Hisar loksabha Seat Candidate: हिसार लोकसभा सीट पर स्वर्गीय चौधरी देवीलाल के परिवार में होगा चुनावी दंगल, ससुर और बहू चुनाव में पहली बार होंगे आमने-सामने
Haryana news: हिसार लोक सभा सीट पर इंडियन नेशनल लोकदल पार्टी ने चुनावी मैदान में इनेलो की तरफ से रवि चौटाला की पत्नी सुनैना चौटाला को उतारा है। भारतीय जनता पार्टी ने सीट पर चुनाव हेतु चौधरी रणजीत सिंह को मैदान में उतारा है। वहीं जननायक जनता पार्टी ने अपनी पार्टी से पार्टी प्रमुख अजय चौटाला की पत्नी नैना चौटाला को उतारा है।
इस सीट पर इस बार चुनाव लड़ने वाले तीनों ही सदस्य स्वर्गीय चौधरी देवीलाल के परिवार से आते हैं। आपको बता दे कि भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार चौधरी रणजीत सिंह स्वर्गीय चौधरी देवीलाल के पुत्र हैं। वही जननायक जनता पार्टी के उम्मीदवार नैना चौटाला और इंडियन नेशनल लोकल पार्टी की उम्मीदवार सुनैना चौटाला स्वर्गीय चौधरी देवीलाल जी की पोत्रवधू है। ऐसे में माना जा रहा है कि हिसार लोकसभा सीट पर इस बार स्वर्गीय चौधरी देवीलाल के सदस्यों में चुनावी दंगल देखने को मिलेगा।
आपको बता दें कि संपूर्ण देश में लोकसभा चुनाव का बिगुल बज चुका है। ऐसे में सभी पार्टियों ने अपने-अपने चुनावी तीर चलाने शुरू कर दिए हैं। हरियाणा प्रदेश में लोकसभा चुनाव के वोट 25 मई को डाले जाएंगे। लेकिन जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आ रहे हैं वैसे-वैसे हरियाणा प्रदेश में चुनावी हलचल तेज होती जा रही है।
अगर हम हरियाणा प्रदेश की हिसार लोकसभा सीट की बात करें तो इस सीट पर संपूर्ण हरियाणा प्रदेश की निगाहें टिक चुकी हैं। इसका कारण जननायक जनता पार्टी, इंडियन नेशनल लोकदल पार्टी और भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवारों को माना जा रहा है। हाल ही में जननायक जनता पार्टी ने पार्टी प्रमुख अजय सिंह चौटाला की पत्नी और पूर्व उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला की माता नैना चौटाला को हिसार लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने हेतु मैदान में उतारा है।
वहीं इंडियन नेशनल लोकल पार्टी से सुनैना चौटाला मैदान में उतर चुकी हैं। लेकिन उस समय हिसार लोकसभा सीट चर्चा का विषय बन गई जब भारतीय जनता पार्टी ने पूर्व बिजली मंत्री रणजीत सिंह चौटाला को भी हिसार लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने हेतु मैदान में उतार दिया।
जननायक जनता पार्टी, इंडियन नेशनल लोकदल पार्टी और भारतीय जनता पार्टी द्वारा अपने उम्मीदवारों के नाम घोषित करने के बाद संपूर्ण हरियाणा प्रदेश की निगाहें इस लोकसभा सीट पर टिक गई या फिर यूं कहें की आने वाले दिनों में इस लोकसभा सीट पर स्वर्गीय चौधरी देवीलाल जी के परिवार में चुनावी दंगल होने वाला है तो कोई अतिशयोक्ति नहीं होगी।
क्योंकि हिसार लोकसभा सीट पर इंडियन नेशनल लोकदल पार्टी और जननायक जनता पार्टी दोनों की ही मजबूत पकड़ मानी जाती है। यह लोकसभा सीट ताऊ देवीलाल के घराने का गढ़ माना जाता है। लेकिन अब अजय सिंह चौटाला व दुष्यंत चौटाला ने इंडियन नेशनल लोकदल पार्टी से अलग होकर जननायक जनता पार्टी की स्थापना करने के बाद और रंजीत सिंह चौटाला द्वारा भारतीय जनता पार्टी ज्वाइन करने के बाद एक परिवार के तीन सदस्य इस सीट पर आमने-सामने नजर आएंगे।
लोगों का मानना है कि इस सीट पर पहली बार ऐसा हुआ है कि चौधरी देवीलाल परिवार के तीन सदस्य एक लोकसभा सीट पर आमने-सामने चुनाव लड़ेगे। यही कारण है कि अबकी बार हिसार लोकसभा सीट का चुनाव, चुनावी दंगल का रूप ग्रहण करेगा।
कुरुक्षेत्र लोकसभा सीट पर चाचा-भतीजा हो सकते हैं आमने-सामने
इस समय हरियाणा में हिसार लोकसभा सीट के बाद अगर कोई दूसरी लोकसभा सीट सबसे ज्यादा चर्चा का विषय बनी हुई है, तो वह हरियाणा के कुरुक्षेत्र लोकसभा सीट बनी हुई है। कुरुक्षेत्र लोकसभा सीट पर आम आदमी पार्टी और कांग्रेस पार्टी की तरफ से सुशील गुप्ता चुनावी मैदान में उतर चुके हैं।
वही इंडियन नेशनल लोकदल पार्टी ने अभय सिंह चौटाला को इस सीट पर चुनाव मैदान में उतारा है। अब खबर आ रही है कि जननायक जनता पार्टी कुरुक्षेत्र लोकसभा सीट पर दिग्विजय सिंह चौटाला को चुनावी मैदान में उतारने की तैयारी कर रही है। अगर जननायक जनता पार्टी दिग्विजय सिंह चौटाला को कुरुक्षेत्र लोकसभा सीट से चुनावी मैदान में उतारती है तो इस सीट पर भी आपको चुनावी दंगल देखने को मिलेगा।
इसका कारण यह है कि इस सीट पर इंडियन नेशनल लोकदल पार्टी से पहले ही अभय सिंह चौटाला चुनावी मैदान में उतर चुके हैं और अब दिग्विजय सिंह चौटाला जननायक जनता पार्टी की तरफ से कुरुक्षेत्र लोकसभा सीट पर चुनाव मैदान में उतरते हैं तो स्पष्ट रूप से कुरुक्षेत्र लोकसभा सीट का मुकाबला चाचा-भतीजा का मुकाबला बन जाएगा।
आपको बता दें कि कुरुक्षेत्र लोकसभा सीट पर अब तक इंडियन नेशनल लोकदल पार्टी की ओर से मैदान में उतरे अभय सिंह चौटाला को जीत का कड़ा दावेदार माना जा रहा था लेकिन दिग्विजय सिंह के मैदान में उतरने पर अभय सिंह चौटाला को इस सीट पर भारी नुकसान हो सकता है।
इस समय दोनों ही पार्टियों अपनी-अपनी जीत की गारंटी दे रही है लेकिन यह तो आने वाली 25 तारीख को इन दोनों लोकसभा सीटों पर मतदाता ही तय करेंगे की किसे जीत का सेहरा बांध कर लोकसभा पहुंचाने का काम करते हैं।