प्लंबर के बेटे ने बड़ा अफसर बन बाप की इच्छा की पूरी, बेटे के बड़ा अफसर बनते ही रातों-रात बदली किस्मत
Success story:हरियाणा प्रदेश में एक प्लंबर के बेटे ने बड़ा अफसर बनकर बाप की इच्छा पूरी करने का काम किया है। हरियाणा प्रदेश के सिरसा जिले के छोटे से गांव खेड़ी के रहने वाले सुभाष ने प्रतियोगिता परीक्षा पास कर सीआईएसफ में सब इंस्पेक्टर के पद पर तैनात होकर अपने पिता की इच्छा पूरी कर दी।
आपको बता दें कि सुभाष के पिता एक प्लंबर की नौकरी करते हैं। उनकी ड्यूटी नजदीकी सिरसा जिले के गांव कुमारिया में लगी हुई थी। सुभाष के पिता कृष्ण कुमार बताते हैं कि मैंने कभी सोचा ही नहीं था कि एक प्लंबर का बेटा भी सब इंस्पेक्टर बन सकता है। उन्होंने कहा कि मेरी शुरू से यह इच्छा थी कि मेरा बेटा एक सैनिक बनकर देश की सेवा करें।
मेरी इस इच्छा को मेरे बेटे ने सीआईएसफ में सब इंस्पेक्टर की नौकरी हासिल कर पूरी कर दी है। आपको बता दें कि हरियाणा के रहने वाले सुभाष की ड्यूटी अब देश की माया नगरी कहे जाने वाले मुंबई शहर में लगी हुई है। हरियाणा प्रदेश के छोटे से गांव में प्लंबर की नौकरी करने वाले सुभाष के पिता कृष्ण कुमार अब मुंबई के 5 स्टार होटलों में भी ठहर रहे हैं।
अगर हम सोचे कि एक प्लंबर का काम करने वाला व्यक्ति भी फाइव स्टार होटल में ठहर सकता हैं तो यह बात कल्पना से भी दूर है। क्योंकि इन फाइव स्टार होटलों में एक रात रुकने का खर्चा ही हजारों-लाखों रुपए आ जाता है। दूसरे शब्दों में कहें तो एक प्लंबर की नौकरी करने वाला व्यक्ति अपने एक वर्ष मेहनत की कमाई खर्च करता है तो एक दिन इस होटल में ठहर सकता है।
लेकिन हम आपको जो बताने जा रहे हैं उसके अनुसार हरियाणा प्रदेश के सिरसा जिले में प्लंबर की नौकरी करने वाले कृष्ण खालिया आजकल मुंबई के बड़े होटलों में ठहर रहे है। यह संभव तब हो पाया जब कृष्ण खालिया ने अपने बेटे सुभाष को पढ़ा लिखा कर बड़ा अधिकारी बनाया। सुभाष ने बड़ा अधिकारी बनने के बाद अपने पिता की सपनों को पूरा करने हेतु उन्हें मुंबई की यात्रा के लिए बुलाया और फाइव स्टार होटल में ठहरने का अवसर दिया।
सुभाष चंद्र सीआईएसएफ में सब इंस्पेक्टर के पद पर है तैनात
हरियाणा प्रदेश के सिरसा जिले के गांव खेड़ी के प्लंबर की नौकरी करने वाले कृष्ण खालिया की जो कहानी हम आपको बता रहे हैं वह उनके बेटे सुभाष चंद्र की मेहनत के चलते संभव हो पाई है। आपको बता दे कि सुभाष चंद्र ने सीआईएसफ का एग्जाम क्लियर कर सब इंस्पेक्टर के पद पर ज्वाइन किया है। सुभाष कुमार की ड्यूटी सीआईएसफ में सब इंस्पेक्टर के तौर पर मुंबई के कॉरपोरेट ऑफिस में लगी हुई है।
सुभाष चंद्र ने बताया कि मैंने जब सब इंस्पेक्टर के पद पर ज्वाइन किया था तब मेरा सबसे बड़ा सपना था कि मेरे माता-पिता को मुंबई जैसे बड़े शहरों की यात्रा करवा कर बाहर की दुनियादारी से परिचित करवाना था। क्योंकि हम जिस क्षेत्र और समाज से आते हैं वहां पर हमारी दुनिया घर और तक ही सीमित रहती है। मेरे पिता ने मुझे कामयाब करने हेतु अपना सब कुछ न्योछावर कर दिया था। अब मेरा वक्त है कि मुझे भी मेरे पिता के हर सपने को पूरा करना चाहिए।
मुंबई आकर ऐसा लगा कि यह दुनिया वो दुनिया नहीं है जहां हम रहते हैं
एक छोटे से गांव में प्लंबर की नौकरी करने वाले कृष्ण खालिया ने बताया कि हमने कभी सपने में भी नहीं सोचा था कि मुंबई आकर इतने बड़े होटल में रुक सकते हैं और बड़े-बड़े बिजनेसमैन से मुलाकात कर सकते हैं। क्योंकि एक प्लंबर की नौकरी करने वाले व्यक्ति की दुनिया उसके गांव और जिले तक ही सीमित होती है। यहां आकर तो हमें ऐसा लगता है जैसे किसी दूसरी दुनिया में आ गए हो। हमारा मुंबई देखने का सपना बेटे सुभाष के सीआईएसफ में सब इंस्पेक्टर के पद पर चयन होने पर ही संभव हो पाया है।