किर्गीस्तान में हालत हुए खराब, भारतीय और पाकिस्तानी छात्रों को ढूंढ-ढूंढ कर रहे हमला, यहां जानिए पूरा मामला
World News:किर्गिस्तान देश में इस समय हालात बद से बद्तर होते जा रहे हैं। किर्गिस्तानी लोग भारतीय और पाकिस्तानी छात्रों को ढूंढ-ढूंढ कर हमला कर रहे हैं। हालत यह बने हुए हैं कि लोगों ने छात्रों को अपने घरों से निकाल दिया है। जब यह छात्र अपना सामान लेकर किराए पर लिए घर से बाहर निकलते हैं तो किर्गिस्तानी नागरिक पर हमला कर मार-काट कर रहे हैं। आपको बता दे कि किर्गिस्तान देश में पिछले दिनों पाकिस्तान के छात्रों और किर्गिस्तान के छात्रों में झगड़ा हो गया था।
इस झगड़े में एक किर्गिस्तानी छात्र चोट लग गई थी। किर्गिस्तानी छात्र को चोट लगने के बाद देश में दंगे भड़क गए। वहीं कुछ लोगों का कहना है कि पाकिस्तानी लड़कों ने किर्गिस्तानी महिलाओं के साथ छेड़खानी की थी। किर्गिस्तानी छात्रों से झगड़े के बाद से गुस्साए नागरिकों ने पाकिस्तानी छात्रों की फिर हम इस पिटाई करने शुरू कर दी। वर्तमान में किर्गिस्तान देश में विदेशी छात्रों पर वहां के आम नागरिक और छात्र लगातार हमला और लुटपाट कर रहे हैं।
17 हजार विद्यार्थी फंसे
वर्तमान में किर्गिस्तान में भारत देश के लगभग 17 हजार विद्यार्थी फंसे हैं। इनमें जींद जिले के भी 42 विद्यार्थी फसे हुए हैं। इन विद्यार्थियों के अभिभावकों ने मंगलवार को काउंसलर डॉ कामिनी आसरी के नेतृत्व में डीआरओ को डीसी मोहम्मदइमरान रजा के नाम ज्ञापन सौंपा।
ज्ञापन में कामिनी व अभिभावकों ने केंद्र सरकार से गुहार लगाई कि वह इन विद्यार्थियों की सुरक्षा का जिम्मा खुद लें और सुरक्षा की गारंटी अभिभावकों को दें। अगर सरकार सुरक्षा करने में समर्थ नहीं है तो इन विद्यार्थियों को समय रहते सुरक्षित अपने देश लाया जाए।
विद्यार्थियों को प्रताड़ना का सामना करना पड़ रहा
अभिभावकों ने ज्ञापन के माध्यम से कहा कि किर्गिस्तान में हिंसा लगातार बढ़ रही है, जिसके चलते इन विद्यार्थियों को प्रताड़ना का सामना करना पड़ रहा है। इस हिंसा को गंभीरता से लेते हुए पाकिस्तान ने भी अपने विद्यार्थियों को वापस बुलाया है, ताकि वहां पर उनको नुकसान से बचाया जा सके।
कई विद्यार्थियों ने अभिभावकों को बताया है कि वहां पर पुलिस के सामने भी उनको मारने की धमकी मिल रही है। इसके चलते वह सुरक्षित नहीं हैं। अभिभावकों ने ज्ञापन देकर एंबेसी व प्रधानमंत्री से विद्यार्थियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की गुहार लगाई है।