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Roadways Employees Strike: रोडवेज कर्मचारियों ने किया बसों का चक्का जाम, इन रूटों पर जानें से आ सकती है समस्या 

रोडवेज कर्मचारियों द्वारा किया गया बसों का चक्का जाम का आह्वान सफल रहता है तो फिर जींद जिले के डिपो की 170 बसों के पहिये थम जाने से यात्रियों को काफी दिक्क्तों का सामना करना पड़ सकता है। 

 
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indiah1,जींद। आज हरियाणा में सार्वजनिक परिवहन में यात्रा करने के लिए बाहर निकल रहे हैं तो जरा कुछ  बातों को नोट कर ले। बता दे की रोडवेज कर्मचारियों ने बसों के चक्का जाम का एलान किया है। ऐसे में यात्रियों को काफी दिक्क्तों का सामना करना पड़ सकता है। हालांकि, निजी बस संचालकों ने एलान किया है कि वह अपनी बसें चलाएंगे, इसलिए लोकल रूटों पर कम लेकिन दिल्ली, गुरुग्राम, चंडीगढ़, हिसार, पंचकूला समेत दूसरे लम्बी यात्रा पर जानें वालों को दिक्क्तों का सामना करना पड़ सकता है।

रोडवेज कर्मचारी हड़ताल पर ये है मांगे 
अधिक जानकारी के लिए बता दे की कर्मचारी महासंघ के पूर्व प्रदेश मुख्य संगठन सचिव अनूप लाठर, कर्मचारी नेता संदीप रंगा, आजाद गिल, सुशील ईक्कस, सज्जन रेढू ने कहा कि न्याय संहिता बिल को रद्द करने को मिलाकर लगभग 30 सूत्रीय मांग पत्र को लेकर 24 दिसंबर को रोडवेज कर्मचारियों ने करनाल में मुख्यमंत्री कैंप पर रोष प्रदर्शन दिखाया गया था। बता दे की इस मामले में 10 जनवरी से पहले सांझा मोर्चा के साथ बैठक करवाने का आश्वासन मंत्री द्वारा रखा गया था।अभी तक उनके साथ बैठक नहीं हो पाई हैं। इसके रोष में ही उन्होंने 24 जनवरी को चक्का जाम का एलान किया गया था।

अनूप ने कहा कि उनकी मांग है कि न्याय संहिता बिल रद किया जाए, कच्चे कर्मचारियों को पक्का किया जाए, चालक-परिचालक वेतन विसंगति को दूर किया जाए, पुरानी पेंशन बहाल की जाए, 2016 में लगे चालकों को पक्का किया जाए। कर्मचारियों को अर्जित अवकाश दिया जाए। इन सब मांगों को लेकर ही रोडवेज कर्मचारी आज चक्का जाम कर रहे हैं।

रोडवेज की 170 बसों का चक्का जाम

बता दे की अगर रोडवेज कर्मचारियों द्वारा किया गया बसों का चक्का जाम का आह्वान सफल रहता है तो फिर जींद जिले के डिपो की 170 बसों के पहिये थम जाने से यात्रियों को काफी दिक्क्तों का सामना करना पड़ सकता है। 

जींद से चंडीगढ़, पंचकूला, दिल्ली, गुरुग्राम, हिसार, सिरसा, पानीपत, हरिद्वार, सालासर, नारनौल समेत लंबे रूटों के अलावा अंतर जिला रूटों पर बसें चलती हैं, जिनमें हर रोज 20 हजार से ज्यादा यात्री सफर करते हैं। बसों के चक्का जाम होने से यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।