क्रेडिट कार्ड यूज करते हैं तो इन पांच बातों का रखें ध्यान, नहीं तो फंस जाएंगे कर्ज के जाल में.
credit card:अगर क्रेडिट कार्ड का सोच समझकर इस्तेमाल किया जाए तो यह हमारे लिए काफी उपयोगी हो सकता है। इससे आप सैलरी खत्म होने के बाद बिजली या पानी का बिल चुका सकते हैं। लेकिन कई बार क्रेडिट कार्ड का यूज लोग फिजूलखर्ची के लिए करने लगते हैं। इससे कर्ज के जाल में फंसने का खतरा रहता है जिससे निकलना मुश्किल हो सकता है। आइए जानते हैं इससे बचने का तरीका।
कई बार सैलरी खत्म होने के बाद हमें शॉपिंग या किसी और काम के लिए पैसों की जरूरत पड़ जाती है। ऐसे में हम इस्तेमाल करते हैं अपना क्रेडिट कार्ड। बेशक यह हमारी छोटी- मोटी जरूरतों को पूरा करने के लिहाज से काफी सुविधाजनक है, लेकिन अगर इसका इस्तेमाल समझ बूझकर ना किया जाए, तो यह परेशानी का सबब भी बन सकता है।
आइए जानते हैं कि क्रेडिट कार्ड हमें किस तरह से कर्ज के जाल में फंसा सकता है और उससे बचने का क्या उपाय है?
चुकाना पड़ सकता है भारी ब्याज
क्रेडिट कार्ड पैसों की फौरी जरूरत को पूरा तो कर देता है, लेकिन अगर आप समय से बिल नहीं चुकापाते, तो आपको 30 फीसदी या इससे अधिक ब्याज चुकाना पड़ सकता है। ऐसे में समय पर बिल चुकाने के लिए आपको दोस्तों या रिश्तेदारों से उधार लेना पड़ सकता है और फिर आप कर्ज के जाल में फंसते जाएंगे।
ऑफर-डिस्काउंट के लालच से दूरी
कई बार हमें ईकॉमर्स साइट पर काफी लुभावने ऑफर दिख जाते हैं और हम अपना क्रेडिट कार्ड निकाल लेते हैं। लेकिन, हमें ध्यान रखना चाहिए कि क्रेडिट कार्ड से किया गया खर्च कर्ज ही होता है। ऐसे में हमें हमेशाखर्च अपनी जरूरत के हिसाब से ही करना चाहिए और ऑफर के जाल में नहीं फंसना चाहिए।
एक से ज्यादा क्रेडिट कार्ड ना लें
एक से अधिक क्रेडिट कार्ड रखने पर उन्हें संभालने का मसला होता है। कई बार समय से बिल भरना भी मुश्किल हो जाता है। साथ ही, इसके साथ एनुअल फीस जैसे खर्च भी जुड़े होते हैं। एक से ज्यादा क्रेडिट कार्ड होने पर फिजूलखर्ची की लत भी लग सकती है।
ऐसे में क्रेडिट कार्ड लेने से पहले आपको खुद से सवाल करना चाहिए कि आपको क्रेडिट कार्ड क्यों चाहिए और एक से आपका काम क्यों नहीं चल सकता।
क्रेडिट स्कोर भी हो सकता है खराब
क्रेडिट कार्ड हाथ में होने पर हम आंख बंद करके खर्च करने लगते हैं। लेकिन, हमें लिमिट का 30 प्रतिशत तक ही खर्च करना चाहिए। इससे ज्यादा खर्च करने पर क्रेडिट यूटिलाइजेशन रेशियो बढ़ जाता है। आसान शब्दों में कहें, तो यह कर्ज पर ज्यादा निर्भर होने का संकेत है। इससे क्रेडिट स्कोर पर बुरा असर पड़ता है।
कैश निकालना घाटे का सौदा
क्रेडिट कार्ड से कैश निकालने से बचना चाहिए। इसमें आपको ब्याज के अलावा दूसरे चार्ज भी देने पड़ते हैं, जो निकाले गए कैश के 2.5 से 3 फीसदी तक हो सकते हैं।
आपको पैसा निकालने वाले दिन से ही ब्याज देना
आपको पैसा निकालने वाले दिन से ही ब्याज देना पड़ता है। बैंक इसके लिए तगड़ा चार्ज भी वसूल सकता है, जो हर बैंक के लिए अलग-अलग होता है।
अचानक क्लोज न करवाएं कार्ड
कई बार दो क्रेडिट कार्ड होने पर लोग अचानक से एक बंद करा देते हैं। लेकिन, इससे क्रेडिट यूटिलाइजेशन रेशियो बढ़ सकता है। यह रेशियो पहले दो कार्ड्स में बंटा था, जो अब एक ही कार्ड पर निर्भर हो जाएगा। इससे भी क्रेडिट स्कोर बिगड़ता है।