{"vars":{"id": "100198:4399"}}

Somvati Amavasya 2024 : सोमवती अमावस्या पर दान करें ये 5 चीजें, धन-दौलत की नहीं होगी कमी 

 

Somvati Amavasya 2024 : शास्त्रो में दान करने को सबसे बड़ा माना गया है। हिंदू धर्म में अमावस्या तिथि बेहद महत्व रखती है। सोमवार के दिन पड़ने वाली अमावस्या को सोमवती अमावस्या कहा जाता है। सोमवती अमावस्या साल में एक या दो बार ही आती है।

हिंदू धर्म में शुभ तिथियों पर स्नान और दान का बड़ा महत्व है। सोमवती अमावस्या के दिन पितरों के निमित्त दान करते हैं तो नाराज पितर भी प्रसन्न हो जाते हैं और वे अपने वंशजों की तरक्की करते हैं।

1. पौराणिक मान्यता के अनुसार, पितर लोक का स्थान चंद्रमा के ऊपरी हिस्से में होता है, इस कारण पितरों को चांदी से बनी वस्तुओं का दान करने की सलाह दी जाती है। कहा जाता है कि इससे पितर प्रसन्न होते हैं और सुख-समृद्धि का आशीर्वाद देते हैं।

2. सोमवती अमावस्या पर पितरों को प्रसन्न करने के लिए चंद्रमा से जुड़ी वस्तुओं जैसे दूध और चावल का दान कर सकते हैं। ऐसा करने से नाराज पितर भी खुश होते हैं। उनका आशीर्वाद मिलता है और वंश की वृद्धि होती है।

3. जिस तरह से मनुष्यों को मौसम के अनुसार कपड़ों की जरूरत होती है, उसी तरह पितरों को भी कपड़ों की जरूरत होती है। इस बारे में गरुड़ पुराण में वर्णन मिलता है।

इसी वजह से सोमवती अमावस्या पर अपने पितरों को प्रसन्न करने के लिए वस्त्रों का दान करें। शास्त्रों के अनुसार इस दिन धोती और गमछा दान करना चाहिए।

4. शास्त्रों में काले तिल का दान बेहद अहम माना जाता है। आमवस्या के दिन स्नान करने के बाद आप पितरों को ध्यान करते हुए काले तिल का दान कर दें। इसके बाद बाकी जो भी वस्तुएं दान करें,

उस दौरान हाथ में काले तिल लेकर दान करें। धार्मिक मान्यता के अनुसार, ऐसा करने से वे वस्तुएं पितरों को प्राप्त होती हैं और वे अपने वंश से प्रसन्न रहते हैं।

5. हिंदू धर्म में पिंडदान का बड़ा महत्व है। जिन लोगों ने अपने पितरों का पिंडदान नहीं किया है, वे लोग सोमवती अमावस्या के दिन पितरों के लिए पिंडदान जरूर करें। अमावस्या पर पिंडदान करने से पितृ दोष से मुक्ति मिलती है।