Haryana News: हरियाणा में ये दो विधायक दे सकते हैं इस्तीफा, बनेंगे नए समीकरण? जाने
Haryana Breaking News: मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी और पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने हरियाणा मे अल्पमत में आई BJP सरकार को स्थिर करने के लिए मोर्चाबंदी शुरू कर दी है। दोनों नेताओं ने चंडीगढ़ में जेजेपी के तीन विधायकों के साथ महत्वपूर्ण बैठकें कीं। सूत्रों के अनुसार, जेजेपी के दो विधायक-नरवाना से रामनिवास सूरजखेड़ा और बरवाला से जोगीराम सिहाग के विधानसभा सदस्यता से इस्तीफा देने की संभावना है। दोनों विधायकों ने बुधवार रात मुख्यमंत्री के आवास पर सैनी से मुलाकात की। इस मौके पर हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल भी मौजूद थे। सूत्रों के अनुसार, भाजपा दोनों विधायकों से इस्तीफे दिलवा सकती है। दोनों के आगामी विधानसभा चुनाव में भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ने की संभावना है।
इससे पहले दिन में मुख्यमंत्री ने विधान सभा सचिवालय में टोहाना के विधायक और पूर्व विकास एवं पंचायत मंत्री देवेंद्र सिंह बबली से मुलाकात की। ऐसा माना जा रहा है कि बबली को भी मनाने की कोशिश की जा रही है।
12 मार्च को मनोहर लाल के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने और भाजपा-जेजेपी गठबंधन टूटने के बाद बबली इस्तीफा देने के लिए तैयार थे, लेकिन उस समय भाजपा इसके लिए तैयार नहीं थी। बबली ने तब सिरसा से कांग्रेस उम्मीदवार कुमारी शैलजा को अपना समर्थन देने की घोषणा की थी।
सूत्रों के अनुसार, मुख्यमंत्री नायब सैनी ने बबली से अपने फैसले पर पुनर्विचार करने को कहा। लेकिन बबली ने कहा है कि उन्होंने अब अपने लिए एक राजनीतिक रास्ता चुना है। जेजेपी के विधायक रामनिवास सूरजखेड़ा और जोगीराम सिहाग ने न केवल लोकसभा चुनाव में भाजपा उम्मीदवारों को अपना समर्थन देने की घोषणा की थी, बल्कि भाजपा नेताओं के साथ मंच भी साझा किया था। जेजेपी ने स्पीकर ज्ञान चंद गुप्ता को दलबदल विरोधी कानून के तहत दोनों की सदस्यता रद्द करने की लिखित शिकायत दी है।
इसलिए इस्तीफे की संभावनाः
भाजपा के लिए परिणाम अच्छे नहीं थे। उसे केवल पाँच सीटें मिली थीं। कांग्रेस को पांच सीटें मिली थीं। ऐसे में अल्पसंख्यक सरकार पर दबाव बढ़ेगा। माना जा रहा है कि जेजेपी के दोनों विधायक इस्तीफा देने की योजना बना रहे हैं।
नंबर गेम:
सैनी की जीत के साथ विधानसभा में भाजपा विधायकों की संख्या बढ़कर 41 हो गई है। रंजीत सिंह ने राज्यसभा से दिया इस्तीफा निर्दलीय विधायक राकेश दौलताबाद का निधन हो गया है। 90 सदस्यीय विधानसभा में 88 विधायक हैं। वरुण चौधरी मुलाना से कांग्रेस के विधायक हैं। अब यह संख्या 87 हो गई है। अगर जेजेपी के दो विधायक इस्तीफा दे देते हैं तो संख्या बढ़कर 85 हो जाएगी। बहुमत के लिए 43 सीटों की जरूरत है। भाजपा के 41 विधायकों के अलावा, पृथ्वीला के निर्दलीय विधायक नयनपाल रावत और सिरसा के हालोपा के गोपाल कांडा ने सरकार को समर्थन दिया है। नई सरकार के सदस्यों की संख्या 43 होगी।