हरियाणा में JJP को एक और बड़ा झटका, लोकसभा सीट से प्रत्याशी रहे इस दिग्गज नेता ने पार्टी को कहा अलविदा
जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) ने सोनीपत लोकसभा सीट से भूपेंद्र सिंह मलिक को मैदान में उतारा था। भूपेंद्र मलिक पहले कांग्रेस के साथ थे।
Jun 10, 2024, 10:18 IST
Haryana News: JJP पार्टी के सोनीपत लोकसभा सीट से प्रत्याशी रहे भूपेंद्र मलिक का जजपा पार्टी को अलविदा कह दिया। हरियाणा में JJP पार्टी को एक के बाद एक बड़े झटके लग रहे है। बता दे की भूपेंद्र मलिक जननायक जनता पार्टी को अलविदा कह दिया है। उन्होंने अपने समर्थकों के साथ पार्टी छोड़ने को लेकर विचार विमर्श किया। सभी ने एक मत से पार्टी को छोड़ने के फैसला लिया।
भूपेंद्र मलिक ने 2019 के विधानसभा चुनाव में
जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) ने सोनीपत लोकसभा सीट से भूपेंद्र सिंह मलिक को मैदान में उतारा था। भूपेंद्र मलिक पहले कांग्रेस के साथ थे। उन्होंने 2019 में जेजेपी में शामिल होकर विधानसभा चुनाव लड़ा था। वह तीसरे स्थान पर रहे। भैंस्वाल कलां भूपेंद्र मलिक का पैतृक गाँव है, जो बड़ौदा विधानसभा क्षेत्र में आता है। वह वर्तमान में गोहाना में पार्क रोड पर अपने परिवार के साथ रहते हैं। कांग्रेस में रहते हुए, उनके और उनके परिवार के पूर्व मुख्यमंत्री भूपिंदर सिंह हुड्डा के परिवार के साथ घनिष्ठ संबंध थे। उन्होंने युवा कांग्रेस में विभिन्न पदों पर कार्य किया। भूपिंदर सिंह हुड्डा ने उन्हें बाजार समिति गोहाना का अध्यक्ष बनाया। भूपेंद्र मलिक ने 2019 के विधानसभा चुनाव में बड़ौदा सीट से टिकट न मिलने के बाद कांग्रेस छोड़ दी थी।
जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) ने सोनीपत लोकसभा सीट से भूपेंद्र सिंह मलिक को मैदान में उतारा था। भूपेंद्र मलिक पहले कांग्रेस के साथ थे। उन्होंने 2019 में जेजेपी में शामिल होकर विधानसभा चुनाव लड़ा था। वह तीसरे स्थान पर रहे। भैंस्वाल कलां भूपेंद्र मलिक का पैतृक गाँव है, जो बड़ौदा विधानसभा क्षेत्र में आता है। वह वर्तमान में गोहाना में पार्क रोड पर अपने परिवार के साथ रहते हैं। कांग्रेस में रहते हुए, उनके और उनके परिवार के पूर्व मुख्यमंत्री भूपिंदर सिंह हुड्डा के परिवार के साथ घनिष्ठ संबंध थे। उन्होंने युवा कांग्रेस में विभिन्न पदों पर कार्य किया। भूपिंदर सिंह हुड्डा ने उन्हें बाजार समिति गोहाना का अध्यक्ष बनाया। भूपेंद्र मलिक ने 2019 के विधानसभा चुनाव में बड़ौदा सीट से टिकट न मिलने के बाद कांग्रेस छोड़ दी थी।