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अब राशन के लिए लाइन में लगने की जरूरत नहीं होगी, सरकार ने अनाज लेने के तरीके में बड़ा बदलाव किया.

अगर आप सरकार की मुफ्त राशन योजना का फायदा उठा रहे हैं तो यह खबर आपके लिए बेहद खास हो सकती है। आपको बता दें कि कर्नाटक सरकार ने राशन कार्ड धारकों के लाभार्थियों के लिए एक नई योजना शुरू की है। अब सरकार अन्न भाग्य योजना के तहत खाते में 170 रुपये भेजेगी. सरकार इस पैसे से गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाले परिवार को 5 किलो अतिरिक्त चावल पहुंचाएगी. यह पैसा गृहस्वामी के आधार नंबर से जुड़े बैंक खाते में भेजा जाएगा।
 
अंत्योदय योजना के तहत 1.28 करोड़ लोगों को मिलेगा लाभ
वहीं बता दें राज्य में अंत्योदय अन्न स्कीम के तहत 1.28 करोड़ राशन कार्ड लाभार्थी हैं। इनमें से 99 फीसदी को आधार नंबर के साथ में लिंक किया गया है। इसके अलावा तकरीबन 82 फीसदी लोगों के राशन कार्ड आधार से जुड़ें बैंक खाते से एक्टिव हैं। इन लाभार्थियों को DBT के द्वारा 34 रुपये प्रति किलों की दर से 5 किलो अतिरिक्त चावल के लिए पैसा दिए जाएगा। ये पैसा राशनकार्ड धारकों के सीधे बैंक खाते में भेजा जाएगा
22 लाख लोगों को नहीं मिलेगा योजना का लाभ
बहराल 22 लाख BPL परिवारों को अन्‍न भाग्य योजना के तहत अभी इसका लाभ नहीं मिल सकता है। ये वहीं लोग हैं जिनके बैंक खाते आधार लिंक नहीं है। अन्‍न भाग्य योजना में BPL परिवारों को 5 किलो चावल दिया जाएगा। दरअसल कांग्रेस की ओर से चुनाव के समय ये वादा भी किया गया था
फटाफट जानें क्या है अन्‍न भाग्य योजना
बता दें सरकार इस स्कीम के तहत लोगों को फ्री में चावल दे रही हैं। यानि कि मुफ्त चावल योजना है। इसके तहत BPL कैटेगरी के परिवारों को प्रत्येक माह 10 किलो चावल देने का वाद किया गया है। इसमें 10 किलो में 5 किलो चावल केंद्र सरकार की ओर से दिया जाएगा। ये लाभार्थी को पिछले काफई समय से मिल रहा है। राज्य सरकार ने एक्स्ट्रा 5 किलो चावल देने की घोषणा की है। लेकिन इसके बदले में लाभार्थियों के बैंक खाते में हर महीने 170 रुपये ट्रांसफर किए जा रहे हैं। सरकार की ओर से ये बदलाव FCI से चावल नहीं खरीद पाने के कारण हुआ है