Haryana Roadways: दिल्ली के रूटों पर नहीं चलेगी हरियाणा रोडवेज की ये बसें, सरकार ने इस वजह से लिया बड़ा फेंसला
Haryana News: हरियाणा सरकार ने राज्य में बीएस-3 मानकों वाली बसों को चरणबद्ध तरीके से बंद करने का फैसला किया है।
Jun 30, 2024, 11:05 IST
Haryana Roadways: हरियाणा सरकार ने राज्य में बीएस-3 मानकों वाली बसों को चरणबद्ध तरीके से बंद करने का फैसला किया है। परिवहन विभाग इस साल के अंत तक दिल्ली जाने वाले मार्ग से इन सभी बसों को हटा देगा। इस बीच, आयोग ने दिल्ली-एनसीआर में अन्य राज्यों से प्रदूषणकारी ईंधन पर चलने वाली बसों को 31 मार्च, 2025 तक स्वच्छ ईंधन में बदलने का अल्टीमेटम दिया है। हरियाणा में लगभग 1,000 बीएस3 बसें हैं। इनमें से 500 बसें एनसीआर डिपो में चलती हैं। परिवहन विभाग धीरे-धीरे इन सभी बसों को संघनित करेगा।
दिल्ली-एनसीआर में अक्टूबर के अंतिम सप्ताह में गंभीर वायु प्रदूषण होता है। लोगों को सांस लेने में परेशानी हो रही है। डीजल बसें भी प्रदूषण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। उच्चतम न्यायालय के निर्देश पर वायु गुणवत्ता आयोग ने प्रदूषण फैलाने वाली ऐसी बसों पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। आने वाले समय में केवल उन्हीं बसों को दिल्ली आने की अनुमति दी जाएगी जो स्वच्छ ईंधन पर चलेंगी। ये बसें बीएस-VI कम्प्लायंट, इलेक्ट्रिक और सीएनजी वैरिएंट की होंगी।
ऐसे में आयोग ने हरियाणा सहित अन्य राज्यों को डीजल बसों को हटाने का अल्टीमेटम दिया है। हरियाणा सरकार ने भी इसके लिए एक विस्तृत योजना तैयार की है। परिवहन विभाग के अनुसार, हरियाणा के डिपो से दिल्ली जाने वाली सभी बसें बीएस-VI मानक की होंगी। इन बसों को खरीदने की प्रक्रिया चल रही है। हरियाणा सरकार ने वित्तीय वर्ष 2024-25 तक 650 बीएस-6 बसों की खरीद का लक्ष्य रखा है।
बीएस-3 बसों को हटाने का काम शुरू
इन बसों के आते ही बीएस-3 बसों को हटाने का काम शुरू कर दिया जाएगा। हरियाणा में कुल 1030 बीएस-III बसें हैं। वहीं, एनसीआर के डिपो में तैनात बीएस-4 बसों को दूसरे डिपो में स्थानांतरित कर दिया जाएगा। हरियाणा के बेड़े में कुल 4227 बसें हैं। इनमें 3203 प्लेन बसें, छह वोल्वो, 12 मर्सिडीज, 153 एचवीएसी, तीन सीएनजी 10 सेमी लो फ्लोर बसें और 278 मिनी बसें शामिल हैं। हरियाणा सरकार जल्द ही राज्य में 150 नई एसी बसें शुरू करेगी। टेंडर की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है।
दिल्ली-एनसीआर में अक्टूबर के अंतिम सप्ताह में गंभीर वायु प्रदूषण होता है। लोगों को सांस लेने में परेशानी हो रही है। डीजल बसें भी प्रदूषण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। उच्चतम न्यायालय के निर्देश पर वायु गुणवत्ता आयोग ने प्रदूषण फैलाने वाली ऐसी बसों पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। आने वाले समय में केवल उन्हीं बसों को दिल्ली आने की अनुमति दी जाएगी जो स्वच्छ ईंधन पर चलेंगी। ये बसें बीएस-VI कम्प्लायंट, इलेक्ट्रिक और सीएनजी वैरिएंट की होंगी।
ऐसे में आयोग ने हरियाणा सहित अन्य राज्यों को डीजल बसों को हटाने का अल्टीमेटम दिया है। हरियाणा सरकार ने भी इसके लिए एक विस्तृत योजना तैयार की है। परिवहन विभाग के अनुसार, हरियाणा के डिपो से दिल्ली जाने वाली सभी बसें बीएस-VI मानक की होंगी। इन बसों को खरीदने की प्रक्रिया चल रही है। हरियाणा सरकार ने वित्तीय वर्ष 2024-25 तक 650 बीएस-6 बसों की खरीद का लक्ष्य रखा है।
बीएस-3 बसों को हटाने का काम शुरू
इन बसों के आते ही बीएस-3 बसों को हटाने का काम शुरू कर दिया जाएगा। हरियाणा में कुल 1030 बीएस-III बसें हैं। वहीं, एनसीआर के डिपो में तैनात बीएस-4 बसों को दूसरे डिपो में स्थानांतरित कर दिया जाएगा। हरियाणा के बेड़े में कुल 4227 बसें हैं। इनमें 3203 प्लेन बसें, छह वोल्वो, 12 मर्सिडीज, 153 एचवीएसी, तीन सीएनजी 10 सेमी लो फ्लोर बसें और 278 मिनी बसें शामिल हैं। हरियाणा सरकार जल्द ही राज्य में 150 नई एसी बसें शुरू करेगी। टेंडर की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है।