पंजाब-हरियाणा और दिल्ली में बढ़ेंगे पेट्रोल-डीजल के दाम?, किसान आंदोलन के चलते पड़ा असर, जानिए
दिल्ली में पेट्रोल की कीमत में 25 पैसे प्रति लीटर की कटौती की गई है। पंजाब, दिल्ली, हिमाचल प्रदेश जाने वाले लगभग 3000 ट्रक खड़े किए गए हैं। गुजरात और महाराष्ट्र से आने वाले ट्रकों को हिसार में रोक दिया गया है।
Mar 7, 2024, 08:01 IST
indiah1, हिसार। किसानों के आंदोलन के कारण दिल्ली की सीमाएं बंद कर दी गई हैं। इसका सीधा असर लोगों के जीवन पर पड़ा। पंजाब, दिल्ली, हिमाचल प्रदेश और चंडीगढ़ हिसार से सीधे जुड़े हुए हैं। लोग अपने कार्यालय जाने के अलावा इन राज्यों की ओर जाने वाले सभी कार्यक्रमों को रद्द कर रहे हैं। स्थिति ऐसी है कि सार्वजनिक जीवन के साथ-साथ व्यापार भी प्रभावित हुआ है।
दिल्ली में पेट्रोल की कीमत में 25 पैसे प्रति लीटर की कटौती की गई है। पंजाब, दिल्ली, हिमाचल प्रदेश जाने वाले लगभग 3000 ट्रक खड़े किए गए हैं। गुजरात और महाराष्ट्र से आने वाले ट्रकों को हिसार में रोक दिया गया है। हालांकि, थोक और खुदरा सब्जी बाजार प्रभावित नहीं हुए।
दिल्ली से हिसार तक आवश्यक वस्तुओं को ले जाने वाले वाहन। वहीं, हिसार-फतेहाबाद सीमा पर मय्याद में राष्ट्रीय राजमार्ग-9 पर एकतरफा मार्ग बनाकर वाहनों को निकाला जा रहा है। पंजाब या बाहर से दिल्ली की ओर जाने वाले वाहनों की इस सड़क पर पुलिस द्वारा विशेष रूप से जांच की जा रही है।
हिसार में फंसे जिले से माल के ट्रक, लगभग 10 हजार ट्रक देश भर में सामान ले जाते हैं। इनमें दिल्ली, पंजाब, हिमाचल प्रदेश और चंडीगढ़ शामिल हैं। जिससे व्यापारियों का सामान भी हिसार में फंस गया है। वहीं, गुजरात, महाराष्ट्र से वाहन बुधवार को पंजाब पहुंचे, लेकिन उन्हें सतरोड के पास ट्रक यूनियन ग्राउंड में खड़ा करना पड़ा।
परिवहन संघ के अध्यक्ष कुलवंत सिंह ने कहा कि उन्हें व्यापारियों से अपना सामान भेजने के लिए फोन आ रहे हैं। लेकिन सड़कों पर वाहन नहीं चल रहे हैं। पाइपों के अलावा कपास की गांठें, खाल बिनौला, तेल आदि सामान हिसार से पंजाब जाते हैं।
प्रतिदिन तेल के 150 वाहन आते थे, अब 100 जिलों से दूसरे राज्यों में आने वाले लोगों के कार्यक्रमों को स्थगित कर दिया गया है। इससे पेट्रोल पंपों की बिक्री भी प्रभावित हुई है। जिले में 235 पेट्रोल पंप हैं। इन आउटलेट्स पर हर दिन 20 हजार लीटर से अधिक डीजल और पेट्रोल बिकता है, लेकिन किसानों के दिल्ली मार्च से सीमाएं बंद होने के कारण तेल की बिक्री में कमी आई है।
ऑल हरियाणा पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन के जिला अध्यक्ष राजकुमार सलेमगढ़ ने कहा कि उन्हें तेल मिलने में कोई समस्या नहीं है। इसका असर बिक्री पर पड़ा है।
पहले प्रतिदिन लगभग 150 वाहन तेल लाते थे, जो अब घटकर लगभग 100 रह गया है। उन्होंने कहा कि हिसार में पानीपत, हांसी डेटा, पलवल कप से तेल की आपूर्ति की जाती है। वर्तमान में कंपनियों से आपूर्ति में कोई समस्या नहीं है।
दिल्ली में पेट्रोल की कीमत में 25 पैसे प्रति लीटर की कटौती की गई है। पंजाब, दिल्ली, हिमाचल प्रदेश जाने वाले लगभग 3000 ट्रक खड़े किए गए हैं। गुजरात और महाराष्ट्र से आने वाले ट्रकों को हिसार में रोक दिया गया है। हालांकि, थोक और खुदरा सब्जी बाजार प्रभावित नहीं हुए।
दिल्ली से हिसार तक आवश्यक वस्तुओं को ले जाने वाले वाहन। वहीं, हिसार-फतेहाबाद सीमा पर मय्याद में राष्ट्रीय राजमार्ग-9 पर एकतरफा मार्ग बनाकर वाहनों को निकाला जा रहा है। पंजाब या बाहर से दिल्ली की ओर जाने वाले वाहनों की इस सड़क पर पुलिस द्वारा विशेष रूप से जांच की जा रही है।
हिसार में फंसे जिले से माल के ट्रक, लगभग 10 हजार ट्रक देश भर में सामान ले जाते हैं। इनमें दिल्ली, पंजाब, हिमाचल प्रदेश और चंडीगढ़ शामिल हैं। जिससे व्यापारियों का सामान भी हिसार में फंस गया है। वहीं, गुजरात, महाराष्ट्र से वाहन बुधवार को पंजाब पहुंचे, लेकिन उन्हें सतरोड के पास ट्रक यूनियन ग्राउंड में खड़ा करना पड़ा।
परिवहन संघ के अध्यक्ष कुलवंत सिंह ने कहा कि उन्हें व्यापारियों से अपना सामान भेजने के लिए फोन आ रहे हैं। लेकिन सड़कों पर वाहन नहीं चल रहे हैं। पाइपों के अलावा कपास की गांठें, खाल बिनौला, तेल आदि सामान हिसार से पंजाब जाते हैं।
प्रतिदिन तेल के 150 वाहन आते थे, अब 100 जिलों से दूसरे राज्यों में आने वाले लोगों के कार्यक्रमों को स्थगित कर दिया गया है। इससे पेट्रोल पंपों की बिक्री भी प्रभावित हुई है। जिले में 235 पेट्रोल पंप हैं। इन आउटलेट्स पर हर दिन 20 हजार लीटर से अधिक डीजल और पेट्रोल बिकता है, लेकिन किसानों के दिल्ली मार्च से सीमाएं बंद होने के कारण तेल की बिक्री में कमी आई है।
ऑल हरियाणा पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन के जिला अध्यक्ष राजकुमार सलेमगढ़ ने कहा कि उन्हें तेल मिलने में कोई समस्या नहीं है। इसका असर बिक्री पर पड़ा है।
पहले प्रतिदिन लगभग 150 वाहन तेल लाते थे, जो अब घटकर लगभग 100 रह गया है। उन्होंने कहा कि हिसार में पानीपत, हांसी डेटा, पलवल कप से तेल की आपूर्ति की जाती है। वर्तमान में कंपनियों से आपूर्ति में कोई समस्या नहीं है।