछ की रबड़ी

बाजरे और छाछ की रबड़ी पाचन तंत्र के लिए लाभदायक मानी जाती है। ये शरीर का तापमान सही रखने में भी सहायक होती है। इसे सर्दी में गर्म और गर्मी में ठंडा करके खाया जाता है।

इसे बनाने के लिए बाजरे के आटे को छाछ में अच्छी तरह से मिलाने के बाद इसमें कच्चा साबुत जीरा और नमक डालकर इसे धूप में 3 से 4 घंटे के लिए रख देते हैं। इसे आप नमकीन और मीठा दोनों बना सकते हैं।  

9- चने का साग  

हरियाणा में ‘सरसों के साग’ की तरह ही ‘चने का साग’ भी बेहद पसंद किया जाता है। इसे ‘चने की भाजी’ भी कहते हैं। ये चने के हरे पत्तों से बनाया जाता है। चने के पौधे जब बड़े हो जाते हैं फूल आने से पहले, तब उन पौधों का ऊपरी भाग तोड़ लिया जाता है और फिर इन हरे पत्तों से ‘चने की भाजी’ बनाई जाती है।

हरियाणा में ‘चने का साग’ सर्दियों में खाने में ज़्यादा खाया जाता है। इसे आप गेहूं, मक्का या बाजरे की रोटी के साथ खा सकते हैं।

10-  सिंगरी की सब्ज़ी

सूखे बीन्स से बनी ये डिश भी हरियाणा में काफ़ी मशहूर है। तीखे और खट्टे स्वाद के लिए इसे सूखे अमचूर, दही, जामुन और मसालों के साथ पकाया जाता है। ‘सिंगरी की सब्ज़ी’ सेहत के लिए बेहद फ़ायदेमंद मानी जाती है।