हरियाणा पंजाब के लोगो के लिए ख़ुशख़बरी, 40 करोड़ की लागत से तैयार होंगे गति शक्ति कार्गो टर्मिनल, मिलेगा लाभ
रेलवे ने इस परियोजना पर काम शुरू कर दिया है। गति शक्ति कार्गो टर्मिनल का खाका भी तैयार कर लिया गया है।
Aug 22, 2024, 14:02 IST
Ambala News: डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (डीएफसीसीआईएल) के 1337 किलोमीटर रेल खंड पर लुधियाना के साहनेवाल से बिहार के सोननगर तक तीन गति शक्ति टर्मिनलों का निर्माण किया जाएगा। पंजाब में शंभू रेलवे स्टेशन के पास और लुधियाना के पास चावापैल में गति शक्ति कार्गो के दो टर्मिनल बनाए जाएंगे। इस पर करीब 40 लाख रुपये खर्च होंगे।
रेलवे ने इस परियोजना पर काम शुरू कर दिया है। गति शक्ति कार्गो टर्मिनल का खाका भी तैयार कर लिया गया है। विभागीय अधिकारी से मिली जानकारी के अनुसार शंभू में बनने वाले गति शक्ति कार्गो टर्मिनल पर 10 करोड़ रुपये और चावपायाल में बनने वाले गति शक्ति कार्गो टर्मिनल पर 30 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। इसी तरह प्रस्तावित योजना के तहत हरियाणा में पहला गति शक्ति कार्गो टर्मिनल जगाधरी में बनाया जाएगा। रेलवे ने इस परियोजना पर काम शुरू कर दिया है।
-स्पीड पावर कार्गो टर्मिनल
गति शक्ति कार्गो टर्मिनल के पूरा होने से व्यापारियों को सीधा लाभ होगा। उनका सामान एक-दूसरे तक जल्दी और सुरक्षित रूप से पहुँच पाएगा। यदि व्यापारी माल ढुलाई का पूरा भार दे दें तो उनके लिए सीधी मालगाड़ी भी चलाई जा सकती है। इसके अलावा, कंटेनरों और अन्य सामानों की लोडिंग और अनलोडिंग के लिए भी उचित व्यवस्था की जाएगी। यह सारी प्रक्रिया ऑनलाइन भी की जाएगी और व्यापारी अपने मोबाइल पर मालगाड़ी की जानकारी भी प्राप्त कर सकेगा।
मालगाड़ियों का संचालन तेज
डी. एफ. सी. सी. आई. एल. गलियारे पर मालगाड़ियों का संचालन तेज गति से किया जा रहा है। पहले 24 से 48 डिब्बों वाली मालगाड़ियों की गति 30 से 35 थी, अब यह गति दोगुनी अब इस गलियारे पर मालगाड़ियां 80 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चल रही हैं। इसी तरह शुरुआती चरण में पहले कॉरिडोर पर 15 से 20 मालगाड़ियां चलती थीं, अब उनकी संख्या भी 60 से 70 के बीच पहुंच गई है।
शेषनाग मालगाड़ी दो बार चल चुकी है। रेलवे लगातार शेषनाग मालगाड़ियां चला रहा है। इसमें 178 डिब्बे एक साथ जुड़े हुए हैं और मालगाड़ी को तीन इंजनों की मदद से चलाया जाता है। अंबाला डिवीजन के तहत डीएफसीसीआईएल कॉरिडोर पर ऐसी दो मालगाड़ियों का भी संचालन किया गया है। इस प्रकार मालगाड़ियों के चलने से समय और धन की बचत हो रही है और माल भी सुरक्षित गंतव्यों तक पहुंच रहा है।
अंबाला मंडल के तहत गलियारे का निर्माण
