Gorakhpur-Siliguri Expressway : इन 3 राज्यों को मिल रहा है एक्सप्रेसवे की बड़ी सौगात, 32,000 करोड़ की लागत से होगा ये हाईवे तैयार
हाल ही में केन्द्र सरकार इन 3 राज्यों को एक बड़ी सौगात देने जा रही है। बताया जा रहा है कि 519 किलोमीटर लंबा एक्सप्रेसवे का निर्माण किया जा रहा है। साथ ही बताया जा रहा है कि इसे तैयार करने में सरकार के करीब 32,000 करोड़ रुपए खर्च होंगे। आइये जानते है विस्तार से
Gorakhpur-Siliguri Expressway : भारत में अब सड़कों का जाल बिछाया जा रहा है। देश में कई एक्सप्रेसवे बन चुके हैं, कुछ पर काम चल रहा है और कई एक्सप्रेसवे प्रस्तावित है। उत्तर प्रदेश के गोरखपुर से पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी तक भी एक्सप्रेसवे बनाया जाएगा।
तीन राज्यों से गुजरने वाले गोरखपुर-सिलीगुड़ी एक्सप्रेसवे (Gorakhpur-Siliguri Expressway) के लिए जमीन अधिग्रहण का काम शुरू हो चुका है। भारतमाला परियोजना के तहत भारत-नेपाल सीमा के समानांतर बन रहे इस ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे के बन जाने से गोरखपुर और सिलीगुड़ी के बीच की दूरी 519 किलोमीटर ही रह जाएगी।
गोरखपुर से सिलीगुड़ी जाने के लिए वर्तमान में कोई सीधी सड़क नहीं है। दोनों शहरों के बीच की दूरी तय करने में अभी 15 घंटे लगते हैं। गोरखपुर-सिलीगुड़ी एक्सप्रेसवे (Gorakhpur-Siliguri Expressway) बन जाने से यह समय घटकर केवल नौ घंटे रह जाएगा।
यानी अगर कोई व्यक्ति से कार से सुबह 6 बजे सिलीगुड़ी के लिए चलेगा तो दोपहर बाद 2 बजे वह अपनी मंजिल पर होगा।
32,000 करोड़ होंगे खर्च
इस एक्सप्रेसवे के निर्माण पर करीब 32,000 करोड़ रुपए खर्च होंगे। गोरखपुर-सिलीगुड़ी एक्सप्रेसवे गोरखपुर-आजमगढ़ लिंक एक्सप्रेसवे जैसे अन्य मार्गों से भी जुड़ेगा। इससे सिलीगुड़ी से दिल्ली और यूपी के प्रमुख शहरों की यात्रा आसान हो जाएगी।
इस परियोजना का सबसे ज्यादा लाभ बिहार को होगा। इसके बनने से बिहार के उत्तरी क्षेत्र के विभिन्न जिलों में आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा।
गोरखपुर-सिलीगुड़ी एक्सप्रेसवे रूट
गोरखपुर-सिलीगुड़ी एक्सप्रेसवे से 3 राज्यों- यूपी, बिहार और पश्चिम बंगाल को फायदा होगा। यह एक्सप्रेसवे उत्तर प्रदेश में 8.।3 किमी, बिहार में 416.2 किमी और पश्चिम बंगाल में 18.97 किलोमीटर बनेगा।
उत्तर प्रदेश के गोरखपुर, देवरिया और कुशीनगर से यह एक्सप्रेसवे गुजरेगा। तीनों जिलों के कुल 111 गांवों में इसके लिए जमीन का अधिग्रहण किया गया है।
बिहार के आठ जिलों पश्चिम चंपारण, पूर्वी चंपारण, शिवहर, सीतामढी, मधुबनी, सुपौल, अररिया एवं किशनगंज से होते हुए यह एक्सप्रेसवे सिलीगुड़ी तक जाएगी। एक्सप्रेसवे गोरखपुर के जगदीशपुर से शुरू होगा।
कुशीनगर के तमुखीराज तहसील से बिहार में गोपालपंज में प्रवेश करेगा। इसके बनने के बाद मोतिहारी से सिलीगुड़ी की दूरी 390 किलोमीटर तो गोरखपुर की दूरी 130 किलोमीटर रह जाएगी।