Gurugram News: दिव्या के मोबाइल ही बन गया जान का जानी दुश्मन? होटल मालिक ने बताया असली सच
Indiah1, गुरुग्राम।गुरुग्राम पुलिस ने हत्या का केस दर्ज कर जांच करते हुए अभिजीत समेत तीन आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया। इनकी पहचान नेपाल निवासी हेमराज और बंगाल के जलपाईगुड़ी निवासी ओमप्रकाश के रूप में की गई।
दिव्या हत्याकांड में गिरफ्तार होटल मालिक अभिजीत ने पुलिस पूछताछ में कहा कि तस्वीरों के नाम पर दिव्या उसे ब्लैकमेल कर रही थी। वह अब मोटी रकम मांग रही थी। इसलिए उसकी हत्या की गई।
अभिजीत ने बताया कि वह मंगलवार को होटल में दिव्या के फोन से अश्लील फोटो डिलीट कराना चाहता था, लेकिन दिव्या ने फोन का पासवर्ड नहीं बताया। इसके बाद उसने गोली मारकर हत्या कर दी। अभिजीत ने बताया कि होटल सिटी प्वाइंट उसी का है और इस समय उसने उसे लीज पर दे रखा है।
होटल में साफ-सफाई व रिसेप्शन का काम करने वाले हेमराज व ओमप्रकाश के साथ मिलकर शव को अपनी बीएमडब्ल्यू कार में रखवाया। इसके बाद अभिजीत ने अपने दो अन्य साथियों को बुलाया व कार से शव को ठिकाने लगाने के लिए भेज दिया।
एक्सपर्ट टीम व क्राइम स्टाफ को मौके पर बुलाया
बुधवार सुबह घटना की सूचना मिलने के बाद डीसीपी वेस्ट, एसीपी सिटी, एफएसएल टीम, फिंगर एक्सपर्ट टीम व क्राइम स्टाफ को मौके पर बुलाया गया। सभी ने बारीकी से घटनास्थल का निरीक्षण किया। जांच में सामने आया कि कमरा नंबर-111 की दीवारों में खून लगा हुआ था। यहीं पास में ही पेट्रोल से सना हुआ कपड़ा भी पड़ा था।
इस कपड़े से फर्श पर पड़े खून को पोछा गया और दीवार के धब्बों को भी हटाने की कोशिश की गई। इसके साथ ही यहां से एक हथौड़ी, दो पेचकस, एक छेनी और चाकू बरामद किया गया। रिसेप्शन के बाहर सीढ़ियों के नीचे एक खाली खोल बरामद किया गया है।
15 साल तक अपराध में रहा संदीप का नाम
पुलिस के अनुसार, व्यापारी से लेकर प्रोफेशनल तक के बीच गाडौली के नाम की दहशत थी। हत्या, हत्या के प्रयास, रंगदारी जैसे 36 से अधिक संगीन मामले गैंगस्टर संदीप गाडौली के खिलाफ दर्ज थे। 15 साल तक अपराध की दुनिया में संदीप का नाम रहा।
करीब डेढ़ दशक तक खौफ के बाद सेक्टर-10 क्राइम ब्रांच की एक टीम सात फरवरी 2016 को गैंगस्टर का पीछा करते हुए मुंबई अंधेरी के होटल के कमरे में पहुंची। यहां वह कथित मुठभेड़ में मारा गया। इसी मामले में दिव्या पर पुलिस के साथ साजिश रचकर हत्या का आरोप लगा था।