{"vars":{"id": "100198:4399"}}

राजस्थान के इस मंदिर ने तोड़े चढ़ावे के सारे रिकॉर्ड, मंदिर के पुजारी पैसे गिनते-गिनते थक गए हैं, लेकिन चढ़ावा खत्म नही हो रहा 

This temple of Rajasthan broke all the records of offerings, the priests of the temple are tired of counting the money, but the offerings are not ending.
 

राजस्थान के इस मंदिर में होली पर इतना चढ़ावा आया कि जिसने भी देखा सब दंग रह गए। आलम यह बना हुआ है कि मंदिर के पुजारी पिछले चार दिनों सेपैसे गिनते-गिनते थक गए हैं, लेकिन पैसे खत्म नहीं हो रहे हैं।
चढ़ावे में आई रकम को गिनने के लिए लगाई गई मशीने भी गर्म होकर बंद होने लगी हैं। होली के मौके पर जब मंदिर का भंडार खोला गया तो उसमें चढ़ावे को देखकर सब की आंखें खुली की खुली रह गई। किसी ने सोचा भी नहीं था कि किसी मंदिर में इतना चढ़ावा भी आ सकता है।

आपको बता दे की राजस्थान के चित्तौड़गढ़ में सांवलिया जी का मंदिर स्थित है। सांवलिया जी के मंदिर में होली के अवसर पर सभी दान पत्र चढ़ावे से फूल हो गए हैं। इस मंदिर में इतना चढ़ावा आया है कि इसने चढ़वे के आज तक के सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। सांवलिया जी के मंदिर के पुजारी ने जब इसके भंडार खोल तो इसमें 19 करोड़ के लगभग चढ़ावा मिला। इतना ही नहीं इस मंदिर के भंडार में कई विदेशी मुद्राएं भी भक्तों द्वारा चढ़ाई गई है। पुजारी ने बताया कि सांवलिया जी के मंदिर के भंडार में लगभग 12 देशों की मुद्राएं मिली हैं। लोगों ने पैसों के साथ-साथ मंदिर में एक क्विंटल से अधिक चांदी भी दान में दे दी है।

सांवलिया जी के मंदिर में चढ़ावे ने बनाया नया रिकॉर्ड

अगर हम मंदिर में चढ़ने वाले दान के रिकॉर्ड की बात करें तो सांवलिया जी के मंदिर में चढ़ाए गए चढ़ावे ने नया रिकॉर्ड बना दिया है। आज तक चढ़ावे के रूप में इतनी बड़ी राशि किसी मंदिर के भंडार में नहीं मिली है।
चित्तौड़गढ़ स्थित सांवलिया जी के मंदिर के चढ़ावे का नया रिकॉर्ड बनाया है। सांवलिया जी के मंदिर में दान पात्र में इस बार करोड़ों रुपए चढ़ावे के मिले है।

होली के मौके पर खोले गए भंडार में पैसों की गिनती पिछले चार दिनों से लगातार चल रही है। इस दौरान 18 करोड़ 37 पुजारीयों द्वारा गिने जा चुके हैं। वहीं सांवलिया जी के मंदिर में चढ़ाई गई करीब एक क्विटंल चांदी तोली जा चुकी है। इसके साथ-साथ भारतीय मुद्रा के साथ 12 विदेशी मुद्राएं भी मिली है। वहीं अगर पिछले साल की बात करें तो सांवलिया जी के मंदिर में चढ़ावे के रूप में करीब दस करोड़ रुपये का दान मिला था। आपको बता दें कि सांवलिया जी मंदिर में राजस्थान के अलावा हरियाणा, गुजरात व मध्य प्रदेश के लोगों की भी काफी आस्था है।

सांवलिया जी मंदिर मंडल के चैयरमेन भैरूलाल गुर्जर ने बताया कि इस बार ऑनलाइन दान ने भी नया रिकॉर्ड बना दिया है। इस बार भक्तों ने करीब चार करोड़ रुपए ऑनलाइन दान किए हैं। वहीं 14 करोड़ से अधिक कैस में रुपये निकले हैं। इसके अलावा 304 ग्राम सोना और करीब एक  क्विंटल चांदी प्राप्त हुई है।


वही सांवलिया जी के मंदिर के दान-पात्र में 17 किलो चांदी के साथ 560 ग्राम सोना प्राप्त हुआ है। इस तरह से कुल करीब 18 करोड़ से अधिक नगद लगभग एक क्विंटल चांदी और 500 ग्राम से ऊपर ग्राम सोना भक्तों ने दान किया है। उन्होंने बताया कि इस बार चढ़ावे में 2016 के बाद बंद हुई पांच सौ रुपए की करेंसी के चार नोटों के साथ-साथ पुराने एक हजार रुपए का एक नोट भी प्राप्त हुए हैं। 2023 में बंद हुए 2000 के छह नोट भी दान-पात्र में मिले हैं।

सांवलिया जी के मंदिर के दान पात्र में अमेरिकी डालर के साथ-साथ यूएई, सि‍ंगापुर, कनाडा, नेपाल, कुवैत, थाईलैंड, म्यांमार, इंग्लैंड, मलेशिया, कजाकिस्तान और इंडोनेशिया की मुद्राएं भी मिली हैं।