अंबाला मंडल के तहत डी. एफ. सी. सी. आई. एल. गलियारे का निर्माण सहारनपुर में साहनेवाल से पिलाखानी तक किया गया है। इस पर 5500 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं। लगभग 170 किलोमीटर खंड पर मालगाड़ियां चौबीसों घंटे चलाई जा रही हैं। विभागीय अधिकारियों को रेलवे खंड की निगरानी की जिम्मेदारी सौंपी गई है। इस खंड पर रात में रेलवे इंजनों का आकस्मिक निरीक्षण भी किया जा रहा है।
-स्पीड पावर कार्गो टर्मिनल
गति शक्ति कार्गो टर्मिनल के पूरा होने से व्यापारियों को सीधा लाभ होगा। उनका सामान एक-दूसरे तक जल्दी और सुरक्षित रूप से पहुँच पाएगा। यदि व्यापारी माल ढुलाई का पूरा भार दे दें तो उनके लिए सीधी मालगाड़ी भी चलाई जा सकती है। इसके अलावा, कंटेनरों और अन्य सामानों की लोडिंग और अनलोडिंग के लिए भी उचित व्यवस्था की जाएगी। यह सारी प्रक्रिया ऑनलाइन भी की जाएगी और व्यापारी अपने मोबाइल पर मालगाड़ी की जानकारी भी प्राप्त कर सकेगा।
मालगाड़ियों का संचालन तेज
डी. एफ. सी. सी. आई. एल. गलियारे पर मालगाड़ियों का संचालन तेज गति से किया जा रहा है। पहले 24 से 48 डिब्बों वाली मालगाड़ियों की गति 30 से 35 थी, अब यह गति दोगुनी अब इस गलियारे पर मालगाड़ियां 80 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चल रही हैं। इसी तरह शुरुआती चरण में पहले कॉरिडोर पर 15 से 20 मालगाड़ियां चलती थीं, अब उनकी संख्या भी 60 से 70 के बीच पहुंच गई है।
शेषनाग मालगाड़ी दो बार चल चुकी है। रेलवे लगातार शेषनाग मालगाड़ियां चला रहा है। इसमें 178 डिब्बे एक साथ जुड़े हुए हैं और मालगाड़ी को तीन इंजनों की मदद से चलाया जाता है। अंबाला डिवीजन के तहत डीएफसीसीआईएल कॉरिडोर पर ऐसी दो मालगाड़ियों का भी संचालन किया गया है। इस प्रकार मालगाड़ियों के चलने से समय और धन की बचत हो रही है और माल भी सुरक्षित गंतव्यों तक पहुंच रहा है।
अंबाला मंडल के तहत गलियारे का निर्माण
अंबाला मंडल के तहत डी. एफ. सी. सी. आई. एल. गलियारे का निर्माण सहारनपुर में साहनेवाल से पिलाखानी तक किया गया है। इस पर 5500 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं। लगभग 170 किलोमीटर खंड पर मालगाड़ियां चौबीसों घंटे चलाई जा रही हैं। विभागीय अधिकारियों को रेलवे खंड की निगरानी की जिम्मेदारी सौंपी गई है। इस खंड पर रात में रेलवे इंजनों का आकस्मिक निरीक्षण भी किया जा रहा है।
गति शक्ति कार्गाे टर्मिनल डीएफसीसीआईएल कॉरिडोर की अहम कड़ी होंगे। इनके बनने से व्यापरियों को काफी फायदा होगा और उनका सामान जल्द व सुरक्षित गंतव्य तक पहुंच सकेगा। पंजाब के शंभू और चावापायल में टर्मिनल निर्माण को लेकर कार्यवाही शुरु हो गई है। इसका नक्शा तैयार कर लिया गया है और जल्द ही मुख्यालय स्तर पर निविदा की प्रक्रिया आरंभ हो जाएगी। इसके अलावा हरियाणा के जगाधरी में भी टर्मिनल का निर्माण प्रस्तावित योजना में शामिल है।
पंकज गुप्ता, महाप्रबंधक, डीएफसीसीआईएल, अंबाला
पंकज गुप्ता, महाप्रबंधक, डीएफसीसीआईएल, अंबाला