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Versova-Virar Sea Link :  मुंबई में बनेगा 8 लेन का सबसे लंबा समुद्र पुल, 30 मिनट में पूरी होगी ढाई घंटे की दूरी

केन्द्र सरकार ने मुंबईवासियों को एक बड़ी खुशखबरी दी है। बताया जा रहा है कि मुंबई में 8 लेन का सबसे लंबा समुद्र पुल बनाया जाएगा। इस पुल से ढाई घंटे की दूरी केवल 30 मिनट में पूरी होगी। 
 

Versova-Virar Sea Link : चारों तरफ विशाल समंदर और उसके ऊपर से तैरती जा रही आपकी कार। वह भी 10-5 नहीं, पूरे 43 किलोमीटर तक। इस नजारे का अनुमान लगाने भर से आपका मन रोमांच से भर उठेगा।

वैसे तो मायानगरी को अब तक 2 समुद्र पुल मिल चुके हैं। एक तो पिछले महीने ही प्रधानमंत्री मोदी जी ने सौंपा है। लेकिन, इस बार बनाया जाने वाला समुद्र पुल न सिर्फ मुंबई, बल्कि पूरे देश में सबसे लंबा होगा।

इस फ्लाईओवर के बनने के बाद सफर में लगने वाली ढाई घंटे की दूरी सिमटकर 30 मिनट की रह जाएगी। मुंबई में अब तक का सबसे महात्‍वाकांक्षी प्रोजेक्‍ट जल्‍द शुरू होने वाला है। इस प्रोजेक्‍ट के आधे हिस्‍से पर पहले निर्माण की मंजूरी भी पिछले सप्‍ताह महाराष्‍ट्र सरकार दे चुकी है।

मुंबई के वर्सोवा से विरार तक 43 किलोमीटर लंबा फ्लाईओवर बनाए जाने की प्‍लानिंग हैं। यह कई मायनों में काफी खास होगा, क्‍योंकि हाल में बनाए समुद्र पुल से इसकी लंबाई दोगुनी है।

आधे प्रोजेक्‍ट पर जल्‍द शुरू होगा निर्माण

वर्सोवा से विरार तक के इलाके को पार करने में अभी मुंबईवासियों के पसीने छूट जाते हैं। दोनों शहरों के बीच मौजूदा दूरी करीब 58 किलोमीटर है, लेकिन जाम और ट्रैफिक की वजह से सफर पूरा करने में 2.50 घंटे से भी ज्‍यादा समय लग जाता है।

नया बनने वाला फ्लाईओवर इसी समस्‍या का हल है, जिसके बाद विरार से वर्सोवा तक जाने में महज 30 मिनट का समय लगेगा।

8 लेन का बनाया जाएगा पुल

यह फ्लाईओवर न सिर्फ देश का सबसे लंबा समुद्र पुल साबित होने वाला है, बल्कि इसकी चौड़ाई भी 8 लेन की रहेगी। दो फेज में बनने वाले इस फ्लाईओवर पर करीब 64 हजार करोड़ रुपये की लागत का अनुमान है।

फ्लाईओवर के दोनों तरफ 4-4 लेन की सड़क बनाई जाएगी। इसके रूट पर चारकोप, मीरा भयंदर, वसाई जैसे बड़े इलाके भी पड़ेंगे। इन इलाकों से भी फ्लाईओवर तक जाने के लिए लिंक रोड बनाया जाएगा।

समुद्र से 1 किलोमीटर अंदर बनेगा फ्लाईओवर

इस फ्लाईओवर को समुद्र के किनारे से 1 किलोमीटर अंदर बनाया जाएगा। अभी तक इस प्रोजेक्‍ट के कंप्‍लीट होने की वास्‍तविक डेडलाइन पता नहीं चली है, लेकिन माना जा रहा है कि 6 से 7 साल में प्रोजेक्‍ट पूरी तरह तैयार हो जाएगा।