Ashok Tanwar joined BJP : मुख्यमंत्री मनोहर लाल की मौजूदगी में BJP में शामिल हुए अशोक तंवर, सिरसा, फतेहाबाद समेत इन जिलों के समर्थको ने भी JOIN की BJP
अशोक तंवर आज भारतीय जनता पार्टी कको अपना लिया है । बता दे कि अशोक तंवर के साथ कुरुक्षेत्र से आपर जिलाध्यक्ष जोगिंद सिंह जोगनखेडा के अतिरिक्त सिरसा, फतेहाबाद टोहाना,नरवाना, नीलोखेड़ी से गुरमेज गोदर, डबवाली से आप जिलाध्यक्ष दर्शन सरा, कुरुक्षेत्र जिलों के समर्थक भाजपा में शामिल हुए । इस दौरान अशोक तंवर ने कहा कि मोदी जी के नेतृत्व में देश बदला है। करोड़ों लाखों लोगों का भाग्य बदला है।
हम भी उसी टीम का हिस्सा बनना चाहते थ। हम प्रभावित थे। 2047 जब देश 100 साल पूरे करेगा तो देश की तरक्की में अहम योगदान देने के लिए हम भाजपा के साथ आ गए। उन्होंने कहा कि भाजपा जल्द ही 400 का आंकड़ा पार करे और देश को उंचाइयों पर ले जाने के लिए हम काम करेंगे।
बता दें कि काफी समय से अटकले लगाई थी कि अशोक तंवर BJP में शामिल हो सकते है। अशोक तंवर आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के गठबंध के चलते नाराज थे। उन्होंने इस्तीफे में लिखा कि आम आदमी पार्टी ने जिस तरह इंडियन नेशनल कांग्रेस के साथ हाथ मिलाया है, इससे मेरा जमीर गवाही नहीं देता है। इसलिए मैं इलेक्शन कंप्लेंट कमेटी का अध्यक्ष होने के नाते और पार्टी की प्राइमरी मेंबरशिप से इस्तीफा देता हूं। मैं लगातार हरियाणा और भारत देश की भलाई के लिए काम करता रहूंगा।
अशोक तंवर का हरियाणा लंबा राजनीतिक कैरियर है। लंबे समय तक वह हरियाणा कांग्रेस के अध्यक्ष पद पर रहे हैं। 2019 विधानसभा चुनाव से पहले हुड्डा और अशोक तंवर में अनबन के चलते उन्हें अध्यक्ष पद से हटा दिया गया, जिसके बाद तंवर कांग्रेस पार्टी छोड़ दी।
राहुल गांधी के करीबी माने जाने वाले अशोक तंवर ने कांग्रेस छोड़ने के करीब सवा साल बाद पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की पार्टी टीएमसी का पटका पहना और हरियाणा में दीदी की पार्टी के अध्यक्ष बन कैडर बनाने में जुट गए। करीब 6 माहीने के बाद तंवर टीएमसी भी छोड़ दी। टीमएसी को अलविदा कहने के बाद अशोक तंवर ने तेजी से उभर रही आम आदमी पार्टी का दामन थाम लिया।
इस पार्टी में वह काफी सक्रिय रहे। आप हरियाणा की चौकड़ी ( सुशील गुप्ता, अनुराग ढांडा, अशोक तंवर, चित्रा सरवारा) में अशोक तंवर एक अहम कड़ी थे। वह प्रदेश स्तर के कार्यक्रमों में अपनी टीम के साथ ना सिर्फ हिस्सा लिया बल्कि सरकार ही नहीं विरोधियों को भी घेरने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी।