Haryana School Summer Holidays: हरियाणा के स्कूलों में गर्मियों की छुट्टियां को लेकर आया बड़ा अपडेट... शिक्षा विभाग ने जारी किया ये फरमान
सरकारी स्कूलों में ड्रॉपआउट को कम करने के लिए शिक्षक घर-घर जाएंगे। शिक्षक निजी और सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों के साथ-साथ स्कूल छोड़ने वाले बच्चों का डेटा तैयार करेंगे।
May 9, 2024, 12:49 IST
Haryana School holiday: सरकारी स्कूलों में ड्रॉपआउट को कम करने के लिए शिक्षक घर-घर जाएंगे। शिक्षक निजी और सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों के साथ-साथ स्कूल छोड़ने वाले बच्चों का डेटा तैयार करेंगे। जिला शिक्षा अधिकारी और जिला बुनियादी शिक्षा अधिकारियों को 16 मई तक ड्रॉपआउट बच्चों, प्रवेश की स्थिति, जन संचार और सीएम विंडो की शिकायतों के समाधान की विस्तृत रिपोर्ट मुख्यालय को भेजनी होगी। इस संबंध में स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को निर्देश जारी कर दिए गए हैं।
निर्देशों में कहा गया है कि डीईईओ को नामांकन बढ़ाने के लिए हर दिन क्षेत्र का दौरा करना चाहिए। ब्लॉक और क्लस्टर स्तरों पर बैठकें आयोजित की जाएंगी। डी. ई. ओ. नामांकन संबंधी रिपोर्ट प्रतिदिन मुख्यालय को भेजनी होगी। इसके साथ ही संस्कृति मॉडल स्कूल में दाखिला लेने वाले बच्चों के लिए कोई परीक्षा नहीं ली जाएगी, प्रवेश केवल दस्तावेजों के आधार पर ही किया जाएगा। इतना ही नहीं, जिला शिक्षा अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं कि सभी जिले उन बच्चों का पता लगाएंगे जिन्होंने कक्षा पास करने के बाद आगे प्रवेश नहीं लिया है। यानी ऐसे छात्र जो न तो सरकारी स्कूलों में नामांकित हैं और न ही निजी स्कूलों में।
जो छात्र पढ़ाई छोड़ चुके हैं, उन्हें सरकारी स्कूलों में प्रवेश दिया जाएगा। इसके साथ ही सभी जिलों में बालवाटिका से छात्रों को ग्रेड-1 में रखा जाएगा। मुख्यालय द्वारा निर्देश दिए गए हैं कि जिन बच्चों के नामांकन डेटा में तकनीकी त्रुटि के कारण विसंगति है, उनकी जांच की जानी चाहिए और डेटा को ठीक किया जाना चाहिए। इसके साथ ही सभी डीईईओ को अपने जिलों में नामांकन का ग्राफ बढ़ाने के लिए रणनीति तैयार करनी चाहिए।
डीईईओ को मुख्यालय द्वारा एमआईएस पोर्टल पर अपलोड किए गए आंकड़ों की जांच करने और उसमें त्रुटियों को ठीक करने का निर्देश दिया गया है। साथ ही, शिक्षकों को निर्देश दिया जाना चाहिए कि वे बच्चों के माता-पिता से मिलें और उनसे अपने बच्चों को सरकारी स्कूलों में दाखिला देने का आग्रह करें। ऐसे बच्चों के बारे में जानकारी एकत्र की जाए जिन्होंने सरकारी और निजी स्कूलों में प्रवेश नहीं लिया है, ऐसे बच्चों को सरकारी स्कूलों में प्रवेश दिया जाएगा। सभी बच्चों को सरकारी स्कूलों में दाखिला दिया जाएगा।
निर्देशों में कहा गया है कि डीईईओ को नामांकन बढ़ाने के लिए हर दिन क्षेत्र का दौरा करना चाहिए। ब्लॉक और क्लस्टर स्तरों पर बैठकें आयोजित की जाएंगी। डी. ई. ओ. नामांकन संबंधी रिपोर्ट प्रतिदिन मुख्यालय को भेजनी होगी। इसके साथ ही संस्कृति मॉडल स्कूल में दाखिला लेने वाले बच्चों के लिए कोई परीक्षा नहीं ली जाएगी, प्रवेश केवल दस्तावेजों के आधार पर ही किया जाएगा। इतना ही नहीं, जिला शिक्षा अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं कि सभी जिले उन बच्चों का पता लगाएंगे जिन्होंने कक्षा पास करने के बाद आगे प्रवेश नहीं लिया है। यानी ऐसे छात्र जो न तो सरकारी स्कूलों में नामांकित हैं और न ही निजी स्कूलों में।
जो छात्र पढ़ाई छोड़ चुके हैं, उन्हें सरकारी स्कूलों में प्रवेश दिया जाएगा। इसके साथ ही सभी जिलों में बालवाटिका से छात्रों को ग्रेड-1 में रखा जाएगा। मुख्यालय द्वारा निर्देश दिए गए हैं कि जिन बच्चों के नामांकन डेटा में तकनीकी त्रुटि के कारण विसंगति है, उनकी जांच की जानी चाहिए और डेटा को ठीक किया जाना चाहिए। इसके साथ ही सभी डीईईओ को अपने जिलों में नामांकन का ग्राफ बढ़ाने के लिए रणनीति तैयार करनी चाहिए।
डीईईओ को मुख्यालय द्वारा एमआईएस पोर्टल पर अपलोड किए गए आंकड़ों की जांच करने और उसमें त्रुटियों को ठीक करने का निर्देश दिया गया है। साथ ही, शिक्षकों को निर्देश दिया जाना चाहिए कि वे बच्चों के माता-पिता से मिलें और उनसे अपने बच्चों को सरकारी स्कूलों में दाखिला देने का आग्रह करें। ऐसे बच्चों के बारे में जानकारी एकत्र की जाए जिन्होंने सरकारी और निजी स्कूलों में प्रवेश नहीं लिया है, ऐसे बच्चों को सरकारी स्कूलों में प्रवेश दिया जाएगा। सभी बच्चों को सरकारी स्कूलों में दाखिला दिया जाएगा।
हरियाणा में अभी तक स्कूलों की छुट्टी को लेकर अभी तक आधारिक पुष्टि नहीं हुई है, बढ़ती गर्मी को देखते हुए लगता है सरकार जल्दी ही 15 मई के आस पास छुट्टी की घोषणा करसकते है।