{"vars":{"id": "100198:4399"}}

दिल्ली मेट्रो का नया वीडियो हुआ वायरल! दो महिलाओं के बिच हुई पानी Fight
 

 
Metro video: चलती मेट्रो में पानी फेंक लड़ती हैं महिलाएं सोशल मीडिया पर दिल्ली मेट्रो का एक वीडियो सामने आया है

Metro viral Video: क्या आप दिल्ली मेट्रो में यात्रा करते हैं? अगर आप करते हैं तो ये खबर आपके लिए है. आजकल दिल्ली मेट्रो से एक से बढ़कर एक वीडियो सामने आ रहे हैं जो अपने आप में हैरान करने वाले हैं. कुछ वीडियो में देखा जा रहा है कि महिलाएं आपस में लड़ रही हैं तो कुछ वीडियो में दिख रहा है कि पुरुष सीट के लिए लड़ रहे हैं.

तो कुछ वीडियो में देखा जा रहा है कि युवक-युवतियां चलती मेट्रो में डांस करने लग रहे हैं यानी दिल्ली मेट्रो में ऐसे वीडियो सामने आ रहे हैं. जिसकी हम और आप कल्पना भी नहीं कर सकते. ऐसा ही एक वीडियो हम आपके साथ शेयर करने जा रहे हैं, जिसेदेखने के बाद आप अपना सिर पकड़ लेंगे और पूछेंगे कि लोगों को क्या हो गया है?

 चलती मेट्रो में पानी फेंक लड़ती हैं महिलाएं सोशल मीडिया पर दिल्ली मेट्रो का एक वीडियो सामने आया है, जिसे देखने के बाद आप हैरान रह जाएंगे कि सफर कर रहे लोगों को क्या हो गया है?

वायरल वीडियो में देखा जा सकता है कि दिल्ली मेट्रो का महिला कोच है, जहां सीटों पर महिलाएं बैठी नजर आ रही हैं. इस दौरान दो महिलाएं आपस में भिड़ जाती हैं. वीडियो में देखा जा सकता है कि एक महिला दूसरी महिला पर पानी फेंक रही है और महिला जवाब में कई बेतुकी बातें कह रही है.

 वीडियो में देखा जा सकता है कि दोनों महिलाएं रुकने का नाम नहीं ले रही हैं. वहां सफर कर रही महिलाएं मामले को सुलझाने की कोशिश कर रही हैं लेकिन दोनों झगड़ रही हैं. वीडियो में देखा जा सकता है कि महिला मेट्रो की आपातकालीन सेवाओं से भी मदद लेती है. क्या दिल्ली मेट्रो ने कोई एक्शन नहीं लिया? ये वीडियो कब का है? इस बारे में कोई जानकारी सामने नहीं आई है.

वहीं वीडियो में महिलाएं क्यों लड़ रही हैं इसकी कोई पुख्ता जानकारी नहीं है. ये खबर सिर्फ वीडियो के आधार पर बनाई गई है. आपको बता दें कि मेट्रो में महिलाओं की लड़ाई का यह पहला मामला नहीं है. इससे पहले भी मेट्रो में महिलाएं भिड़ चुकी हैं. अब सवाल ये है कि क्या डीएमआरसी ऐसे बढ़ते मामलों को देखते हुए कोई एक्शन नहीं ले रही है तो इसका जवाब आपको फिलहाल नहीं मिलेगा. दिल्ली मेट्रो की ओर से अभी तक कोई स्ट्रीक गाइडलाइन या कार्रवाई नहीं की गई है, जिससे ऐसे मामले रुक गए हैं.